Home India News ‘लव जिहाद ‘के नाम मुस्लिम जोड़े को ही उठा ले गई पुलिस

‘लव जिहाद ‘के नाम मुस्लिम जोड़े को ही उठा ले गई पुलिस

Photo credit: Social Media

स्टाफ़ रिपोर्टर ।Twocircles.net 

उत्तर प्रदेश में ‘लव जिहाद’  पर कानून बनने के साथ ही इसके दुरुपयोग का भी मामला सामने आ गया है। दरअसल, मंगलवार को कुशीनगर में एक लड़का-लड़की को पुलिसवालों ने पूरी रात थाने में बिठाकर रखा। पुलिस ने दोनों को ‘लव जिहाद’ के शक में शादी के मंडप से ही उठा लिया था, लेकिन सुबह होने पर पता चला कि दोनों तो मुस्लिम ही थे। इस मामले ने यूपी पुलिस की एकबार फिर फजीहत करा दी है।

दरअसल, कुशीनगर पुलिस ने मंगलवार को एक शादी रूकवा दी। किसी ने फोन करके बताया कि एक मुस्लिम लड़का, हिंदू लड़की का धर्म परिवर्तन कराकर शादी कर रहा है। इस खबर के मिलने के बाद कसया पुलिस, युवक के गांव पहुंची और दोनों को हिरासत में लेकर थाने ले आई, जहां उनसे पूछताछ की गई।

बता दें कि इस मामले में  39 साल के हैदर अली ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने रात भर उन्हें हिरासत में रखा उसके बाद चमड़े की बेल्ट से पिटाई की और घंटो प्रताड़ित किया। बाद में जब आजमगढ़ जिले के रहने वाले लड़की के भाई ने कसया पहुंचकर पुलिस को साफ-साफ बताया कि शादी से उनके परिवार को कोई आपत्ति नहीं है, तब ये जानने के बाद कि दोनों एक ही धर्म के हैं और बालिग हैं पुलिस ने दोनों को जाने दिया।

कुशीनगर के पुलिस के अनुसार “गांव के एक व्यक्ति ने हमें सूचित किया था कि एक महिला की गांव में जबरन शादी कराई जा रही है और वह हिंदू है और दूसरा पक्ष मुस्लिम है। पुलिस तुरंत मौके पर गई और सभी को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन ले आई। जांच में हमें पता चला कि महिला पड़ोसी आजमगढ़ जिले की थी और वह भी मुस्लिम थी और वह आदमी उससे शादी कर रहा था वो भी मुस्लिम ही था। जब हमें पूरी जानकारी मिल गई, तो हमने महिला के परिवार से संपर्क किया और लड़की के भाई के आने के बाद उन दोनों को जाने दिया गया।

हिरासत में लिए गए हैदर अली ने कहा कि मेरी और शबीला की शादी हो गई। समारोह के बाद, एक छोटी सी पार्टी थी जब एक पुलिस टीम आई और कहा कि कोई निकाह नहीं हुआ था। वे कुछ भी नहीं सुने और हमें पुलिस स्टेशन ले गए। कसया पुलिस को पूछताछ में पता चला कि दोनों मुस्लिम हैं और बालिग हैं। दोनों आपसी रजामंदी से शादी कर रहे हैं। कसया पुलिस स्टेशन के एसएचओ संजय कुमार ने ‘लव जिहाद ’की अफवाह फैलाने के लिए शरारती तत्वों को दोषी ठहराया और कहा कि लड़का और लड़की एक ही धर्म के थे जिसके बाद उन्होंने जोड़े को जाने दिया गया।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में शादी के लिए जबरन धर्म परिवर्तन कानून बनने के बाद से ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां पुलिस ने कथित लव जिहाद के शक में लोगों की शादी रुकवा दी है।