आसमोहम्मद कैफ।बुलंदशहर, TwoCircles.net
बुलंदशहर में एक दलित परिवार को दबंगो द्वारा छेड़छाड़ से रोके जाने पर दिल दहलाने वाली घटना हुई है.घटना सोमवार की रात में हुई थी जब दलित परिवार के घर मे शादी थी.दलित परिवार का आरोप है कि पड़ोस के एक ठाकुर जाति के युवक ने उनके परिवार की युवती को जबरदस्ती कार में बैठाने की कोशिश की थी.जिसके बाद उससे कहासुनी हुई.इससे नाराज़ होकर उसने कार से पूरे परिवार को कुचल दिया.जिसमे एक ही परिवार की दो महिलाओं की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए.
पीड़ित युवती मानसी(बदला हुआ नाम) के अनुसार “हमारे यहां शादी थी और मेहमान इकट्ठा थे,मेरे मामा मामी भी आये हुए थे.जयवीर ठाकुर का लड़का नकुल मेरे पास आया और कहा कि गाड़ी में बैठ जा,मैंने विरोध किया तो उसने मेरा हाथ पकड़कर जबरदस्ती की,मेरे मौसा जी शादी में आये हुए थे उन्होंने पूछा क्या हुआ तो मैंने बता दिया इसपर उस लड़के के मेरे मौसा जी ने दो थप्पड़ मार दिए.इसके बाद वो थोड़ी दूर खड़ी अपनी कार जाकर बैठ गया और बहुत तेज़ दौड़ाते हुए उसने हम सब पर कार चढ़ा दी.मेरी माँ और मौसी वहीं मर गई जबकि मेरे मौसा जी और मेरा भाई आईसीयू में है.”
छेड़छाड़ का विरोध करने पर बुलंदशहर में दलित परिवार के कार से कुचले जाने के आरोपों के बीच आसपास दलितों में लगातार रोष बढ़ रहा है.दलित बहुल बुलंदशहर में दलितों में नाराज़गी दिखने लगी है.भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आज़ाद ने पीड़ित परिवार से मिलकर संघर्ष का ऐलान किया है.
स्थानीय लोगो के मुताबिक पुलिस मामले का रुख बदल रही है.नीटू गौतम के कहते हैं”आरोपी ठाकुर है इसलिए पुलिस उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है.पुलिस के सभी प्रयास आरोपियों के पक्ष में दिखाई देते हैं.”
बता दें सोमवार की रात लगभग 11 बजे बुलंदशहर से सटे गांव चांदपुर में गाड़ी से एक दलित परिवार को टक्कर मार दी गई थी.जिसमे एक ही परिवार की दो महिलाओं की मौत हो गई थी जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए.बताया गया था कि यह टक्कर इसी परिवार की बेटी की साथ छेड़छाड़ का विरोध करने पर मारी गई थी.आरोपी नकुल ठाकुर पड़ोस के ही रहने वाला है.
एसएसपी बुलंदशहर एन कोलांची के मुताबिक परिवार के लोगो ने पहले सामान्य एक्सीडेंट की सूचना दी थी.मगर कुछ घण्टे बाद उन्होंने तहरीर बदल दी.हमने आरोपी गिरफ्तार किए है उनका कहना है कि वो नशे में थे और एक्सीडेंट हो गया.
बुलंदशहर के जिस गांव में यह घटना हुई वो कोतवाली देहात थाना क्षेत्र में आता है और शहर से बिल्कुल लगा हुआ है यहीं हाइवे के नज़दीक दलित बस्ती में यह मामला हुआ है.घटना के बाद से दलितों में जबरदस्त रोष है.घटना के बाद गुस्साएं दलितों ने सड़क जाम भी किया था।उसके बाद एक दूसरी तहरीर पर मुकदमा लिखा गया.नया गांव चांदपुर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
इस पूरे प्रकरण में भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आज़ाद ने वहां पहुंच कर पीड़ितों की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है जिससे प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं।
बुलंदशहर की इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश की सरकार को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.चंद्रशेखर ने कहा कि अगर यूपी के मुख्यमंत्री दलितों को इंसाफ दिलाने में असमर्थ है तो वो जवाब दे।दलित अपने तरीके से न्याय के रास्ते तलाश लेगा.चंद्रशेखर आज पीलीभीत में भीम आर्मी की सभा को संबोधित करके लौट रहे थे.भीम आर्मी का आरोप है कि प्रशासन ने उन्हें पीड़ितों से मिलने से रोकने की भरसक कोशिश की.
बुलंदशहर पुलिस इस घटना को हादसा बता रही है.एसएसपी एन कोलांची ने यह भी दावा किया है कि सीसीटीवी फुटेज में छेड़छाड़ के सुबूत नही है जबकि गाड़ी से टक्कर दिखाई देती है।इस घटना में पीड़ित युवती की मां सन्तो देवी, ताई उर्मिला की मौत हो गई थी जबकि भाई जितेंद्र और रिश्तदार त्रिभुवन गंभीर रूप से घायल है.
मृतका संतो देवी की बहन हेमलता के मुताबिक पुलिस पहले से पूरा मामला दबा रही है.रातोंरात पोस्टमार्टम करके सुबह चार बजे लाश हमारे घर ले आएं.चप्पे-चप्पे पर पुलिस लगा दी.अगर यह आम हादसा था तो इतनी पुलिस क्यों लगाई गई.पुलिस तो हमारा मुकदमा भी नही लिख रही थी.जब समाज साथ खड़ा हुआ जाम लगाया तो हमारी रिपोर्ट लिखी गई.
बुलंदशहर की घटना पर भीम आर्मी की सक्रियता भी प्रदेश सरकार को मुश्किल में डाल सकती है जैसे चंद्रशेखर ने कहा कि “प्रशासन ने उन्हें पीड़ितों के पास पहुंचने से रोकने कोशिश की.उनकी हिम्मत पूरी तरह टूट चुकी है.पीड़ितों को जाति सूचक शब्द कहे गए.जान बूझकर उनपर गाड़ी चढ़ाई गई.पुलिस मामले में लीपापोती कर रही है.भीम आर्मी की बुलंदशहर यूनिट को मामले पर गहरी नजर रखने के लिए कहा गया है.हम पीड़ितों के साथ अन्याय नही होने देंगे.पुलिस अगर कहानी बदलने का प्रयास करती है तो भीम आर्मी इस मुद्दे को लेकर बुलंदशहर में आंदोलन करेगी.”
https://youtu.be/tJsTdfuzOoA