जिब्रानुदीन।Twocircles.net
उत्तर प्रदेश: कैराना निर्वाचन क्षेत्र से नाहिद हसन ने लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव में जीत की दावेदारी पेश की है। समाजवादी पार्टी के सदस्य नाहिद हसन ने भाजपा के प्रत्याशी मृगंका सिंह को 25,887 मतों के एक बड़े अंतर से हराया है। नाहिद हसन को इस बार कुल 131035 मत प्राप्त हुए, जोकि कुल मतों का 54.16% है। वहीं मृगंका सिंह को 105148 मत ही प्राप्त हुए।
इसके अलावा बाकी राजनैतिक पार्टी के प्रत्याशियों का भी नाहिद हसन के सामने प्रदर्शन काफी खराब रहा। आईएनसी के प्रत्याशी अखलाक को मात्र 1522 मत प्राप्त हुए तो बहुजन समाज पार्टी के राजेंद्र को 2077 मत।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में नाहिद हसन की गिनती महत्वपूर्ण राजनीतिज्ञों में होती है। समाजवादी पार्टी के सदस्य, नाहिद, दो बार विधायक का पद संभाल चुके हैं। वो कैराना निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। नाहिद हसन का जन्म उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कैराना के एक गुर्जर मुस्लिम परिवार में हुआ था। हसन काफी पढ़े लिखे नेता हैं, उनके पास सिडनी के होम्स इंस्टीट्यूट की बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक की डिग्री है।
हसन का परिवार इलाके में अच्छी राजनीतिज्ञ पकड़ रखती है। उनके पिता चौधरी मुनव्वर हसन उत्तर प्रदेश की 11वीं और 12वीं विधानसभाओं में विधायक रह चुके हैं, साथ ही साथ वो 11वीं और 14वीं संसद के सदस्य भी थें। इसके अलावा नाहिद की मां बेगम तबस्सुम हसन भी 2009 और 2018 में लोकसभा के लिए चुनी जा चुकी हैं।
अक्टूबर 2014 में, समकालीन विधायक हुकुम सिंह के 16वीं लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद नाहिद हसन को इस पद पर चुना गया था। इसके बाद, वह 2017 में उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा के लिए चुने गए थें, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार मृगांका सिंह को हराया था।
हसन ने 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की मृगांका सिंह को 21,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया था। उस समय राज्य में भाजपा की शानदार हवा होने के बावजूद हसन की ऐसी जीत ने इलाके में उनके लोकप्रियता को ज़ाहिर कर दिया था।
हालांकि भाजपा ने हसन के खिलाफ एक बार फिर मृगांका सिंह को मैदान में उतारा है।कैराना में पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को हुआ था। ये विधानसभा उत्तर प्रदेश के बहुत चर्चित निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। इसके चर्चित होने की एक वजह 2016 में बीजेपी के मंत्री हुकुम सिंह, द्वारा लगाया गया आरोप भी बना था कि, “कुछ हिंदू परिवारों को एक विशेष समूह द्वारा किए जा रहे अपराध के कारण पलायन करना पड़ रहा।”
जिसके बाद 2017 के यूपी चुनाव में यह टिप्पणी एक प्रमुख राजनीतिक मुद्दा साबित हुई थी। ज्ञात हो कि कैराना से बीजेपी के वर्तमान उम्मीदवार मृगंका सिंह, मंत्री हुकुम सिंह की ही पुत्री हैं, जिन्हें नाहिद हसन ने अपार मतों के अंतर से हराया है।