जिब्रानउद्दीन। Twocircles.net
पिछले कुछ दिनो से भारत में ऑक्सीजन की कमी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी हैं। जिसकी वजह से देश को काफी आलोचनाओं का भी सामना करना पर रहा। वहीं इस महामारी के अंधेरे में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय एक उम्मीद की रोशनी बनकर सामने आया है। कुलपति तारिक मंसूर ने ऑक्सीजन की कमी को काफी हद तक पूर्ति करवाने की खातिर, यूनिवर्सिटी फंड से 1.41 करोड़ रुपए की राशि ऑक्सीजन संयंत्र की स्थापना करने के लिए मंजूर की है।
इस कदम के बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय देश का पहला शैक्षणिक संस्थान हो जाएगा जिसके पास स्वंय का आॅक्सीजन प्लांट होगा।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद (आईपीएस) ने बताया कि, “कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने ऑक्सीजन संयंत्र की स्थापना के लिए 1.41 करोड़ की राशि मंजूर की है और यह एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की बढ़ती आवश्यकता को पूरा करने में सक्षम रहेगा।” आगे बताया, “जेएनएमसी में ऑक्सीजन सिलेंडर को फिर से भरने में भी मदद मिला करेगा।” अभी ऑक्सीजन संयंत्र की स्थापना की प्रक्रिया तीन से चार सप्ताह में पूरी होने की उम्मीद है।
जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. शाहिद अली सिद्दीकी ने मीडिया से हुई बातचीत में कई जानकारी दी, “यह प्लांट वातावरण से ही ऑक्सीजन लिया करेगा। मेडिकल कॉलेज में पहले से ही दो लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट हैं और नए प्लांट की मदद से पूरी तरह से ऑक्सीजन की कमी दूर हो जाएगी।”
सिद्दीकी ने बताया, “अस्पताल को लिक्विड ऑक्सीजन के अलावा हर रोज डेढ़ सौ बड़े ऑक्सीजन सिलेंडरों की भी जरूरत होती है, लेकिन फिलहाल इसकी पूर्ति नहीं हो पा रही है।” सिद्दीकी के मुताबिक नए प्लांट के लगाने से ऑक्सीजन की कमी पूरी तरह से दूर हो जाएगी।
मिली जानकारी के अनुसार पिछले चंद दिनों में एएमयू के 18 स्टाफ और टीचरों की मौत हो चुकी है। जिनमें से कई के कोरोना संक्रमण होने की बात सामने आई थी। यूनिवर्सिटी के कुलपति तारिक मंसूर समेत बाकी स्टाफों ने भी हुई मौतों पर अपना शोक जाहिर किया था।
आपको बता दें कि हाल ही में ऑक्सीजन की हुई कमी ने देश भर में कई सवाल खड़े किए हैं। ऑक्सीजन समय पर प्राप्त न कर पाने की वजह से कई लोगों ने अपनी जानें गंवा दी। ऐसे मौके पर एएमयू प्रशासन द्वारा उठाया गया ये कदम बेहद सराहनीय है।
अब तक देशभर में कोरोना वायरस के चलते लाखों जानें जा चुकी हैं। कोरोना की वजह से मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही, जिससे अस्पतालों का बोझ काफी बढ़ गया है। अस्पतालों में बेड, दवाओं और ऑक्सीजन को लेकर कोहराम मचा हुआ है। अकेले रविवार को ही 3 लाख 92 हजार कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए गए हैं।