पीएम-सीएम की फ़ोटो कूड़ा गाड़ी में लें जाने पर संस्पेंड हुआ सफाई कर्मचारी दबाव के बाद बहाल

आकिल हुसैन। Twocircles.net

यूपी के मथुरा में कचरा गाड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीरें मिलने के बाद बर्खास्त किए गए सफाई कर्मचारी की सेवाएं फिर से बहाल कर दी गई है। सफाईकर्मी की बर्खास्तगी के बाद प्रदेश भर के सफ़ाई कर्मचारी संगठनों ने इस कार्यवाही का विरोध किया था और चेतावनी दी थी कि अगर 72 घंटे के भीतर संविदा सफाई कर्मचारी की बहाली नहीं हुई तो प्रदेशभर से कूड़ा नहीं उठाया जाएगा।


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मथुरा के सुभाष इंटर कॉलेज के पास एक संविदा सफाई कर्मचारी बॉबी कूड़ा उठाने का काम करता है। सफाई कर्मचारी बॉबी का 16 जुलाई को एक वीडियो सामने आया था। सफाई कर्मचारी जिस कूड़ा की ट्रॉली को ले जा रहा था, उसमें नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की तस्वीर थी। किसी ने इन तस्वीरों को कूड़े में फेंका था जिन्हें कूड़ा इकट्ठा करने वाले सफाई कर्मचारी बॉबी ने कूड़े की ट्रॉली में डाल दिया था और वह इन्हें ले जा रहा था। रास्ते में कुछ लोगों ने बॉबी की कूड़ा गाड़ी में पीएम मोदी और सीएम योगी की तस्वीरें देखीं तो उन्होंने बॉबी से इस बारे में पूछा। बॉबी वीडियो में कहता हुआ दिख रहा है कि,’मैं तो अनपढ़ हूं। मुझे नहीं पता, मैं जहां से कूड़ा लेकर आ रहा हूं यह तस्वीर वहीं कूड़े में पड़ी हुई थी जो मैंने अपनी गाड़ी में रख ली, अभी इन्हें डंपिंग ग्राउंड ले जा रहा हूं।’

तभी किसी ने उन तस्वीरों को कूड़े की ट्रॉली से हटवा दिया, लेकिन तब तक किसी ने घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया जो कि काफ़ी वायरल हो गया था। वीडियो को बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया में शेयर किया गया था। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद नगर निगम के ने संविदा सफाई कर्मचारी बॉबी को बर्खास्त कर दिया था। इसके अलावा सफाई निरीक्षक और सफाई पर्यवेक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए थे।

सफाई कर्मचारी को बर्खास्त करने की खबरें जब सामने आईं तो सोशल मीडिया पर लोगों ने इसका खूब विरोध किया। लोगों का कहना था कि इसमें सफाई कर्मचारी की कोई गलती नहीं है, फोटो कहां से कचरे में आई इस बात की जानकारी जब सामने आई ही नहीं तो सफाई कर्मचारी को बर्खास्त किस वजह से किया जा रहा है।

वहीं सफ़ाई कर्मचारी बॉबी ने अपनी सफ़ाई में कहा था कि वो अनपढ़ हैं। उसे नहीं मालूम था कि कूड़े के ढेर में तस्वीर कहां से आई। उसका काम तो सफाई करना है और जहां-जहां कूड़े का ढेर मिलता है, मैं वहीं से कूड़ा उठा कर अपनी गाड़ी में भरकर ले जाता हूं, उस दिन कूड़े के ढेर में कई तस्वीरें दबी हुई थी, जिन्हें मैं नहीं देख पाया और कूड़े के साथ उन तस्वीरों को अपनी गाड़ी में भर लिया था।

सफ़ाई कर्मचारी बॉबी पर हुईं कार्रवाई पर प्रदेशभर के सफाई कर्मचारी संगठन लामबंद हो गए थे। उत्तर प्रदेशीय स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ ने ऐलान किया था कि संविदा सफाई कर्मचारी को बिना गलती के बर्खास्त किया गया है। मंगलवार को प्रदेश स्तर पर सभी नगर निगमों में ज्ञापन देकर आंदोलन किया जाएगा। अगर 72 घंटे के भीतर संविदा सफाई कर्मचारी की बहाली नहीं हुई तो प्रदेश स्तर पर कूड़ा नहीं उठाया जाएगा। इसके अलावा वाल्मीकि समाज ने भी आंदोलन की चेतावनी दी थी।

सफाईकर्मी बॉबी ने नगर-निगम को पत्र लिखकर माफ़ी मांगी थी। बॉबी पर हुईं कार्रवाई पर विरोध के बढ़ते स्वर को देखते हुए मथुरा नगर निगम ने बॉबी को बहाल कर दिया है। नगर निगम ने अपने आदेश में कहा कि सफाई कर्मचारी ने माफी मांग ली है और वह अपनी भूल पर काफी शर्मिंदा है। संविदाकर्मी की परिवार की स्थिति देखते हुए उसको फिर से बहाल किया जाता है।

नौकरी जाने के बाद बॉबी और उसका परिवार दुखी और परेशान हो गया था कि अब उनका गुजर-बसर कैसे होगा। बॉबी की 3 लड़की और दो लड़के हैं और अपने परिवार में बॉबी अकेला कमाने वाला है।

बॉबी ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि,’मुझे नहीं पता कि मेरी कूड़ा गाड़ी में पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्‍यनाथ की फोटो कहा से आई और किसने रखी। उसी समय एक वहां से गुजर रहे शख्‍स ने वीडियो ले लिया जबकि मैंने उसे ऐसा ना करने का अनुरोध किया लेकिन उसने वीडियो बना लिया। मैं गरीब हूं और सफाई कर्मचारी की नौकरी मैं अपने परिवार को पेट पाल रहा था।’

बॉबी ने कहा कि,”मैं अनपढ़ हूं। मेरा कोई कसूर नहीं है। मुझे तो सिर्फ काम करना है। संविदा कर्मचारी हूं। मेरी 25 साल की नौकरी है। मैं सीएम योगी से यही चाहता हूं कि मुझे ड्यूटी पर वापस लिया जाए। मेरी 3 लड़कियां है। क्या उन्हें जहर दे दूं। मुझे नौकरी पर वापस लिया जाए।”

अब बहाल होने के बाद बॉबी खुश हैं। बॉबी ने लोगों को उसका साथ देने के लिए धन्यवाद कहा हैं। बॉबी ने कहा कि सभी की वजह से उसके घर में अब आटा आ जाया करेगा। उसने कहा कि उसकी कोई गलती नहीं की थी,कूड़ा उठाने का काम करता है उसने वही किया।

सफाई कर्मचारी यूनियन के नेता महेश काजू ने नगर निगम के अधिकारियों के बहाली आदेश की सराहना करते हुए कहा हैं कि सभी सफाई कर्मियों को पूर्ण कर्तव्य निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ अपने कार्य को अंजाम देना चाहिए।

उत्तर प्रदेशीय स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के उपाध्यक्ष विनोद इलाहाबादी ने कहा कि,’कर्मचारी की कोई गलती थी। नगर निगम के अधिकारियों ने अपनी गर्दन बचाने के लिए ठीकरा संविदा सफाई कर्मचारी के सिर पर फोड़ दिया। वह तो निरक्षर है। उसके पेट पर लात मारी गई है। जिसने यह तस्वीर कूड़ेदान में फेंकी थी, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।’

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