स्टाफ रिपोर्टर।Twocircles.net
पंजाब के पूर्व डीजीपी पद्मश्री मोहम्मद इज़हार आलम का मोहाली के एक निजी अस्पताल में 72 वर्ष की उम्र में दिल का दौरा पड़ने के कारण मंगलवार को निधन हो गया। इज़हार आलम काफी समय से बीमार चल रहे थे। उन्हें बुधवार को दोपहर एक बजें सरहिंद शरीफ में पूरे राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। मोहम्मद इज़हार आलम 1972 बैच के आईपीएस अधिकारी थे।
मोहम्मद इज़हार आलम बिहार के चंपारण जिले के चिकनौटा गांव के रहने वाले थे। इज़हार आलम ने शिक्षा की शुरुआत शिवहर के प्रसिद्ध मदरसा मदरसा इस्लामिया अरबिया से करी फिर आगे की पढ़ाई मदरसा शमसुल होदा पटना से करी थीं। इज़हार आलम 1972 बैच के आईपीएस अधिकारी थे, वे 2009 में सेवानिवृत्त हुए थे। इज़हार आलम की गिनती अच्छे और श्रेष्ठ पुलिस अधिकारियों में होती थी।
पंजाब में आतंकवाद का मुकाबला करने में इज़हार आलम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। आतंकवाद के दौरान जब उन्हें पंजाब के विभिन्न जिलों में तैनात किया गया तो उन्होंने लोगों को सुरक्षा देने के लिए हथियार मुहैया करवाए। आतंकवाद से लड़ाई में उन्होंने आलम सेना भी बनाई। पंजाब से आतंकवाद को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए उन्हें 1987 में पद्मश्री से सम्मानित भी किया गया था।
2009 में सेवानिवृत्त होने के बाद इज़हार आलम राजनीति में आ गए और अकाली दल में शामिल हो गए। 2010 में उन्हें राज्य में तत्कालीन अकाली दल के नेतृत्व वाली सरकार ने पंजाब वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष बना दिया था। 2012 में विधानसभा चुनाव के दौरान अकाली दल द्वारा मालेरकोटला विधानसभा से टिकट देने पर कुछ पंथ संगठनों ने उनका विरोध किया लेकिन इस पर उनकी पत्नी निसारा खातुन को प्रत्याशी बनाया गया जिसमें उन्हें विजय हासिल हुई थी। लेकिन 2017 विधानसभा चुनाव में उन्हें हार मिली थी।
इजहार आलम ने इमारत-ए-शरिया पंजाब का मालेरकोटला में निर्माण करवाया जिसके वह चेयरमैन भी थे। उन्होंने हजरत हलीमा अस्पताल शुरू करवाकर लोगों को बेहतरीन सुविधाएं भी प्रदान करी थी। उन्होंने इस्लामिया गर्ल्स कालेज बनाकर शिक्षा के क्षेत्र में काम करा था।
एक मदरसे से निकल कर डीजीपी के पद तक पहुंचने वालें इज़हार आलम ने 1985 में जालंधर एसएसपी और 1986 में अमृतसर एसएसपी के रूप में सेवाएं दी। बाद में प्रतिनियुक्ति पर, इज़हार आलम ने पंजाब लौटने से पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस और दिल्ली में डीआईजी सीआरपीएफ के अलावा श्रीनगर में डीआईजी के रूप में भी काम किया था। उनके परिवार में उनकी पत्नी के अलावा तीन बेटे और दो बेटियां हैं।
पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद इज़हार आलम की मृत्यु पर पंजाब के कई नेताओं ने दुख व्यक्त करा हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दुःख व्यक्त करते हुए उनको श्रद्धांजलि अर्पित करी। इसके अलावा अकाली दल प्रमुख प्रकाश सिंह बादल समेत अन्य नेताओं ने उनकी मृत्यु पर दुख व्यक्त करा हैं।