मोहम्मद वसीम Twocircles.net के लिए
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज मेरठ की हस्तिनापुर विधानसभा में मखदुमपुर गांव में पहुंचे और यहां उन्होंने एक बड़ी सभा को संबोधित किया। हजारों की तादाद में जुटे लोगो को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने एक प्रकार से अपने चुनावी अभियान का आगाज कर दिया। यहां उन्होंने अपने संभावित प्रत्याशियों को जिताक़र भेजने की अपील की और उत्तर प्रदेश सरकार की कड़ी आलोचना की।
शहीद दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में सभा से पहले 1857 की क्रांति में शहीद हुए कोतवाल धन सिंह गुर्जर की प्रतिमा का अनावरण किया और कहा कि समाजवादी पार्टी प्रदेश को बनाने का काम करती है जबकि मौजूदा सरकार सिर्फ बांटने का काम कर रही है। वो सिर्फ नाम बदलना जानते हैं। उद्घाटन का उद्घाटन करते हैं और अंधेरगर्दी फैला रहे हैं। मौजूदा सरकार से सभी तंग हैं आम जनता इनसे मुक्ति चाहती है।
रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि शहीद धनसिंह कोतवाल ने अपने जीवन को न्योछावर कर देश को आजाद कराने में अहम भूमिका निभाई थी, उन्होंने धनसिंह कोतवाल, भगत सिंह एवं राम मनोहर लोहिया के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया। अखिलेश यादव ने यहां इस सरकार में गरीब मजदूर किसान परेशान है। किसानों का समय पर गन्ना भुगतान नहीं हो पा रहा है। केंद्र व प्रदेश में चल रही भाजपा सरकार में आम जनता सुरक्षित नहीं है।
किसान अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठा हुआ है। लेकिन उनकी आवाजों को दबाया जा रहा है। पूर्व में पहले तो नोटबंदी ने मारा, फिर कोरोना की महामारी ने रुला दिया, उसके बाद अब डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस में बढ़ोतरी कर जनता का दिवाला निकाल दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व में रही सपा सरकार ने किसानों का गन्ना मूल्य बढ़ाया था। तथा गरीबों को पेंशन, लैपटॉप, साईकिल, कन्या विद्याधन मजदूरों को रोजगार देने का काम किया था।
प्रदेश में भाजपा सरकार को 4 साल पूरे हो गए हैं। लेकिन युवाओं को न तो रोजगार मिला और न ही गरीबों को किसी योजना का लाभ मिला। बॉर्डर पर तीन कानून को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। लेकिन किसानों की मांगों को सुना नहीं जा रहा है। किसानों की आवाज को दबाया जा रहा है। देश में महंगाई अपने चरम सीमा पर है। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ चुका है भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब जीत होती है तो सबसे पहले हस्तिनापुर का विधानसभा सीट जीतने के बाद सरकार बन जाती है। उन्होंने पूर्व विधायकों को आश्वस्त किया कि वह एक बार फिर चुनाव मैदान में आएंगे और भारी मतों से जीत कर प्रदेश का चहुमुखी विकास करेंगे।
अखिलेश यादव की इस सभा के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनावी संग्राम के आगाज़ लगभग हो चुका है। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व वाली सरकार के चार साल पूरे होने पर अब विपक्षी पार्टियों ने कमर कस ली हैं। इससे पहले अखिलेश यादव रामपुर से साइकिल यात्रा लेकर गए हैं। इसी सप्ताह मथुरा में भी वो किसान पंचायत में जयन्त चौधरी के साथ शामिल हुए थे। हस्तिनापुर मेरठ की विधानसभा सीट है। बेहद रोचक इस सीट का इतिहास यह है कि जिस पार्टी का भी विधायक यहां चुनाव जीतता है सूबे में उसी पार्टी की सरकार बनती है।