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गुरुग्राम में मुसलमानों के समर्थन में सिख समाज, नमाज़ के लिए गुरुद्वारे के खोल दिए द्वार

स्टाफ़ रिपोर्टर।Twocircles.net

हरियाणा के गुरुग्राम में खुले में नमाज़ को लेकर काफ़ी लंबे समय से विवाद चल रहा है। गुरुग्राम में जहाँ कुछ स्थानीय और हिंदूवादी संगठन खुलें में नमाज़ अदा करने को लेकर विरोध कर रहे हैं और नमाज़ नहीं होने दे रहे तो वहीं गुरुग्राम में ही कुछ ऐसे लोग भी सामने आएं हैं जिन्होंने जुमे की नमाज़ अदा करने के लिए अपनी जगह देने का फैसला किया है। इसके अलावा गुरुग्राम के सिख समुदाय ने भी मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील की है कि वे गुरुद्वारे में आकर नमाज पढ़ सकते हैं। मानवता और भाईचारे की कहानियां समाज को एक मजबूती का संदेश देती है।

दिल्ली से सटे गुरुग्राम में पिछले कुछ समय से हिंदूवादी संगठन खुलें में नमाज़ अदा करने को लेकर विरोध कर रहे हैं। ऐसे में गुरुग्राम के ही स्थानीय हिंदू अक्षय राव नामक व्यक्ति ने जुमे की नमाज़ के लिए अपनी जगह देने की पेशकश की है। गुरुग्राम के सेक्टर 12 के पास ही अक्षय राव ने अपनी खाली दुकान जुमे की नमाज़ के लिए देने का फैसला किया हैं।

गुरुग्राम के रहने वाले अक्षय राव पेशे से एक वाइल्ड लाइफ टूर ऑर्गनाइजर हैं। अक्षय राव की ओल्ड गुड़गांव के मकैनिक मार्केट में कई दुकानों हैं। अक्षय राव के अनुसार उनकी दुकानों के ज्यादातर किरायेदार मुस्लिम हैं और उन्हें जुमे की नमाज पढ़ने के लिए तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था क्योंकि खुलें में नमाज़ अदा करने के लिए कुछ जगहों पर रोक लगा दी गई है, उन्होंने किराएदारों की परेशानियों को देखते हुए उन्हें अपनी एक खाली पड़ी दुकान में नमाज पढ़ने को दी है जहां पर वे जुमे की नमाज़ सामूहिक रूप से अदा कर सकते हैं। अक्षय राव के अनुसार दुकान में जगह कम हैं लेकिन 15 से 20 लोग नमाज पढ़ सकते हैं।

अक्षय राव मीडिया से बातचीत में कहते हैं कि वे गुरुग्राम में ही पले-बढ़े हैं और यहां कभी सांप्रदायिक विवाद नहीं देखा। उन्होंने कहा कि ,’नमाज़ अदा करने को लेकर हो रहें विवाद को सुनकर वो बेहद परेशान हैं। अक्षय कहते हैं कि उनका उद्देश्य यह है कि अपने मुस्लिम भाइयों को भरोसा दे सके कि सिर्फ मुट्ठीभर लोग हैं जो ये सब कर रहे हैं। वे कहते हैं कि गुरुग्राम में हम एक साथ शांति से रहते आए हैं और आगे भी अपने सामाजिक सौहार्द को बनाए रखेंगे’।

अक्षय राव ने कहा कि उन्होंने कोई ख़ास या नया काम नहीं किया है। अक्षय के अनुसार वे पिछले कई सालों से नमाज़ अदा करने के लिए जगह देने का काम करते आए हैं। अक्षय कहते हैं कि इस तरह की पहल से समाज में सद्भाव बनाए रखने में मदद मिल सकती हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की मदद करने की राह में यह मेरा छोटा सा कदम था, मैं अपनी जगह पर नमाज अदा करने के लिए मुस्लिम लोगों का स्वागत करता हूं।

अक्षय राव के अलावा गुरुग्राम के सिख समुदाय ने भी ‘आओ गुरुद्वारे में पढ़ो नमाज’ मुहिम शुरू की है। गुरुग्राम की श्री गुरु सिंह सभा ने मुस्लिम समुदाय से गुरुद्वारे में आकर नमाज़ अदा करने की अपील करी हैं।

गुरुसिंह सभा के प्रधान शेरगिल सिंह सिद्धू ने कहा हैं कि,’हमारे प्रथम गुरु श्री गुरुनानक देव जी ने हमे यही सिखाया है कि अव्वल अल्लाह नूर उपाया, कुदरत दे सब बंदे, एक नूर ते सब जग उपजाया कौन भले को मंदे। उन्होंने कहा कि गोल्डन टेंपल में भी नमाज अदा की जाती रही है। उन्होंने कहा कि इबादत से रोकना गुनाह है. 

वहीं स्थानीय मुस्लिम संगठन मुस्लिम एकता मंच ने अक्षय राव और गुरुसिंह सभा की इस पहल का स्वागत किया हैं। संगठन के अध्यक्ष हाजी शहजाद खान ने कहा हैं कि यह एक अच्छी पहल है कि पास के एक हिंदू भाई ने शुक्रवार की नमाज अदा करने के लिए अपनी जगह दी। उन्होंने कहा कि इस पहल से मानवता और भाईचारे को बढ़ावा मिलेगा।

उन्होंने कहा कि निजी जगह कोई समाधान नहीं हैं क्योंकि पहले हम देख चुके हैं कि पड़ोसी आपत्ति जताने लगते हैं।मुस्लिम एकता मंच ने गुरुग्राम प्रशासन से मांग करी हैं कि वक़्फ़ बोर्ड के अंतर्गत आने वाली 19 मस्जिदों को नमाज़ियों के लिए प्रशासन खोल दे, जो कि बंद पड़ी हुई हैं, ताकि वो उन मस्जिदों में नमाज़ अदा कर सकें।

गुरुग्राम में विभिन्न हिंदू संगठनों द्वारा खुलें में नमाज़ अदा करने को लेकर लगातार विरोध किया जा रहा है। गुरुग्राम के सेक्टर 12 में 29 अक्टूबर को जुमे की नमाज़ में कथित रूप से बाधा डालने के लिए एकत्र हुए करीब 30 लोगों को पुलिस ने कुछ समय के लिए हिरासत में ले लिया था।गुरुग्राम प्रशासन ने भी नमाज़ अदा करने के लिए अधिकृत 37 स्थानों में से 8 स्थानों की परमिशन भी रद्द कर दी हैं। इसके अलावा सेक्टर 12 में जिस खुली जगह में जुमे की नमाज़ पढ़ी जाती थी, हाल ही में उसी जगह पर हिंदूवादी संगठनों द्वारा गोवर्धन पूजा का आयोजन किया गया‌ था।