आकिल हुसैन।Twocircles.net
हरियाणा में मेवात के सोहना तहसील के खालीपुर खेड़ा गांव हुई आसिफ़ की माब लिंचिंग मामले में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें अदालत ने चार दिन की रिमांड पर भेज दिया है। 25 वर्षीय आसिफ 16 मई को दवाई लेकर लौट रहा था, तभी एक नफरती भीड़ ने उस पर हमला कर दिया था और भीड़ द्वारा उसकी हत्या कर दी गई थी।
माब लिंचिंग का शिकार मृतक आसिफ़ के पिता ज़ाकिर हुसैन ने रोजकामेव थाना में एफआईआर दर्ज कराई थी। पिता ज़ाकिर ने 14 नामजद और 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। पुलिस ने आसिफ़ के पिता ज़ाकिर की तहरीर पर पटवारी, आडवाणी, भीम, रिषि, सोनू , कोटा, अनुप, महेद्र,बल्ला,नत्थू, कुलदीप, राजू ,काला, संदीप के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा 25, आईपीसी की धारा 148,149,302,323,341,365 के तहत मुकदमा दर्ज किया।
आसिफ़ के परिवार वालों ने मांग की थी कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती वे आसिफ़ का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। जिसके बाद पुलिस ने आसिफ़ की माब लिंचिंग में शामिल 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करके उन्हें पुलिस ने अदालत में पेश करा जहां अदालत ने उन्हें रिमांड पर भेज दिया गया। गिरफ्तार हुए आरोपियों में राजू पुत्र बिल्लू निवासी खेडली दौसा, अनूप पुत्र महेन्द्र सिंह, महेन्द्र पुत्र सिंगराम, ललित पुत्र रोहताश निवासी खेडा खलीलपुर, संदीप पुत्र मोहनचन्द निवासी उदाका व अंकित पुत्र लेखराज शामिल हैं। गिरफ्तार हुए अंकित और ललित का नाम एफआईआर में अज्ञात में दर्ज हुआ था। गवाहों के बयान पर अंकित और ललित को गिरफ्तार किया गया बाकि चार आरोपी एफआईआर में नामजद थे।
अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। मेवात के एसपी नरेंद्र सिंह बिजारनिया ने डीएसपी सुधीर तनेजा के नेतृत्व में एसआईटी गठन का किया। एसआईटी में मलखान सिंह एसएचओ रोजका मेव थाना, सीआईए नूह इंचार्ज अमित कुमार , उप निरीक्षक सुरेश कुमार के अलावा साइबर एक्सपर्ट भी शामिल है।
मामला 16 मई का हैं। खालीपुर खेड़ा गांव का रहने वाला जिम ट्रेनर 25 वर्षीय आसिफ़ अपने दो चचेरे भाई राशिद और वासिफ के साथ सोहना दवा लेने गया हुआ था। जब वो वापस घर आ रहें थे तभी उनकी गाड़ी का तीन कारों ने पीछा किया, जिसमें करीब 15 लोग बैठे हुए थे। आसिफ़ की कार को चारों तरफ़ से टक्कर मारी और तीनों को कार से बाहर निकाल कर जमीन पर गिरा दिया। इस बीच कार से निकले लोगों ने घेरकर आसिफ और उसके चचेरे भाइयों के ऊपर लाठी और डंडों से हमला कर दिया।
हमले में आसिफ की मौत हो गई बाकि राशिद और वासिफ गंभीर रूप से घायल हो गए जिसमें अब दोनों की की हालत बेहतर बताई जा रही है। मामले के चश्मदीद गवाह वासिफ ने पुलिस को बताया कि हमले में उसके ही गांव के 9 से 10 लड़के शामिल थे। कुछ आरोपी आस-पास के गांवों से थे। वासिफ ने पुलिस को बताया कि उन्होंने आसिफ को लाठी-डंडों के साथ सरिए से भी पीटा और फिर बाद में गोली भी मार दी। आसिफ़ के पिता के अनुसार जब उनको राशिद की लाश मिली तो पूरे शरीर पर चोट के निशान थे और हाथ उसका टूटा हुआ था।
गांव में तनाव की स्थिति की वज़ह से पुलिस को स्थिति संभालने में काफ़ी मशक्कत भी करना पड़ा। आसिफ़ के परिवार ने मांग करी थी कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती वे लोग आसिफ़ के शव को नहीं दफनाने देंगे। आसिफ़ की शादी हो चुकी थी। आसिफ के तीन बच्चे भी हैं जिसमें एक बड़ा बेटा 6 साल का, दूसरा बेटा 4 साल का और एक 5 महीने का बेटा भी हैं।