स्टाफ़ रिपोर्टर। Twocircles.net
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (अब प्रयागराज ) में देसी बम की टेस्टिंग के दौरान एक छात्र की मृत्यु का मामला सामने आया हैं। देसी बम के परीक्षण के दौरान बम फट गया जिसमें 14 वर्षीय छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। गंभीर हालत में उसे एक निजी अस्पताल ले जाया गया लेकिन अस्पताल में उसे चिकित्सकों द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया। परिजनों की तहरीर पर मामले को दर्ज कर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक अन्य आरोपी की तलाश जारी है।
इलाहाबाद के फूलपुर थाना क्षेत्र के बाबूगंज गिरधरपुर गांव के रहने वाले विनोद कुमार का 14 वर्षीय पुत्र शुभम कुमार पिछले दो सालों से अपने ननिहाल इलाहाबाद ही के हनुमानगंज क्षेत्र के लोढ़वा गांव में रहकर पढ़ाई कर रहा था। शुभम अपने नाना तुलसीराम के घर पर मामा अरविंद के साथ रहता था। शुभम सरायलाहुरपुर के हनुमानगंज इंटर कॉलेज में आठवीं कक्षा का छात्र था।
जानकारी के अनुसार रविवार की शाम तकरीबन साढ़े छह बजे शुभम अपने घर के पास स्थित किराने की दुकान पर कुछ सामान लेने के लिए निकला तभी रास्ते में ही गांव ही के शुभम और अजीत नामक दो युवक पटाखों से निकले मसालों का बम बनाकर उसकी मारक क्षमता का परीक्षण कर रहे थें। मारक क्षमता का परीक्षण करने के लिए जैसे ही दोनों ने देसी बम बांधकर दिवार पर मारा तभी वहां से गुजर रह शुभम उसकी चपेट में आ गया। शुभम के गले में बम का छर्रा फंस गया और वो वहीं गिरकर तड़पने लगा।
शुभम के गले से खून बहने लगा और यह देखकर दोनों युवक वहां से फरार हो गए। गांव वालों ने इस घटना की सूचना शुभम के मामा अरविंद को दी। गंभीर हालत में शुभम को हनुमानगंज के एक निजी अस्पताल ले जाया गया लेकिन अधिक खून बहने के कारण अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक शुभम के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मृतक शुभम के मामा अरविंद सिंह की तहरीर पर सराय इनायत थाना में आरोपी शुभम और अजीत के विरुद्ध हत्या करने का केस पुलिस ने दर्ज करा हैं। सराय इनायत थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक आरोपी शुभम को गिरफ्तार भी कर लिया है और एक अन्य आरोपी अजीत की तलाश जारी है। पुलिस ने आरोपी शुभम के पास से एक देसी बम भी बरामद करा हैं।
सराय इनायत थाने के इंस्पेक्टर राकेश चौरसिया ने मीडिया से बातचीत में बताया कि गांव के दो युवक आतिशबाजी पटाखे से देसी बम बांधकर दीवार पर फोड़ रहे थे, तभी यह घटना हो गई है। आरोपी शुभम और अजीत दोनों शादियों में आतिशबाज़ी करने का काम करते थें।
शुभम की मृत्यु से घर में कोहराम की स्थिति हैं। मृतक शुभम की मां मंजु देवी का रो रो कर बुरा हाल हैं। शुभम अपने दो भाईयों और एक बहन में सबसे बड़ा था। गांव वालों के अनुसार शुभम पढ़ाई में बहुत अच्छा था और साथ ही गांव में सबसे मिलकर रहता था। मृतक शुभम के मिलनसार और हंसमुख स्वभाव ने उसकी मौत पर गांव में सभी को गमगीन कर दिया है।