छत्तीसगढ़ में पादरी के साथ मारपीट,बजरंग दल पर आरोप

आकिल हुसैन।twocircles.net

छत्तीसगढ़ में एक थाने के अंदर हिंदूवादी संगठन के लोगों द्वारा पादरी से मारपीट का मामला सामने आया हैं। हिंदूवादी सगठन के लोगों ने पादरी पर जबरन धर्मांतरण का आरोप लगाया था। पादरी को धर्मांतरण के मुद्दे पर पूछताछ के लिए थाने में बुलाया गया था।इस दौरान बजरंग दल के लोगों ने थाने का घेराव किया और इंस्पेक्टर के सामने उसकी पिटाई करी। पुलिस ने पादरी के साथ मारपीट करने वाले हिंदूवादी संगठन के लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।


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मामला छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के भटागांव इलाके का है। जहां बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एक ईसाई पादरी हरीश साहू पर जबरन धर्म परिवर्तन करवाने का आरोप लगाया था। धर्म परिवर्तन का आरोप लगाते हुए रविवार को बजरंग दल के कार्यकर्ता पुरानी बस्ती थाने पहुंच गए और थाने का घेराव करते हुए नारेबाज़ी शुरू कर दी। और पुलिस से पादरी पर कार्रवाई की मांग करने लगे।

बजरंग दल ने शिकायत दर्ज कराई कि भाटागांव इलाके में ईसाई पादरी द्वारा जबरन धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश करी जा रहीं हैं। शिकायत पर पुलिस ने छत्तीसगढ़ क्रिश्चियन फोरम के महासचिव अंकुश बरियेकर और एक अन्य व्यक्ति प्रकाश मसीह को पुरानी बस्ती थाने बुलाया। बजरंग दल के लोग ईसाई समुदाय के लोगों को पुलिस स्टेशन में देख कर भड़क गए और दोनों में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई।

विवाद उत्पन्न होता देख पुलिस तीनो लोगों को इंस्पेक्टर के कमरे में ले गई। लेकिन बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंचकर पादरी की पिटाई कर दी। बजरंग कार्यकर्ताओं ने पुलिस इंस्पेक्टर के कमरे में ईसाई समुदाय के दो लोगों को जमकर गालियां दीं और मारपीट करी। यह सब घटना पुलिस इंस्पेक्टर के सामने होते रहीं।

पादरी के साथ मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि बजरंग दल से जुड़े लोग पादरी और मिशनरी के लोगों की पुलिस इंस्पेक्टर के सामने चप्पल और जूतों से पिटाई कर रहे हैं। बाद में पुलिस ने किसी तरह बजरंग दल कार्यकर्ताओं को वहां से बचाते हुए बाहर निकाला। इस दौरान बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने थाने के बाहर प्रदर्शन किया और हनुमान चालीसा का पाठ भी किया।

बजरंग दल ने पादरी पर भाटागांव में सभाएं कर धार्मिक ग्रंथ बांटने का आरोप लगया है। ईसाई समुदाय ने बजरंग दल के इन आरोपों को खारिज किया है। इस घटना के बाद मारपीट के दौरान मौजूद रहे पुरानी बस्ती थाने के थाना प्रभारी यदुमणि सिदर को लाइन हाज़िर कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ क्रिश्चियन फोरम के महासचिव अंकुश बरियेकर ने मारपीट करने वाले बजरंग दल कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज कराया है।

पुलिस ने आरोपी बजरंग दल कार्यकर्ताओं सम्भव शाह, शुभान्कर द्विवेदी, मनीष साहू, संजय सिंह, विकाश मित्तल, अनुरोध शर्मा, शुभम अग्रवाल समेत कई अन्य अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, धारा 294, धारा 323 और धारा 506 के तहत मामला दर्ज किया हैं। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों पर दंगा करना ,अश्लील कार्य जानबूझकर चोट पहुंचाना, आपराधिक धमकी देने का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस ने अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार‌ नहीं किया है।

एसएसपी रायपुर तारकेश्वर पटेल ने मीडिया से बताया कि शिकायत मिली थी कि जबरन धर्मांतरण कराया जा रहा है। इसकी जांच के लिए जब एक पक्ष को बुलाया गया तो दूसरे पक्ष के लोग भी यहां पहुंच गए। दोनों पक्ष में कहासुनी हुई है। मामले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा हैं कि पुलिस धर्मांतरण की शिकायत की जांच कर रही है।

इस घटना के बाद छत्तीसगढ़ के क्रिश्चियन फोरम के अध्यक्ष अरुण पन्नालाल ने पुलिस और राज्य सरकार पर ईसाई प्रार्थना स्थलों पर हमले के मामलों में उचित कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा हैं कि यह एक बहुत ही खतरनाक प्रवृत्ति है, जो राज्य में प्रचलित हो गई है और सरकार इसे रोकने में विफल रही है। हम इस सरकार के सुस्त रवैये से बेहद आहत हैं।

छत्तीसगढ़ में एक हफ्ते में यह दूसरी घटना हैं जिसमें ईसाई समुदाय के लोगों के साथ धर्मांतरण का आरोप लगा मारपीट करी गई हैं। इससे पहले छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के पोल्मी गाँव में 25 वर्षीय पादरी कवलसिंह परस्ते की हिंदूवादी संगठन से जुड़े लोगों की भीड़ द्वारा पिटाई करी गई थी। इस मामले में भी पादरी पर धर्म परिवर्तन में शामिल होने का आरोप लगाया गया था।

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