स्टाफ रिपोर्टर।Twocircles.net
उत्तर प्रदेश में पिछली 10 जून को जुमे की नमाज़ के बाद हुए बीजेपी की निलंबित नेता नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी को लेकर हुए प्रदर्शन में हुई हिंसा के मद्देनजर कल शुक्रवार से पहले हर हाल में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए विभिन्न मुस्लिम संगठनों ने अपील की है। सुन्नी वक्फ बोर्ड, शिया वक्फ बोर्ड समेत कई उलेमाओं की ओर से जुमे की नमाज़ को लेकर दिशानिर्देश भी जारी किए गए हैं। जुमे की नमाज को लेकर आज 10 गुना अधिक फोर्स तैनात की गई है।
बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में पिछले पिछले जुमे के दिन नमाज़ के बाद कई जिलों में विरोध प्रदर्शन हुए थे। कुछ जगहों पर प्रदर्शन के दौरान हिंसा भी भड़क उठी थी। इलाहाबाद, सहारनपुर समेत कई जिलों में बवाल देखने को मिला था। यूपी पुलिस ने 13 एफआईआर दर्ज करते हुए हिंसा के आरोप में 337 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। इसके अलावा प्रशासन द्वारा कई लोगों के घरों पर बुलडोजर की कार्रवाई भी गई थी।
यह हिंसा दोबारा न हो इसको लेकर यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने जुमे की नमाज से पहले यूपी भर की मस्ज़िदों के मुत्तावलियो को सख्त हिदायत दी है। शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने मस्जिद के मुत्तावल्लियो और ज़िम्मेदार लोगो को आदेश दिया है कि मस्जिदों में नमाज के अलावा किसी भी तरीके की भीड़ न जमा की जाए। बोर्ड ने कहा है कि पांच वक्त की नमाज या फिर जुमे के ख़ुत्बे में ऐसी तक़रीर न हो जिससे आपसी सौहार्द्र खराब होने का अंदेशा हो।
उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने भी कल जुमे की नमाज़ को लेकर मुस्लिम समुदाय से अपील की है। डॉ. इफ्तिखार अहमद ने अपील करते हुए कहा है कि, “किसी भी प्रकार का विरोध लोकतांत्रिक एवं शांतिपूर्ण तरीक़े से होना चाहिए। किसी भी प्रकार की कोई भी अमानवीय हरकत काफ़ी दिनों के लिए एक परेशानी का सबब बन सकती है। इस्लाम में किसी की भी ग़लती पर उसे माफ कर देने का बहुत बड़ा मर्तबा है और ग़लती करने वाले ने माफी मांग कर अपने बयान को वापस ले लिया है तो फिर अब विरोध का कोई औचित्य भी नहीं बनता। उन्होंने कहा हैं कि, “हम सबने नमाज़ में क्या पढ़ा कोई नहीं पूछेगा लेकिन नमाज़ पढ़ने के बाद हमारा बर्ताव कैसा है यह सब देखेंगे। रोज़ा रखें कोई नहीं जानेगा लेकिन रोज़ा के वक्त हमारा व्यवहार कैसा है़ यह सब देखेंगे, हम हज करें कोई नहीं पूछेगा लेकिन हज के बाद हम कैसे रहते हैं कितना सच बोलते हैं, हम कैसी जिंदगी जी रहे हैं यह सब देखेंगे।
मदरसा परिषद के अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद ने कहा है कि,”कोई हमारी मज़हबी किताबों को आकर नहीं पढ़ेगा कि अल्लाह और उसके रसूल ने क्या कहा और उन किताबों में क्या लिखा है? दूसरे मज़हब के लोग बस हमारे अखलाक, नीयत और क़िरदार को देखेंगे और समझ जाएंगे कि अल्लाह और उसके रसूल ने क्या कहा और उन मज़हबी किताबों को पढ़कर हमने क्या सीखा है।”
लखनऊ में पिछले जुमे नमाज़ के बाद टीले वाली मस्जिद पर भी कुछ लोगों ने नारेबाजी की थी। इस घटना को देखते हुए सुन्नी वक्फ बोर्ड ने कार्रवाई करते हुए आदेश जारी किया है। बोर्ड के आदेश के मुताबिक सुन्नी वक्फ बोर्ड ने टीले वाली मस्जिद के इमाम मौलाना सय्यद फजलुर मन्नान को उनके पद से बेदखल कर दिया है, साथ ही उनसे मुतवल्ली का ओहदा भी वापस ले लिया है। इसके अलावा तकरीर देने और बेवजह भीड़ इकट्ठा करने पर भी रोक लगा दी गई है।
पिछले जुमे को नमाज़ बाद सहारनपुर में भी प्रदर्शन के दौरान हिंसा देखने को मिलीं थीं। कल जुमे को लेकर सहारनपुर में मुस्लिम धर्मगुरुओं ने शांति और सौहार्द्र बनाए रखने की अपील की है। जामा मस्जिद प्रबंधक समिति की ओर से जुमे की नमाज अपने मोहल्ले की मस्जिदों में पढ़ने का आह्वान लोगों से किया गया हैं। जामा मस्जिद कमेटी की ओर से कहा गया है कि ,”इस शुक्रवार को सभी लोग अपने घरों के पास की मस्जिदों में नमाज अदा करें। मुसलमान भाई कोई भी ऐसा काम न करें जिससे शहर की शांति भंग हो।”
जामा मस्जिद कमेटी ने लोगों से अफवाहों से बचने की अपील करते हुए कहा है कि, “पिछले जुमे को हुई हिंसा ने सभी को झकझोर दिया है। अमन और शांति की हिफाजत करना हम सबकी जिम्मेदारी है, मुसलमान भाई कोई भी ऐसा काम ना करें जो कानून के खिलाफ हो और उनको जेल जाना पड़े और दिक्कतों का सामना करना पड़े”।
इलाहाबाद में भी नुपुर शर्मा के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसा देखने को मिलीं थीं। कल जुमे से पहले इलाहाबाद शहरकाजी मुफ्ती शफीक अहमद शरीफी ने सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा हैं कि शांति सुनिश्चित करना हर किसी की जिम्मेदारी है। उन्होंने मुसलमानों से अपने घरों के पास की मस्जिदों में नमाज अदा करने का भी आग्रह किया है।
शिया धर्मगुरू मौलाना कल्बे जव्वाद ने भी मुसलमानों से अपील की है। उन्होंने कहा हैं कि, “लोग जुमे की नमाज के बाद सीधे अपने घर जाएं औ किसी भी तरह के प्रदर्शन या नारेबाजी में शामिल ना हों और नमाज के बाद शांति से अपने-अपने घरों को जाएं।”
लखनऊ ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने भी शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने अपने वीडियो संदेश में कहा कि मुसलमान जुमा की नमाज के बाद किसी भी तरह की प्रदर्शन और नारेबाजी न की जाए। उन्होंने कहा कि मस्जिद अल्लाह का घर है और यहां सिर्फ इबादत की जाए।
कल जुमे को लेकर यूपी में पुलिस प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। पुलिस प्रशासन द्वारा शहर काज़ियो और उलेमाओं के साथ बैठक कर लोगों से सतर्कता बरतने और शांति बनाए रखने की अपील की गई है। हिंसाग्रस्त और संवेदनशील जिलों में सुरक्षा के लिहाज़ से ख़ास इंतजाम करें गए हैं।