फ़हमीना हुसैन, TwoCircles.net
बीते 3 मार्च को बिहार की राजधानी पटना में देश के प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी की संकल्प रैली को लेकर राजग और घटक पार्टियों ने जान लगा दी वहीँ पटना में होर्डिंग बैनर को लेकर एक दूसरे से आगे होने के लिए राजग के घटक दलों में मानो होड़ सी देखने को मिली।
इस रैली में हुए खर्चों से बिहार में गरीबी-ग़ुरबत झेल रहे लोगों के लिए कुछ को रोटी, कपड़ा और मकान जैसी सुविधाओं को दिया जा सकता था।
दरअसल मोदी की रैली को लेकर पटना में प्रशासन को लेकर बहुत टाइट इंतज़ाम किया गया वही सख्ती के नाम पर सड़क किनारे ठेला,फुटपाथ के छोटे कारोबारियों, झुगियों में रहने वाले हज़ारों लोगों को पुलिस द्वारा नज़रबंद जैसा कर दिया। बिहार पुलिस प्रशासन द्वारा 36 घंटे सड़क पर नज़र ना आने का सख्त निर्देश थे ।
पटना में गांधी मैदान के बाहर ठेले पर चने की दूकान लगाने वाले राहुल पटना महेन्द्रू के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि पिछले दो साल से यहाँ पर ठेला लगा रहे है। जल्दी-जल्दी में अपना ठेला समेटते हुए उन्होंने आगे बताया कि अब दो दिन तक कोई कमाई नहीं होगी, इस ठेले से ही जो कमाई होती है उससे रोज़ का खर्चा चलता है। चुनाव को लेकर सवाल पूछने पर उनका जवाब था, “चुनाव का क्या है…. कौनसा सा किसी के जीतने से हम गरीब लोगों की तक़दीर बदल जायगी। सत्ता में कोई आये, कोई जाए हम लोग वहीँ के वहीँ रहने वाले हैं।”
पटना के गायघाट में बसी झुग्गी के कई घरों को शहर में प्रशासनिक व्यवस्था और अतिक्रमण के नाम से तोड़फोड़ किया गया। दूसरी तरफ फ्लाई ओवर के नीच रहे वाले कई बस्तियों को भी उजाड़ फेंका गया।
गायघाट झुग्गी में रहने वाले मोहम्मद अब्दुल्लाह ने बताया कि “वोट मांगे के वक़्त बड़े से बड़े नेता इस बस्ती में आते है, कई वादे करते हैं ये कर दूंगा… वो कर दूंगा लेकिन आज तक झुग्गियों में रहने वालों के लिए कोई नेता कुछ नहीं करता।” अपनी टूटी झुग्गी की मरम्मत करते हुए उसने बताया कि उसके लिए देश का प्रधानमंत्री कोई भी हो, अतिक्रमण के नाम पर आये दिन पुलिस के डंडे ही खाना है।
झुग्गी में रहने वाली रिंकी अपने पुरे परिवार के साथ रहती है। अतिक्रमण में उसकी भी झुग्गी उजाड़ दी गई। वो कहती है कि “मेरा पति फेरी करता है पुलिस ने तीन दिन तक फेरी वालों पर रोक लगा दी है और झुग्गी भी नहीं रहा। छोटे-छोटे बच्चों के साथ कुछ दिन खुले आसमान में रहना पड़ेगा।”
रिंकी ने बताया कि “चुनाव सिर्फ अमीरो के लिए झुग्गियों में रहने वालों का कुछ नहीं होता वोटर कार्ड, राशन कार्ड होने के बाद भी सरकार से कोई मदद नहीं मिलती ऐसे में किसी की भी सरकार बने उनको क्या मतलब।”
इस रैली को लेकर हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता धीरेन्द्र कुमार मुन्ना ने बताया कि “देश और राज्य में लोगों को खासकर बिहार की बुनियादी समस्यांओं से लोगों का ध्यान हटाने के लिए यह प्रयोजित रैली का कार्यकम है।”
उन्होंने कहा कि “भाजपा अपने पैसे पर जितना रैली करना है कर लें। वोट तो जनता को ही देना है और उन्हें ही तय करना है कि सरकार किसकी बनेगी।”
पटना के कई स्थानीय लोगों का कहना है कि खुले नालों की कई सालों से सफाई नहीं की गई, ऐसे में देश के प्रधानमंत्री के आने पर कई लीटर पानी बर्बाद कर सडकों तक को तीन दिन से रगड़ रगड़ कर धोया गया। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री को पटना के असल हालत और उसकी दुर्दशा पर भी एक नज़र डालनी चाहिए।