जिब्रानउद्दीन।Twocircles.net
एकेडमिक रैंकिंग ऑफ़ वर्ल्ड यूनिवर्सिटी (एआरडब्ल्यूयू) द्वारा हाल ही में जारी किए 2021 की रैंकिंग में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को भारत के शीर्ष विश्वविद्यालयों की सूची में शामिल होने का गौरव प्राप्त हुआ है। दुनिया भर में उच्च शिक्षा के 1000 संस्थानों की रैंकिंग में भारत से केवल चौदह भारतीय संस्थान इस सूची में शामिल हो सके हैं। जिनमें छह विश्वविद्यालय और आठ विशेष शिक्षण संस्थान हैं। इसी एआरडबल्यूयू को शंघाई रैंकिंग के रूप में भी जाना जाता है।
यह दूसरी मर्तबा है जब एएमयू को इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल किया गया है। इससे पहले, पिछले वर्ष 2020 में ही एएमयू इस सूची में शामिल हुआ था। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के साथ सूची में इस वर्ष चौदह भारतीय संस्थानों को जगह मिली है जिसमें आईआईएससी, जेएनयू, कोलकाता विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, डीयू, आईआईटी दिल्ली, अन्ना विश्वविद्यालय, आईआईटी रुड़की, आईआईटी मद्रास, एम्स और भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) इत्यादि शामिल हैं।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इतने अच्छे प्रदर्शन के बाद वहां के स्टाफ और बच्चे बेहद उत्साह से भर गए हैं। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने भी अपने उत्साह को ट्विटर के माध्यम से व्यक्त करते हुए इस समाचार को लोगों के बीच सांझा किया। उन्होंने कोविड-19 महामारी से प्रभावित इस कठिन समय में भी विश्वविद्यालय की शानदार रैंकिंग पर अपना संतोष जाहिर किया है। वो कहते हैं, विश्वविद्यालय को तेजी से विकास दिलाने के लिए एक केंद्रित प्रयास किए जाने की जरूरत हैं जिसके लिए एएमयू बंधुत्व के सभी वर्गों को एक निश्चित भूमिका निभानी होगी।
विश्वविद्यालय की रैंकिंग समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर एम सलीम बेग ने जानकारी दिया कि ये रैंकिंग नोबेल पुरस्कार विजेताओं, क्षेत्र पदक विजेताओं, उच्च उद्धृत शोधकर्ताओं के प्रकृति या विज्ञान पत्रिकाओं में प्रकाशित पत्रों की संख्या के आधार पर की जाती है। इसके अलावा, विज्ञान उद्धरण सूचकांक-विस्तारित (एससीआईई) और सामाजिक विज्ञान उद्धरण सूचकांक (एसएससीआई) द्वारा अनुक्रमित महत्वपूर्ण मात्रा में कागजात वाले विश्वविद्यालयों को भी अध्ययन में शामिल किया गया है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अंग्रेजी स्नातकोत्तर के छात्र इबादुर रहमान TwoCircles.Net से कहते हैं कि ये यूनिवर्सिटी के हर छात्र के लिए गौरव का दिन है। “जहां एक तरफ यूनिवर्सिटी पर कई तरह के लांछन लगाए जाते रहे हैं वहीं ये रैंकिंग उन सारे झुटी खबरों के मूंह पर एक जोरदार तमाचा हैं।” इबादूर आगे कहते हैं, “हम सारे बच्चों को चाहिए कि वो और संघर्ष करे और यूनिवर्सिटी को आने वाले दिनों में इससे भी अच्छा मुकाम दिलवाए।” इबादूर की तरह ही दूसरे छात्र-छात्राओं ने अपनी खुशी का इजहार किया।
एक्टिविस्ट और स्नातक की छात्रा, नमरा खान ने सारे स्टाफ और बच्चों को खूब बधाई दी और साथ ही उनका धन्यवाद भी किया। वो कहती हैं, “हमने गुजरे कुछ सालों में यूनिवर्सिटी के ऊपर कई तरह के आरोप लगते देखे हैं, जिसकी वजह से यहां अक्सर प्लेसमेंट की भी समस्या होती रही है।” नमरा आगे कहती हैं, “लेकिन इस रैंकिंग की सूची के बाद पूरे भारत के साथ-साथ विश्वभर में एक अच्छा संदेश पहुंचा हैं। आशा है कि इस संदेश से लोगों के बीच विश्वविध्यालय की अच्छी छवि बनकर उभरेगी।”
एआरडब्ल्यूयू 2021 के अनुसार, भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) को भारत के अंदर नंबर एक पायदान की जगह मिली तो वहीं कलकत्ता विश्वविद्यालय देश के सभी प्रमुख उच्च शिक्षण संस्थानों में दूसरे स्थान पर रहे।
एकेडमिक रैंकिंग ऑफ वर्ल्ड यूनिवर्सिटी (शंघाई रैंकिंग) को वैश्विक विश्वविद्यालय रैंकिंग के अग्रदूत और सबसे भरोसेमंद के रूप में मान्यता प्राप्त है। इसकी स्थापना 2003 में की गई थी। एआरडबल्यूयू पारदर्शी कार्यप्रणाली और वस्तुनिष्ठ तृतीय-पक्ष डेटा के आधार पर सालाना दुनिया के शीर्ष 1000 शोध विश्वविद्यालयों को प्रस्तुत करता है। इस बार विश्व के विश्वविद्यालयों में, हार्वर्ड विश्वविद्यालय को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया है, जिसमें स्टैनफोर्ड और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। शीर्ष 10 की सूची में आठ विश्वविद्यालय अमेरिका के हैं जबकि दो ब्रिटेन के हैं।