TwoCircles.net News Desk
नई दिल्ली : आज जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों ने गांघी जी के 70वीं पुण्य तिथि पर एक कार्यक्रम का आयोजन करके देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद किया व उनके ज़िन्दगी व उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया.
जामिया रिसर्च स्कॉलर मीरान हैदर ने बताया कि, आज देश जिस नफ़रत व सामाजिक बंटवारे से गुज़र रहा है, उसकी सबसे बड़ी वजह यही है कि हम भारतीय गांधी के बताए हुए “सत्य, अहिंसा व हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे” की पाठ को भूल चुके हैं. हम सबकी ख़ासकर छात्रों व नौजवानों की ज़िम्मेदारी बनती है कि हम गांधी के बताई हुई बातों को आम लोगों तक ले जाएं और देश को बेहतर बनाने में अपना योगदान दें.
मीरान हैदर ने बताया कि गांधी ने जिस स्वराज का सपना देखा था, वो भी अब चूर चूर हो चुका है. देश मे दलितों, अल्पसंख्यकों, आदिवासियों पर जिस तरह ज़ुल्म हो रहा है, वो गांधी के विचारधारा की बिल्कुल विपरीत है. गांधी ने युवाओं की रोज़गार और सबके लिए न्याय की बात कही थी जो कि आज की सरकार ने इसको भुला दिया है.
जामिया रिसर्च स्कॉलर इमरान चौधरी ने बताया कि आज देश में जगह-जगह जिस तरह से दंगा-फ़साद हो रहा हैं, उससे समाज टूट चुका है. अगर आज गांधी ज़िंदा होते तो उनकी आत्मा इस बंटी हुई समाज को देख नहीं पाती.
इमरान चौधरी ने बताया कि इस प्रोग्राम के माध्यम से हम समाज को भाईचारा और मेल-मिलाप का पैग़ाम देना चाहते हैं और सबसे अपील करते हैं कि सब मिलजुल कर बेहतर देश बनाने में अपना योगदान दें.
इस प्रोग्राम में जामिया के प्रोफ़ेसर दारा स्वामी ने जामिया के सत्य और अहिंसा पर अपनी बात रखी व रिसर्च स्कॉलर आफ़ाक़ हैदर ने एक मज़बूत और न्यायपूर्ण भारत की नींव को गांधी के विचारों के मुताबिक़ रखने का आह्वान किया.
इनके अलावा छात्र मुकुंद झा, शमसेर खान, शाहे आलम, सफूरा जरगर, मोहम्मद आसिफ़, जैश, अरशद मिसाल के अलावा कई छात्रों ने अपनी बात रखी.