न्यूज़ डेस्क। Twocircles.net
उत्तर प्रदेश एटीएस ने मौलाना कलीम सिद्दीक़ी को धर्मांतरण करवाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। एटीएस ने मौलाना कलीम सिद्दीकी को मंगलवार देर रात मेरठ से गिरफ्तार किया हैं। एटीएस ने कलीम सिद्दीक़ी से पूछताछ के बाद उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि की है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए बताया कि मौलाना कलीम सिद्दीकी के खिलाफ अवैध रूप से धर्मांतरण में लिप्त होने के तथ्यों का पता चला है, साथ ही आरोप है कि विदेश से करोड़ों रुपये कलीम सिद्दीकी के खाते में आए थे।
मौलाना कलीम सिद्दीकी मंगलवार रात को मुजफ्फरनगर से मेरठ के लिसाड़ीगेट के हुमांयूनगर में स्थित एक मस्जिद के इमाम शारिक के यहां आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। रात लगभग नौ बजे नमाज अदा करने के बाद मौलाना वापस मुजफ्फरनगर लौट रहे थे, इसी दौरान उन्हें गिरफ्तार किया गया। इस दौरान परिजनों ने उन्हें कॉल की, लेकिन मोबाइल बंद मिला। परिजनों ने जानकारी मेरठ में इमाम शारिक को दी। परिजनों और परिचितों ने तलाश शुरू की, लेकिन जानकारी नहीं मिली। इसके बाद लोगों की भीड़ लिसाड़ीगेट थाने पर जुट गई। देर रात तक हंगामा चलता रहा। कुछ समय बाद जानकारी मिली कि मौलाना को एटीएस ने हिरासत में ले लिया है। अब यूपी एटीएस ने मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार करने की अधिकारिक पुष्टि करी हैं। एटीएस ने मौलाना कलीम सिद्दीकी समेत तीन अन्य मौलानाओं और ड्राईवर सलीम को गिरफ्तार किया था।
उत्तर प्रदेश एटीएस ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए मौलाना कलीम सिद्दीकी पर आरोप लगाया है कि मौलाना कलीम सिद्दीकी लालच देकर लोगों को धर्मांतरण के लिए उकसाते थे। इसके अलावा वह अपना ट्रस्ट चलाने के साथ तमाम मदरसों को भी फंडिंग करते थे। मौलाना कलीम को विदेशों से भारी धनराशि हवाला और अवैध तरीके से भेजी जाती थी। आरोप के मुताबिक जिन संगठनों ने उमर गौतम को फंडिंग की थी,उसी संगठन ने मौलाना कलीम के ट्रस्ट को भी भारी मात्रा में फंडिंग की हैं। यूपी एटीएस के मुताबिक, मौलाना कलीम सिद्दीकी के खाते में 1.5 करोड़ रुपये बहरीन से आए थे। उनके अकाउंट में कुल 3 करोड़ रुपये आए थे। यूपी एटीएस के मुताबिक धर्मांतरण के आरोप में पहले गिरफ्तार हुए उमर गौतम के पास से प्राप्त दस्तावेजों में जिन धर्मांतरित व्यक्तियों का ब्यौरा हैं,उनका निकट संबंध मौलाना कलीम सिद्दीकी से हैं।
यूपी एटीएस के मुताबिक मौलाना कलीम सिद्दीकी अवैध धर्मांतरण के कार्य में लिप्त है और विभिन्न प्रकार की शौक्षणिक, सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं की आड़ में यह देशव्यापी स्तर पर किया जा रहा है, जिसके लिए विदेशों से भारी फंडिंग प्राप्त की जा रही है। जो सुनियोजित तरीके से संगठनात्मक रूप से किया जा रहा है, जिसमें देश के कई नामी लोग और संस्था शामिल हैं तथ्य से प्रमाणित हुआ है कि यह भारत का सबसे बड़ा धर्मांतरण सिंडिकेट संचालित करता है, गैर मुस्लिमों को गुमराह करके, डराकर धर्मांतरित करता है।
आरोप है कि मौलाना कलीम यूट्यूब के जरिए भी लोगों को धर्मांतरण करने और धर्मांतरण के रैकेट में शामिल होने के लिए प्रेरित कर रहा था। यूपी एटीएस ने मौलाना कलीम सिद्दीकी से पूछताछ के बाद न्यायालय के समक्ष पेश किया है। यूपी एटीएस ने न्यायालय से मौलाना कलीम को कस्टडी में देने का अनुरोध किया है।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि आज के अभियुक्त को छोड़कर 10 लोग गिरफ्तार हुए थे, जिसमें 6 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है और 4 के खिलाफ जांच चल रही है। इससे पहले20 जून को अवैध धर्मांतरण का गिरोह चलाने वाले लोग गिरफ्तार हुए थे। जिनको ब्रिटिश आधारित संस्था से लगभग 57 करोड़ रुपये की फंडिंग की गई थी,जिसके खर्च का ब्योरा आरोपी नहीं दे पाए थे, जिसके बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
मौलाना कलीम सिद्दीकी मुजफ्फरनगर के खतौली क्षेत्र के फुलत के रहने वाले हैं। मौलाना कलीम ग्लोबल पीस सेंटर के अध्यक्ष हैं। इसके अलावा वह जमीयत-ए-वलीउल्लाह के अध्यक्ष भी हैं। मौलाना कई मदरसों के प्रभारी हैं और शिक्षा के क्षेत्र में काम करने की वजह से उनकी अच्छी पहचान है। उनकी गिनती देश के बड़े इस्लामिक विद्वानों में होती है। वे फुलत के मदरसा जामिया इमाम वलीउल्लाह इस्लामिया के निदेशक भी हैं। मौलाना कलीम सिद्दीकी ने बालीवुड अभिनेत्री रही सना खान का निकाह भी पढ़ाया था, जिसके बाद वे चर्चा में भी रहें। कुछ दिन पहले मौलाना कलीम मुंबई में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के द्वारा आयोजित राष्ट्र प्रथम और राष्ट्र सर्वोपरि कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे।
मौलाना कलीम सिद्दीक़ी की गिरफ्तारी के बाद कई राजनैतिक दलों से जुड़े लोगों ने इस कार्रवाई को यूपी चुनाव के मद्देनजर राजनीति से प्रेरित बताया है। सहारनपुर से बसपा सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने कहा कि मौलाना कलीम सिद्दीक़ी की गिरफ्तारी भाजपा सरकार का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जीतने का हथकंडा है। प्रदेश की जनता की नाराज़गी से परेशान भाजपा सरकार लोगों में डर खौफ दहशत का माहौल पैदा करके और समाज को बांटकर चुनाव जीतना चाहती है। भाजपा अपने इस नफरत के एजेंडे को तत्काल रोककर मौलाना कलीम सिद्दीक़ी साहब को रिहा करे।
आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह ख़ान ने कहा कि उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले अब मशहूर इस्लामिक स्कॉलर मौलाना कलीम सिद्दीकी साहब को गिरफ्तार किया गया है, मुसलमानों पर अत्याचार बढ़ता जा रहा है। इन मुद्दों पर सेक्यूलर पार्टियों की खामोशी भाजपा को और मज़बूती दे रही है। यूपी चुनाव जीतने के लिए बीजेपी आखिर और कितना गिरेगी।