आकिल हुसैन । Twocircles.net
मध्य प्रदेश के 1990 कैडर के आईपीएस अधिकारी सैय्यद मोहम्मद अफ़ज़ल का मंगलवार देर रात निधन हो गया है।वह 54 वर्ष के थे। मोहम्मद अफ़ज़ल भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी थे और वर्तमान में मध्यप्रदेश में एडीजी थे। इसके अलावा विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहे। उनके निधन पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा समेत पुलिस अधिकारियों ने शोक व्यक्त किया।
मोहम्मद अफ़ज़ल एटा के मारहरा शरीफ के सज्जादनशीन अमीन मियां बरकाती के छोटे भाई है। वे लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे। हालात ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर पर लाया गया था लेकिन डॉक्टर उनको नहीं बचा सके। वे अपनी ईमानदारी और विनम्रता के लिए मशहूर थे।
अलीगढ़ के पूर्व छात्र रहे सैयद मोहम्मद अफ़ज़ल अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में सन् 2000 से लेकर सन् 2001 तक रजिस्ट्रार के पद पर रहे। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अलावा वह जामिया मिलिया इस्लामिया के भी रजिस्ट्रार के पद पर रहे। साल 2019 में सैयद मुहम्मद अफज़ल को गणतंत्र दिवस के मौके पर नई दिल्ली में राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा भी मोहम्मद अफज़ल को उनकी सेवाओं के लिए विभिन्न पुरस्कारों और पदकों से सम्मानित किया गया था।
ग्वालियर से अपने कैरियर की शुरुआत करने वाले आईपीएस अफजल की पहली पोस्टिंग डबरा में थी और बाद में वह ग्वालियर रेंज के आईजी भी बने। उनके दुखद निधन पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा कि विनम्र, ईमानदार और अनेक पुरस्कारों से सम्मानित आईपीएस सैयद मोहम्मद अफजल जी के निधन से दु:ख हुआ है। उन्होंने सदैव कर्तव्य को सर्वोपरि समझा और बड़े से बड़े काम को अत्यंत सहजता से अंजाम दिया। उनका जाना, प्रदेश के लिए अपूर्णीय क्षति है।
ज्ञात हैं कि 1964 में जन्में मोहम्मद अफ़ज़ल अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र के साथ सन् 2000 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार के पद पर भी थे। उनके निधन से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में शोक की लहर दौड़ गई है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र व कांग्रेस नेता विवेक बंसल ने उनके निधन पर दुःख व्यक्त किया और उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताया। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज़ ने भी उनके निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए उन्हें याद किया।