स्टाफ़ रिपोर्टर।Twocircles.net
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल ने सोमवार को शपथ ली है । बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी कैबिनेट के 43 मंत्रियों को शपथ दिलाई। ममता बनर्जी कैबिनेट में 7 मुस्लिम चेहरों को जगह मिली तो वहीं 8 महिलाओं को भी मंत्रिमंडल में जगह दी गई हैं। कैबिनेट में शामिल सात मुस्लिम विधायकों में से चार को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है तो वहीं दो को राज्यमंत्री तों वहीं एक विधायक को स्वतंत्र प्रभार में शामिल किया गया है।
ममता बनर्जी तीसरी बार सत्ता में आई हैं। ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने 213 सीटें हासिल है। भारतीय जनता पार्टी ने 77 सीटे हासिल की हैं। कांग्रेस और लेफ्ट का इस बार बंगाल से सफाया हो गया है। बंगाल के विधानसभा चुनाव में इस बार 42 मुसलमान विधायक बने हैं जिसमें से 41 विधायक तृणमूल कांग्रेस के हैं तो एक विधायक अब्बास सिद्दीकी के नेतृत्व वाले भारतीय सेक्युलर मोर्चे से हैं।
ममता बनर्जी ने अपने 7 मुस्लिम विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया हैं। मंत्रिपरिषद में शामिल होने वालों में फिरहाद हकीम, जावेद अहमद खान, गुलाम रब्बानी, सिद्दीकुल्ला चौधरी ,अखरुज्जमां ,यास्मीन सबीना और हुमायूँ कबीर शामिल हैं।
फिरहाद हकीम, जावेद अहमद खान, गुलाम रब्बानी और सिद्दीकुल्ला चौधरी को कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई तो वहीं अखरुज्जमां और यास्मीन सबीना राज्यमंत्री के तौर पर शामिल किया गया है तो हुमायूँ कबीर ने स्वतंत्र प्रभार मंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करी हैं। स्वतंत्र प्रभार मंत्री के तौर पर शामिल करे गए हुमायूँ कबीर पूर्व आईपीएस अधिकारी रह चुके हैं।
इस बार ममता बनर्जी की जीत में मुसलमान मतदाताओं की अहम भूमिका अहम मानी जा रही है। यहीं वजह हैं मुस्लिमों को मंत्रिमंडल में तवज्जों दी गई है। टीएमसी के 97 प्रतिशत मुस्लिम उम्मीदवारों ने अपनी सीट जीती है। बंगाल में मुसलमान की आबादी लगभग 3 करोड़ हैं। इस बार 42 मुसलमान विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे हैं। 2016 और 2011 में यह आंकड़ा 59 विधायकों का था।