जिब्रानउद्दीन।Twocircles.net
रविवार को इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के केरल प्रमुख पनक्कड़ सैय्यद हैदर अली शिहाब थंगल का रविवार को निधन हो गया। 74 वर्षीय थंगल लंबे समय से बीमार चल रहे थें। उन्होंने अंगमाली के एक निजी अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली, जहां उनका कैंसर का इलाज चल रहा था।
थंगल की हालत, बीते दिन से ही बिगड़ने लग गई थी जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। हालांकि उनके छोटे भाई सैयद सादिकली शिहाब थंगल और आईयूएमएल के राष्ट्रीय महासचिव पी.के. कुन्हालीकुट्टी द्वारा जानकारी आई थी कि उनकी हालत में सुधार हैं, लेकिन फिर अचानक से कल तबियत बिगड़ने के बाद, अंगमाली के लिटिल फ्लावर अस्पताल में दोपहर करीब साढ़े बारह बजे उन्होंने दुनिया से विदा ले लिया।
उनके पार्थिव शरीर को रविवार की मध्य रात्रि में ही मलप्पुरम के टाउन हॉल में जनता द्वारा अंतिम सम्मान दिलवाने के बाद, सुपुर्दे खाक कर दिया गया। वैसे तो उनको दफनाने का समय सोमवार की सुबह का तय किया गया था लेकिन डॉक्टरों के निर्देशानुसार ज्यादा विलंब न करते हुए रात को ही उनके जनाजे की प्रक्रिया कर दी गई।
सैय्यद हैदर अली शिहाब थंगल की मृत्यु के बाद से केरल के मुस्लिम समुदाय में एक शोक की लहर दौड़ गई। राज्य में उनकी निजी आस्था और राजनीतिक संबद्धता के बावजूद हर किसी द्वारा उनका व्यापक सम्मान किया जाता था। उनकी मौत की घोषणा के तुरंत बाद शोक संदेश आने शुरू हो गए थें।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, विपक्ष के नेता वी डी सतीसन, राज्य के मंत्रियों और अन्य प्रमुख हस्तियों उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। विजयन ने कहा कि थंगल राज्य की राजनीति में मलप्पुरम और मुस्लिम लीग की राज्य इकाइयों के अध्यक्ष के रूप में एक “सौम्य उपस्थिति” थे।
“उनके दृष्टिकोण ने धर्मनिरपेक्ष आदर्शों पर हमेशा ज़ोर दिया और राजनीतिक मतभेदों के बावजूद, उन्होंने सौहार्दपूर्ण व्यक्तिगत संबंध बनाए रखा,” विजयन ने कहा।
विपक्ष के नेता, वी डी सतीसान ने कहा कि थंगल यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) का नेतृत्व करते हुए, हमेशा भाईचारे, धर्मनिरपेक्षता और राष्ट्र की एकता के लिए खड़े रहे थें।
इधर कांग्रेस नेता, राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर अपना शोक ज़ाहिर किया। वो लिखते हैं, “आईयूएमएल के केरल राज्य अध्यक्ष और एक प्रिय आध्यात्मिक नेता सैयद हैदर अली शिहाब थंगल का निधन हो गया है। उनके परिवार और अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदना। वह सभी के लिए भाईचारे, सम्मान और प्रगति का समर्थन करने वाले यूडीएफ की एक मजबूत धर्मनिरपेक्ष आवाज थे। उसे प्यार से याद किया जाएगा।”
मलप्पुरम निवासी मोहम्मद नियाज़ TwoCircles.Net को बताते हैं, “कल एक महान नेता हमें छोड़कर इस दुनिया से चले गए। मुझे इतना दुख पहुंचा है कि मेरे अंदर उनके चेहरे पर आखरी बार नज़र डालने की हिम्मत भी नही थी।” नियाज़, सैयद हैदर अली शिहाब थंगल से उनके जीते जी कई बार मिल चुके थें। “उनके लिए मेरी दुआएं हमेशा साथ हैं, मैं यही प्रार्थना करूंगा कि अल्लाह उन्हें स्वर्ग में जगह दे।”
उनके जनाजे में केरल के मुख्यमंत्री समेत लगभग 10 हज़ार लोग मौजूद रहें।
थंगल, कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के एक प्रमुख नेता थें। इसके अलावा, वो केरल में मुस्लिम विद्वानों के एक प्रभावशाली निकाय और समस्त केरल जमीयतुल उलेमा के उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत थें।
वह मलप्पुरम स्थित पनक्कड़ थंगल परिवार के सबसे वरिष्ठ सदस्य थें, जिसका परंपरागत रूप से आईयूएमएल राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रहा है। वह अपने बड़े भाई सैयद मोहम्मदली शिहाब थंगल की मृत्यु के बाद 2009 में आईयूएमएल के अध्यक्ष बने थें।
अब सईद हैदर अली की मृत्यु के बाद, आईयूएमएल के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. के.एम. कादर मोहिदीन साहब ने सैयद सादिकली शिहाब थंगल को केरल राज्य अध्यक्ष और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग की राष्ट्रीय राजनीतिक सलाहकार समिति का अध्यक्ष घोषित किया है।