स्टाफ रिपोर्टर।Twocircles.net
कानपुर नगर की हाई-प्रोफाइल सीट सीसामऊ पर एक बार फिर समाजवादी पार्टी के इरफान सोलंकी ने जीत दर्ज की है। इरफान सोलंकी सीसामऊ से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। हाजी इरफान सोलंकी ने बीजेपी के सलिल विश्नोई को 12 हज़ार 321 वोटों से चुनाव हराकर जीत दर्ज की। इरफान सोलंकी को 78 हज़ार 851 मत प्राप्त हुए तो वहीं उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के सलिल विश्नोई को 66 हज़ार 530 वोट मिले। तीसरे स्थान कांग्रेस के हाजी सुहैल अहमद 5598 मतो के साथ रहें।
सीसामऊ विधानसभा समाजवादी का गढ़ मानी जाती हैं। समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर यहां से अपने विधायक हाजी इरफान सोलंकी को प्रत्याशी बनाया था। हाजी इरफान सोलंकी हैट्रिक विधायक हैं। वे सीसामऊ से दो बार तो आर्यनगर विधानसभा से एक बार विधायक रह चुके हैं। इरफान सोलंकी को अपने पिता हाजी मुश्ताक सोलंकी से राजनीति विरासत में मिली थी। हाजी मुश्ताक सोलंकी भी दो बार विधायक रहे हैं।
इरफान सोलंकी की छवि एक दबंग विधायक की हैं। इरफान को मुस्लिम समुदाय की एक प्रखर आवाज के तौर पर भी जाना जाता है। इरफान सोलंकी का विवादों से भी पुराना नाता रहा है। 2014 में अखिलेश सरकार के दौरान इरफान सोलंकी का नाम जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में मेडिकल स्टूडेंट्स के साथ मारपीट करने में भी आया था। इस मामले में इरफान सोलंकी की आलोचना देशभर में हुई थी। 2011 में इरफान सोलंकी के खिलाफ आईएएस अधिकारी रितु माहेश्वरी ने दुर्व्यवहार की शिकायत भी दर्ज कराईं थी।
पिता हाजी मुश्ताक सोलंकी की मृत्यु के बाद साल 2007 में इरफ़ान सोलंकी पहली बार विधानसभा चुनाव में आर्य नगर से विधायक के रूप में चुने गए। इसके साथ ही वह वर्ष 2007 से 2012 में लोक लेखा समिति के सदस्य भी रहे हैं। इसके अलावा हाजी इरफ़ान सोलंकी प्रदेश के स्थानीय निकायों में लेखा परीक्षा परीक्षा प्रतिवेदनों के अंतर्गत जांच संबंधी समिति के सदस्य भी रहे हैं। साल 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में वें सीसामाऊ से विधायक चुने गये, 2017 में फिर सीसामऊ से विधायक चुने गए थे।