यूपीपीसीएस के परिणाम में इस बार 26 मुसलमान, पहले से बेहतर है परफॉर्मेंस

स्टाफ रिपोर्टर। Twocircles.net


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हाल ही में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पीसीएस 2021 का रिजल्ट घोषित कर दिया है, इस बार उत्तर प्रदेश को 627 नए अधिकारी मिलें हैं। इनमें से 26 मुस्लिम समुदाय से हैं। पीसीएस 2019 और 2020 के रिजल्ट के मुकाबले 2021 में मुस्लिम उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। जहां पीसीएस 2020 में मात्र 8 बच्चों का चयन हुआ था। वहीं पीसीएस 2019 में 13 मुस्लिम समुदाय के उम्मीदवारों का चयन हुआ था।‌

पीसीएस 2021 में मात्र दो मुस्लिम उम्मीदवारों का चयन एसडीएम के लिए हुआ है, खास बात यह है कि दोनों लड़कियां हैं। सानिया एजाज़ ने 11वीं लाकर मुस्लिम उम्मीदवारों में टाप किया है, उनका चयन एसडीएम पद के लिए हुआ है। इसके अलावा मसीहा नज़्म का भी चयन एसडीएम के पद पर हुआ, मसीहा को 18वीं रैंक प्राप्त हुईं हैं।

डिप्टी एसपी के पद के लिए कुल 25 उम्मीदवारों का चयन हुआ है जिनमें महज़ एक मुस्लिम उम्मीदवार शामिल हैं। अमरोहा के यामीन अहमद ने डीएसपी पद में 17वीं रैंक हासिल की है। यामीन अहमद खूफिया एजेंसी आईबी में भी काम कर चुके हैं। अब वो उत्तर प्रदेश में डिप्टी एसपी के रूप में सेवाएं देंगे।

खण्ड विकास अधिकारी के पद पर तीन मुस्लिम समुदाय के उम्मीदवारों का चयन हुआ है। जिनमें फहद ख़ान को पहली रैंक हासिल हुईं वहीं आसिफ़ एखलाक को तीसरी रैंक प्राप्त हुईं। इसके अलावा कामरान नेमानी का भी चयन खण्ड विकास अधिकारी के पद पर हुआ, उन्हें 30वीं रैंक हासिल हुईं हैं।

कमांडेन्ट होमगार्ड के पद पर कुल 6 उम्मीदवारों का चयन हुआ जिसमें दो मुस्लिम उम्मीदवार शामिल हैं। नमरा ज़िया ख़ान को दूसरी रैंक प्राप्त हुईं तो वहीं मोहम्मद इमरान को छठवीं स्थान हासिल हुआ। एसिस्टेंट कमिश्नर और एसिस्टेंट रजिस्ट्रार के पद पर मात्र एक मुस्लिम उम्मीदवार का चयन हुआ। सरफराज आलम को तीसरी रैंक प्राप्त हुईं।‌ इस पद के लिए कुल 9 लोगों का चयन हुआ है।

एक्साइज इंस्पेक्टर के पद कुल 44 उम्मीदवारों का चयन हुआ है जिनमें तीन मुस्लिम समुदाय के उम्मीदवार भी है। असद ज़ुबैरी ने एक्साइज इंस्पेक्टर में प्रथम रैंक हासिल की है, अब्दुल साबिर को 13वीं रैंक प्राप्त हुईं। इसके अलावा मोहम्मद अदनान ख़ान को एक्साइज इंस्पेक्टर के पद पर 20वीं रैंक प्राप्त हुईं।

लेबर एन्फोर्समेंट आफिसर के पद पर दो मुस्लिम उम्मीदवारों का चयन हुआ जिसमें असना मुस्तकीम और इकबाल अहमद शामिल हैं। इसके अलावा मोहसिना बानो और शमीम अहमद नायब तहसीलदार बने हैं। वहीं सबीहा मुमताज़, अदनान हफीज़, मोहम्मद रफीक, रज़िया खातून, गुलनवाज़ आलम का चयन प्रिंसिपल के पद पर हुआ हैं।

नदीम रज़ा, मोहम्मद साकिब सब रजिस्ट्रार बन गए हैं तो वहीं तीन मुस्लिम उम्मीदवारों का चयन सहायक नगर आयुक्त के लिए भी हुआ है जिनमें अनवार हुसैन, सुमैया परवीन और हिना शामिल हैं। सहायक नगर आयुक्त बने अनवार हुसैन अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र रहें हैं। अनवार ने एएमयू की रेसिडेंशियल कोचिंग एकेडमी में रहकर ही परीक्षा की तैयारी की थी।

डिप्टी एसपी बने यामीन अहमद कहते हैं कि उन्हें इस बात की खुशी है कि वो एकलौते कैंडिडेट हैं जिनका चयन डीएसपी के लिए हुआ है। आईबी में काम करने बावजूद उनकी चाहत प्रशासनिक सेवा में जाने की थी। वे बताते हैं कि आईबी की नौकरी छोड़कर उन्होंने प्रशासनिक सेवा को अपना लक्ष्य चुना और लक्ष्य को पूरा करने के लिए मेहनत भी की और लक्ष्य हासिल भी कर लिया। यामीन कहते हैं कि सपनों को सच करने के लिए कड़ी महनत करनी पड़ती है।‌

एएमयू की रेजिडेंशियल कोचिंग एकेडमी के प्रोफेसर सगीर अहमद कहते हैं कि इस वर्ष आरसीए से पांच बच्चों का चयन पीसीएस के लिए हुआ है। उम्मीद है आगे आगे चलकर यह रिजल्ट और भी अच्छा आने लगेगा।

पीसीएस 2021 का रिजल्ट बीते बुधवार को जारी किया गया है। इससे पहले मुख्य परीक्षा का परिणाम 12 जुलाई 2022 को घोषित किया गया था इसमें 1285 उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा में सफल घोषित किया गया था। इसके बाद इन उम्मीदवारों का इंटरव्यू लिया गया था। कुल 627 उम्मीदवार इसमें सफल हुए। यूपी पीसीएस में पहले स्थान पर प्रतापगढ़ के अतुल कुमार सिंह, दूसरे स्थान पर उन्नाव की सौम्या मिश्रा रहीं तों वहीं तीसरे स्थान पर अमनदीप रहें।

उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक सेवा के पदों के लिए जैसे उपजिलाधिकारी, डीएसपी, टैक्स कमिश्नर, खण्ड विकास अधिकारी, तहसील और नायब तहसीलदार आदि पदों के लिए यूपी लोक सेवा आयोग पीसीएस की परीक्षा करवाती है और उम्मीदवारों की रैंक के आधार पर पोस्ट तय होती है।

कामयाब हुई एक युवती रजिया खातून के चाचा अनीस मंसूरी ने बताया कि अच्छी एकाग्रता और सकारात्मक सोच से रजिया को कामयाबी मिली है। अभी भी उसका मन यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण करना है। जिसके लिए वो लगातार प्रयत्नशील हैं। रजिया पहले से ही पढ़ाई में अच्छी थी और काफी मन लगाकर पढ़ती थी, हालांकि उसका लक्ष्य आईएएस बनना है। उसकी लगन् देखकर लगता है वो इसे भी पा लेगी।

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