न्यूज डेस्क। Twocircles.net
पूर्व सांसद जयंत चौधरी राष्ट्रीय लोकदल के नए अध्यक्ष चुने गए हैं। राष्ट्रीय लोक दल अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह के निधन के बाद उनके बेटे जयंत चौधरी को पार्टी की कमान सौंपी गई है। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से जयंत को नया अध्यक्ष चुना गया है। कोरोना के कारण पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक वर्चुअली बुलाई गई थी।
चौधरी अजित सिंह के कोरोना संक्रमण से निधन के बाद राष्ट्रीय लोकदल पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की वर्चुअली बैठक बुलाई गई थी जिसमें सदस्यों द्वारा पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनना था। राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने पार्टी अध्यक्ष को लेकर अपनी-अपनी राय दी। पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के 34 सदस्यों ने वर्चुअल बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी के नाम पर मुहर लगा दी।
बैठक के दौरान पार्टी के महासचिव त्रिलोक त्यागी ने जयंत के नाम का प्रस्ताव राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए पेश किया जिसका पूर्व सांसद एवं राष्ट्रीय महासचिव मुंशीराम पाल ने अनुमोदन किया तथा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से इसका समर्थन किया और जयंत चौधरी को पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना।
27 दिसंबर 1978 को अमेरिका के टेक्सास में जन्मे जयंत चौधरी ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से स्नातक की पढ़ाई की है। 2009 में वह मथुरा लोकसभा सीट से सांसद बने थे। 2014 के चुनाव में उन्हें मथुरा से हेमा मालिनी और 2019 के चुनाव में बागपत लोकसभा सीट से सत्यपाल सिंह से हार का सामना करना पड़ा था। जयंत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से पहले अभी तक पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद का निर्वाहन कर रहे थे।
जयंत चौधरी ने अध्यक्ष पद संभालते ही अपना तेवर दिखाते हुए 26 मई को प्रस्तावित किसानों के आंदोलन को समर्थन देने का एलान किया और साथ ही कार्यकर्ताओं से इसमें बड़ी संख्या में भाग लेने का आह्वान किया है। जयंत ने बैठक में सरकार से मांग की है कि किसानों से वार्ता कर समस्या का जल्द कोई हल निकालें।
पार्टी के अध्यक्ष पद पर ताजपोशी के बाद वीडियो के माध्यम से जयंत चौधरी ने पार्टी के नेताओ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि,’ अध्यक्ष पद पर चुने जाना उनके लिए एक चुनौती हैं और साथ ही एक जिम्मेदारी भी है जिसमें पार्टी के सदस्यों ने विश्वास जताया हैं’। उन्होंने कहा हैं कि वो चौधरी चरण सिंह और चौधरी अजित सिंह के बताए रास्ते पर चलते हुए गांव-किसानों के हित के लिए सदैव संघर्षरत रहेंगे।
1999 में राष्ट्रीय लोकदल का गठन चौधरी अजित सिंह ने किया था। वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। अब उनके निधन के बाद जयंत चौधरी पार्टी की कमान संभालेंगे। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजित सिंह की विरासत अब जयंत चौधरी के हाथ में है। अब जयंत के सामने 2022 विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को मजबूती से खड़ा करना चुनौती होंगी।