आस मुहम्मद कैफ़, TwoCircles.net
सहारनपुर : ‘सरकार के बढ़ते अत्याचार से दलित और अधिक मज़बूत हो रहा है. चन्द्रशेखर भाई दलितों की आवाज़ हैं. उनकी हत्या की साज़िश हो रही है. अब उनकी जेल बदलने की बात हो रही है. उनको सभी मुक़दमो में ज़मानत मिल चुकी है. लेकिन सरकार उन पर कभी 3 महीने कभी 6 महीने रासुका को बढ़ा देती है. साज़िश कर भीम आर्मी की तुलना नक्सली संगठन से भी की गई. जबकि भीम आर्मी एक संवैधानिक संगठन है. सिर्फ़ हमारी जाति दलित होने के कारण हमें कुचलने की कोशिश हो रही है. चन्द्रशेखर भाई हमारे दिलों में राज करते हैं. भीम आर्मी को जान-बूझकर बदनाम किया गया. चन्द्रशेखर भाई को जल्द से जल्द रिहा किया जाए. यह सरकार उन्हें मार देना चाहती है, वरना परिणाम अच्छे नहीं होंगे.’
ये बातें भीम आर्मी के प्रवक्ता मंजीत कोटियाल ने आज चंद्रशेखर के समर्थन में आयोजित सभा में कहकर बता दिया कि भीम आर्मी में दम है.
तमाम रोकथाम के बावूजद आज सहारनपुर में हज़ारों दलित चन्द्रशेखर रावण के पक्ष में एकजुट हुए. यह सभी चन्द्रशेखर के ख़िलाफ़ हो रही रासुका की कार्रवाई पर रोष जता रहे थे. दलितों में इस बार चन्द्रशेखर को लेकर उत्साह था और सरकार को लेकर गुस्सा.
पास के गांव मल्हीपुर से आई विमला कहती हैं, “जब तक चन्द्रशेखर जेल में रहेगा, आग यूं ही जलती रहेगी…”
बेहद तेज़ आवाज़ में जोश में उबलते दलित जय-जय-जय चन्द्रशेखर के नारे लगा रहे थे. मगर यह आवाज़ थोड़ी और ना बढ़ जाए, इसलिए पुरे जनपद की पुलिस को यहां तैनात की गई थी.
भीम आर्मी राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह ने कई चौंकाने वाली बातें रखीं. उन्होंने बताया कि, जेल में दो मुसलमान लड़के हैदर और जावेद साये की तरह चन्द्रशेखर भाई की साथ रहते हैं. सरकार चन्द्रशेखर को मारना चाहती है. मगर इन दोनों नौजवानों की वजह से चन्द्रशेखर का बचाव हो रहा है तो अब इन दोनों को भी चंद्रशेखर भाई की मदद करने की सज़ा मिल सकती है. लेकिन इन दोनों युवकों के रहते उनका क़त्ल संभव नहीं लगता. इसलिए अब चन्द्रशेखर भाई की जेल बदले जाने की कार्रवाई चल रही है.
वो आगे कहते हैं कि, अगर ऐसा हुआ तो जहां भी इनकी जेल बदली जाएगी, वहां ही भीम आर्मी के हज़ारों कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ़्तारी देगी.
विनय रतन सिंह ने यह भी कहा कि, यह हमारे कुछ नौकर ठीक काम नहीं कर रहे हैं, जिन्हें हम कुर्सी से उतार देंगे.
भीम आर्मी के इस रैली में क़ारी ज़ाहिद ने ‘चन्द्रशेखर ज़िन्दाबाद’ नज़्म पढ़कर दलितों के दिल पर चोट की तो लगभग सभी वक्ताओं ने मुसलमानों से दलितों का साथ देने की अपील की.
भीम आर्मी की इस रैली में मौलाना अरशद मदनी को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन वो नहीं आ सके, मगर उनके पैग़ाम लेकर पहुंचे मौलाना सलमान ने कहा कि ज़ल्म के ख़िलाफ़ हर लड़ाई में हम साथ हैं.
भीम आर्मी के ज़िला अध्यक्ष कमल वालिया ने कहा कि, अगर दलित और मुसलमान एक हो जाए तो हम मोदी और योगी दोनों को कुर्सी से उतार देंगे.
महिलाएं यहां बेहद जज़्बात से भरी हुई थीं. सैकड़ों महिलाओं ने चन्द्रशेखर आज़ाद की फोटो सीने से लगाई हुई थी और चन्द्रशेखर ज़िन्दाबाद के नारे लगा रही थी. बबीता जाटव ने हमें बताया कि, अब हर दलित मां चन्द्रशेखर जैसा बेटा चाहती है.
सहारनपुर में आज की इस रैली के बाद एक बात साफ़ हो गई कि दलितों ने चन्द्रशेखर को अपना नेता स्वीकार कर लिया है और भीम आर्मी ख़त्म नहीं हुई है. बेहद अनुशासित भीम आर्मी के कार्यकताओं ने आज प्रशासन की व्यवस्था बनवाने में सहायता की. उनकी रैली में आए लोगों की बैठने और खाने का व्यवस्थित और करीने से इंतज़ाम किया गया था. भीम आर्मी के वोलंटियर हर जगह मुस्तैद थे. मतलब साफ़ है कि तैयारी लंबी लगती है. फिलहाल भीम आर्मी ने धमकी दी है कि सरकार दलितों और मुसलमानों पर अत्याचार बंद करे और चन्द्रशेखर को रिहा करे, वरना भीम आर्मी लड़ाई लड़ेगी.