ज़ाकिर अली त्यागी twocircles.net के लिए
28 अगस्त को मेरठ में हुए एक प्रॉपर्टी डीलर और एआईएमआईएम के नेता ज़ुबैर अहमद की हत्या का मामला अब तक सुलझता नही दिख रहा, प्रॉपर्टी में विवाद के चलते बदमाशों ने जुबैर अहमद की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी। 40 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपियों का पता नही लगा पाई है। न्याय में विलंब होता देख ज़ुबैर अहमद की पत्नी फ़ातिमा परवीन शुक्रवार को लिसाड़ी गेट थाने के पास धरने पर बैठ गईं। हालांकि बाद में उच्च अधिकारियों द्वारा न्याय दिलाने का आश्वाशन देते हुए उनके धरने को खत्म करवा दिया गया।
TwoCircles.Net ने मृतक ज़ुबैर की धरनारत पत्नी से बात की जिसमें उन्होंने कई गंभीर खुलासे किए हैं। फ़ातिमा परवीन ने कहा, “बीते शुक्रवार को मेरे पति की हत्या को 40 दिन हो गये, इतने दिन बीत जाने के बाद भी हमारे पास मामले की उचित जानकारी नहीं है”, फातिमा आगे बताती हैं कि उन्हे ये भी नही पता है के पुलिस ने उनके पति की मौत के मामले में कितनों को आरोपी बनाया है और कितने आरोपियों पर कार्रवाई की है। “हमने मेडिकल थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी लेकिन हमारे पास एफआईआर की कॉपी तक नही है”
फातिमा को जब दूर-दूर तक इंसाफ मिलता नहीं दिखा तो वो शुक्रवार को लिसाड़ी गेट थाने के पास धरने पर बैठ गईं। “मामले में अबतक किसी भी हत्यारोपी को गिरफ्तार नही किया गया है। मैं अपने परिजनों के साथ कई बार पुलिस स्टेशन का चक्कर लगा चुकी हूं ताकि मालूम चले कि मेरे पति की हत्या के मामले में क्या चल रहा है, लेकिन हमें कोई भी जवाब नही मिल पाता है,” फातिमा आगे कहना जारी रखती हैं, “मैं अपने छोटे बच्चों के साथ न्याय पाने की उम्मीद में शुक्रवार को पूरे दिन धरने पर बैठी थीं। वहां कुछ अधिकारियों ने 10 दिनों में कार्यवाही करने का भरोसा दिलाते हुए हमें धरने से उठवा दिया।”
फातिमा की शिकायत एआईएमआईएम के कुछ नेताओं से भी है, जिस पार्टी से उनके पति जुड़े हुए थें और पार्षद भी थें। वो कहती हैं, “हत्या के बाद, शुरुआत में तो पार्टी के नेता लोग घर आए थें, लेकिन उसके बाद उन्होंने साथ छोड़ दिया। अगर पार्टी साथ खड़ी होती तो मुझे न्याय पाने के लिए दर-बदर नही भटकना पड़ता।” हालांकि साथ ही फातिमा ने ये भी बताया कि जब वो धरने पर बैठी तो पार्टी के नेता लोग भी उनके साथ मे आकर धरने पर बैठ गये थें। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इंसाफ़ की मांग करने के लिए धरने पर बैठी थी, क्योंकि उन्होंने ही “बेटी बचाओ” की बात कही थी, आखिर में मैं भी तो एक बेटी ही हूँ।” फातिमा ‘न्याय मिलने’ को अपनी उम्मीद और अधिकार बताती है, “मेरी प्रशासन से मांग है कि जल्द से जल्द तमाम आरोपियों पर सख़्त कार्यवाही की जाये, वरना जब तक उन्हें सज़ा नही दी जाती मैं इंसाफ पाने के लिए संघर्ष करती रहूंगी।
एआईएमआईएम के पश्चिम उत्तर प्रदेश प्रभारी फ़रहान ज़ुबैरी से जब हमने इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा, “योगी सरकार में क्राइम का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है, एनसीआरबी के डाटा के हिसाब से योगी सरकार में हर 2 घण्टे में एक रेप का मामला दर्ज किया जाता है।” संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना के अनुसार सरकार के गठन से लेकर 9 मई तक राज्य में कुल 729 हत्याएं, 803 बलात्कार, 60 डकैती, 799 लूट और 2682 अपहरण की घटनाएं हुई हैं, “मेरठ में एआईएमआईएम के पार्षद का दिन दहाड़े मर्डर कर देना लॉ एंड आर्डर की कमी को दर्शाता है, यूपी में अपराध योगी सरकार आने के बाद 30 प्रतिशत बढ़ा है। “पार्षद ज़ुबैर के परिवार के साथ मजलिस खड़ा है, जब तक ज़ुबैर अहमद को इंसाफ नहीं मिल जाता है, हम उनके लिए इंसाफ दिलाने की लड़ाई लड़ते रहेंगे।”
इस मामले में जब हमने मेरठ सिटी के एसपी विनीत भटनागर से संपर्क किया तो उन्होंने हमसे बात नही की, उन्होंने ये कहते हुए कॉल काट दिया कि “मैं अभी व्यस्त हूँ किसी घटनास्थल पर मौज़ूद हूँ इसलिए मैं आपसे अभी कोई बात नही कर सकता, मैं फ्री हुआ तो आपसे बात करूँगा।”