ग्राऊंड रिपोर्ट : जिस गांव में दलितों के खिलाफ मुनादी हुई,वहां हो गया है अभूतपूर्व सन्नाटा

वसीम अहमद और निखिल Two circles.net के लिए

पावटी खुर्द में जाने के लिए आपको मुजफ्फरनगर -देवबंद मार्ग पर स्थित रोहाना से जाना पड़ता है। इधर से जाने पर यह अंदरूनी रास्ता चरथावल में जुड़ जाता है। पावटी खुर्द की पिछले कुछ दशकों में पहचान गैंगस्टर विक्की त्यागी रहा है। विक्की त्यागी यहाँ से निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख भी चुना गया था। विक्की की पत्नी मीनू त्यागी अभी भी जेल में बंद है। गांव में लगभग 3 हजार की आबादी है जिसमे सभी समाज के लोग हैं। दलितों के लगभग 60 – 70 घर है। 300 के आसपास दलित वोटर है। गांव के दलित बताते हैं कि विक्की जब तक जिंदा था उन्हें कभी कोई परेशानी नही हुई। समझ मे नही आ रहा है कि विक्की त्यागी के पिता को यह क्या हुआ ! जिस व्यक्ति ने मुनादी की थी उसका नाम कुँवरपाल है, गांव में उसे कालू वाल्मीकि कहते हैं। उसके परिजनों का कहना है कि उसने कुछ भी किया और राजबीर प्रधान के कहने से किया। गांव में जबरदस्त शांति है। सब को पता चल चुका है कि इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। कोई भी पत्रकारों को वीडियो बनाने और फ़ोटो खींचने नही दे रहा है। लगभग हर घर मे एक छोटी चौपाल लगी है। पुलिस गांव में लगातार चक्कर काट रही है।

Pic -निखिल जोशिया


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यह हालात मुजफ्फरनगर जनपद के पावटी खुर्द गांव में जाति विशेष के लोगों के विरुद्ध बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद पैदा हुए है। टिप्पणी भी सारे गांव में मुनादी कराकर की गई थी । चरथावल थाना क्षेत्र के कुटेसरा पुलिस चौकी के अंतर्गत आने वाले इस गांव में चर्चित गैंगस्टर विक्की त्यागी का घर हैं। यह मुनादी भी गैंगस्टर विक्की त्यागी के पिता की और से कराई गई थी । पुलिस ने मुनादी करने वाले को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मुनादी कराने वाले राजबीर प्रधान को गिरफ्तार कर लिया गया है।

मुनादी गांव में ढोल बजाकर संदेश देने की एक प्रकिया है। इसमें संदेशवाहक गली -गली जाकर ढोल बजाता है और जोर-जोर से चिल्लाकर संदेश सुनाता है। सोमवार को इस गांव में मुनादी करने वाले कंवरपाल ने यही किया था। उसने राजबीर प्रधान का संदेश देकर मुनादी करते हुए कहा कि “राजबीर प्रधान की तरफ से मुनादी है…कोई भी ‘…मार’ उसकी डोल, समाधि, ट्यूबवेल पर दिख गया तो 5 हजार रुपए जुर्माना और 50 जूते होंगे”। पावटी के इस गांव में राजबीर प्रधान का दबदबा है। वो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े गेंगस्टर में से एक विक्की त्यागी का पिता है। विक्की त्यागी की 2015 में मुजफ्फरनगर की जिला अदालत में नाटकीय तरीके से हत्या कर दी गई थी।

गांव में अभूतपूर्व सन्नाटा दिखाई दे रहा है।

गांव में इस मुनादी के बाद से तनाव मिश्रित शांति है। गांव में दलितों के परिवारों की संख्या लगभग 60 है। इस मुनादी के बाद से उनमें भय व्याप्त हो गया है। गांव के लोग बता रहे है कि राजबीर के आम के बाग़ में कुछ बच्चों ने कच्चे आम तोड़ लिए जिसका दोष पूरे समाज पर मढ़ दिया गया । पावटी के दलितों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया है। नाम न् छापने की कहने पर एक दलित महिला ने बताया हम इस पर कोई बात नही करना चाहते, गांव की बहुत सी घटनाओं को बाहर की दुनिया को जानती भी नहीं है। हमारे साथ उत्पीड़न की घटनाएं होती है। गाली गलौच तो आम बात है। अगर जानवर खेतों में नुकसान करके चले जाते हैं तो बुरा भला हमें कहा जाता है कि …मारो ने किया है। हमारी गरीबी हमारे लिए नरक बन गई है। अगर यह नुकसान बच्चों ने किया था उन्हें कहा जाता ,सभी को क्यों कहा गया !

पावटी गांव भीम आर्मी के प्रभुत्व वाले जनपद सहारनपुर से 50 किमी और मुजफ्फरनगर से 14 किमी की दूरी पर है। आसपास के भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं में यहां हलचल देखी जा रही है। वो पावटी पहुंच रहे हैं। भीम आर्मी के संस्थापक चन्द्रशेखर आज़ाद ने पावटी पहुंचने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि यह बेहद ही आपत्तिजनक और शर्मनाक है। यह दलितों की असली स्थिति को बताने के लिए काफी है। हमारे लोगों के प्रति इस भावना का प्रदर्शन समाज की नकारात्मक सत्यता को दिखा रहा है।

Pic -निखिल जोशिया

मुजफ्फरनगर पुलिस ने मुनादी की वीडियो के वायरल होने के तुरंत बाद राजबीर प्रधान के विरुद्ध मुक़दमा दर्ज कर लिया था ,इसके अलावा मुनादी करने वाले कालू को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। एसएसपी मुजफ्फरनगर अभिषेक यादव ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया है कि पुलिस ने जानकारी मिलने के तुरंत बाद त्वरित कार्रवाई की है, राजबीर खुद को प्रधान कहता है ! हम उसके विरुद्ध गंभीर कार्रवाई करने जा रहे हैं। सीओ सदर के मुताबिक पुलिस ने मुनादी करने वाले को और राजबीर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।

चरथावल विधानसभा के विद्यायक पंकज मलिक ने भी इस कृत्य की निंदा की है, उन्होंने कहा कि यह मुनादी एक समुदाय को अपमानित करती है और संविधान विरोधी है। एक पूरी जाति को अपमानित किया जाना ठीक नही है। किसी को जूते मारने और जुर्माना लगाने का अधिकार किसी को नही है,इसके लिए एक व्यवस्था है। हमें हमेशा कानूनी प्रक्रिया का पालन करना चाहिए।

गांव की एक महिला ने बताया कि बात कुछ भी नहीं है। वीडियो वायरल होने से बतंगड़ बन गया है। यह खेत मे आम तोड़ने और फसल खराब होने का मामला है जिसमे गलत तरीके से मुनादी होने के कारण बात बिगड़ गई है। इसमें बच्चों को कच्चा आम तोड़ने से मना किया जाना था। मुनादी में यह कहा जा सकता था कि बच्चों को आम तोड़ने के लिए न् भेजे। पुलिस ने राजबीर और मुनादी करने वाले कंवरपाल को गिरफ्तार कर लिया है।

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