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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के तमाम सामाजिक संगठनो ने पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रधांजलि अर्पित करने और एएमयू छात्रों पर से देशद्रोह का मुकदमा तत्काल लिए जाने की मांग की है।
रिहाई मंच से जुड़े शाहरुख़ अहमद ने केंद्र की मोदी सरकार से पुलवामा जैसी घटनाए होने की वजह तलब किया है। वहीँ एएमयू की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि रिपब्लिक टीवी के पत्रकार को लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को ध्वस्त करने की बात कही।
अहमद ने कहा कि देशद्रोह का ये आरोप सिर्फ एएमयू के छात्रों पर नहीं बल्कि पूरे संस्थान को निशाने पर लेते हुए किया गया है। ऐसे में एएमयू प्रशासन को छात्रों के साथ खड़ा होना चाहिए। सिर्फ बैलेंस बनाने के लिए 4-4 छात्रों का निलम्बन कहीं न कहीं उन सांप्रदायिक तत्वों को बढ़ावा देगा।
वहीँ अहमद ने पिछले साल की घटना का ज़िक्र करते हुए कहा कि जिन्होंने पिछले साल जिन्ना की तस्वीर पर विवाद और पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी पर हमले की साजिश की थी।
वही इस इस सभा में शामिल रहे रॉबिन वर्मा ने श्रधांजलि देते हुए कहा कि एक सप्ताह पहले ख़ुफ़िया एजेंसीयों के हमले के इनपुट के बावजूद ठोस कदम क्यूँ नहीं उठाए गए। सरकार की नाकामी ने 40 से ज़्यादा हमारे जवानों की जान ले ली।
उन्होंने मांग की शहीद हुये जवानों को शहीदी का दर्जा दिया जाये। उन्होंने एएमयू विवाद पर बात रखते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों की ताज़ा रैंकिंग में एएमयू जहाँ बहुत सारे विश्वविद्यालयों को छोड़ते हुए टॉप 40 में शामिल हुआ है ऐसे में मनुवादी, फासिस्ट सोच रखने वाले बार-बार एएमयू को बदनाम कर रहे हैं।
एएमयू के पूर्व छात्र नेता मलिक फैसल ने पुलवामा के शहीदों को श्रधांजलि देते हुए कहा की अलीगढ़ में गाँधी की शहादत दिवस के दिन हिन्दू महासभा पदाधिकारी पूजा शकुन पाण्डेय द्वारा जिस तरीके से गाँधी के पुतले को गोली मार गोडसे का गुडगान किया गया, और प्रशासन द्वारा गिरफ़्तारी में लेटलतीफ़ी से हुई किरकिरी के बाद षड़यंत्र के तहत एएमयू को बदनाम करने के लिए पूरी घटना को अंजाम दिया गया।
इंटीग्रल विश्वविद्यालय के छात्र हुमायूं ने कहा की एएमयू छात्र संघ द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर मुसलमानों की भूमिका और उनके राजनितिक अधिकार पर विचार विमर्श के लिए एक बैठक बुलाई गई थी। ठीक उसी समय रिपब्लिक टीवी के पत्रकारों ने बैठक में जबरन घुसने की कोशिश की। ठीक इसके बाद सुनियोजित तरीके से हिन्दुत्वादी संगठनों द्वारा विश्वविद्यालय का माहौल खराब करने की कोशिश की गई।
वही अलीगढ़ के छात्र नेता सलमान इम्तेयाज़ ने पुलवामा हमले कि श्रद्धंजलि सभा ने कहा कि पूरा विश्वविद्यालय शहीद के जवानों में परिवारों के साथ इस दुःख में खड़ा है। सलमान इंतियाज़ ने घोषणा की है कि AMU छात्रसंघ मृतक परिवार के बच्चों को AMU में पढ़ाई का न्योता देता है और ऐसे बच्चों की तालीम का खर्चा AMU छात्रसंघ उठाएगा।
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