विशेष संवाददाता। Twocircles.net
उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी सांसद मोहम्मद आज़म ख़ान के खिलाफ 11 और मामले दर्ज होने के बाद उनके खिलाफ दर्ज कुल मामलों की फेहरिस्त बढ़कर 100 तक पहुंच गई है। दरअसल, डूंगरपुर प्रकरण में दर्ज हुए 11 अन्य मुकदमों में भी उनका नाम शामिल कर लिया गया है, जिसके बाद उनके खिलाफ कुल 102 मुकदमे दर्ज हो गए हैं। अभी तक आज़म के खिलाफ 91 मुकदमे दर्ज थे। गौरतलब है कि फिलहाल, आज़म ख़ान अपने परिवार संग सीतापुर जेल में बंद हैं।
गुरुवार को एक विशेष अदालत में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई के दौरान, रामपुर पुलिस ने विशेष सांसद/विधायक अदालत को बताया कि आज़म ख़ान का नाम 11 और एफआईआर में जोड़ा गया है। पहले ये मामले जिले में मकानों के कथित अवैध विध्वंस को लेकर उनके करीबी सहयोगियों के खिलाफ दर्ज किए गए थे। आज़म खान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालत में पेश हुए थे। वह वर्तमान में अपनी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ सीतापुर जेल में बंद हैं।
धोखाधड़ी के आरोप में सीतापुर जेल में बंद सांसद आज़म ख़ान का नाम अब गंज कोतवाली में दर्ज चर्चित डूंगरपुर कांड में शामिल कर लिया गया है। आरोप है कि डूंगरपुर में लोगों के जबरन घर खाली करवाते हुए वहां लूट की गई थी। इतना ही नहीं आरोपी पीड़ित लोगों के घर से कीमती सामान की लूट भी करी गई थीं। पीड़ितों का आरोप है कि आजम खां के कहने पर ही उनके साथ यह सब किया गया था। डूंगरपुर प्रकरण में गिरफ्तार आरोपियों के बयानों के तहत पुलिस ने विवेचना के बाद सांसद आज़म ख़ान का नाम भी इन मुकदमों में शामिल कर लिया है। डूंगरपुर प्रकरण के 11 मुकदमों में आरोपियों के बयानों के बाद आजम खान नाम विवेचना में शामिल किया गया है।इस मामले में आज़म ख़ान के अलावा पूर्व सर्कल अधिकारी आले हसन , पूर्व सब इंस्पेक्टर फिरोज़ ख़ान, रामपुर नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष अज़हर अहमद खां एवं अन्य लोगों के खिलाफ लूटपाट के तहत मामले दर्ज किये गए थे।
पुलिस ने सुनवाई के दौरान बताया कि आज़म ख़ान पर डूंगरपुर के स्थानीय लोगों ने आपराधिक साजिश के तहत 11 मामले दर्ज कराए हैं। इनमें आज़म ख़ान और उनके सहयोगियों पर अवैध तरीके से मकानों को ढहाने और आज़म ख़ान के सहयोगियों पर कथित रूप से लूटपाट करने के आरोप लगाए हैं।
इस मामले में एमपी /एमएलए कोर्ट में नियुक्त अतिरिक्त जिला सरकारी वकील(एडीजीसी) रामअवतार सैनी ने बताया कि शिकायतकर्ताओं द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में आज़म ख़ान का नाम नहीं था। लेकिन,अब जांच के दौरान और अभियुक्तों के बयानों पर आज़म ख़ान का नाम जोड़ा गया है। ज्ञात हैं कि सपा सांसद आज़म ख़ान के खिलाफ साल 2018 के बाद कई मुकदमे दर्ज हुए। जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीन कब्जा करने के आरोप में 30 मुकदमे, घोसियान प्रकरण में 12 मुकदमे, लोकसभा चुनाव के दौरान आपत्तिजनक भाषण आदि के 20 मुकदमे दर्ज हुए थे. इसके अलावा मारपीट, धमकी देने संबंधित 29 अन्य मुकदमे दर्ज किए गए थे। आज़म ख़ान और उनका परिवार इस साल फरवरी से सीतापुर जेल में है।