आस मोहम्मद कैफ, TwoCircles.net
कानपुर: सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज और प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मार्कंडेय काटजू ने भारतीय जनता पार्टी पर जोरदार हमला बोला है. काटजू ने कहा कि भाजपा के पास चुनाव जीतने के लिए अब कोई उपाय नहीं बचा है तो वह मुस्लिमों का खून बहाकर चुनाव जीतना चाहती है. काटजू ने कहा कि यूपी चुनाव जीतने के लिए भाजपा के पास धर्म की आग भड़काने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है. जस्टिस काटजू शुक्रवार को आईआईटी कानपुर के कल्चरल फेस्ट ‘अंतराग्नि 2016’ के टॉक शो में छात्रों से सीधा संवाद कर रहे थे.
जस्टिस काटजू ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बाल ठाकरे के बाद अब राज ठाकरे गुंडागर्दी कर रहा है. धर्म और जाति के नाम पर वोट मांगने वाले नेता, गुंडे और गैंगस्टर हैं. एक समय बाल ठाकरे गुंडा था, अब वही गुंडागर्दी राज ठाकरे कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि बाल ठाकरे के निधन पर राष्ट्रपति, पीएम, सोनिया गांधी और दूसरे नेताओं का संवेदना प्रकट किया जाना भारत में ही संभव है.
जस्टिस काटजू ने कहा कि अब वोट और इलेक्शन का जमाना खत्म हो रहा है. हर जगह भ्रष्टाचार और अन्याय है, अब क्रांति की जरूरत है, बंदूक की जरूरत है. बिना लड़ाई लड़े कुछ नहीं होने वाला, अब बंदूक चलेगी. जस्टिस काटजू ने देश के 50 प्रतिशत सांसदों को क्रिमिनल और 100 प्रतिशत सांसदों को भ्रष्ट बता दिया. काटजू के इस बयान के बाद हर तरफ हलचल हो गयी है. विभिन्न क्षेत्र के लोगों में काटजू के पक्ष-विपक्ष दोनों तरह की प्रतिक्रियाएं आई हैं.
मार्कंडेय काटजू के इस बयान को विपक्षी दलों द्वारा जबरदस्त समर्थन भी मिलता नज़र आ रहा है. सहारनपुर के कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने कहा है कि जस्टिस काटजू पढ़े-लिखे आदमी है, यदि उन्होंने कुछ कहा है तो सोच समझ कर ही कहा होगा. मसूद ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी लोगों में बंटवारे की राजनीति करती है. दंगा कराकर सत्ता पाने के लिए वो अकसर षड्यंत्र करती रहती है. हो सकता है काटजू साहब को कहीं से कोई जानकारी मिली हो.’
मुज़फ्फरनगर से रालोद के एमएलसी मुश्ताक़ चौधरी के अनुसार मुज़फ्फरनगर दंगे भी भाजपा का ही षड्यंत्र थे और इसी साज़िश के दम पर वे केंद्र में सरकार बना ले गए. अब चूंकि नोटबंदी से आमजन में भाजपा खलनायक बन गयी है इसलिए लोगों को बरगलाने के लिए भाजपा यह साज़िश रच सकती है. बिजनौर के समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव खुर्शीद मंसूरी ने कहा है कि बिजनौर में छेड़छाड़ का विरोध करने पर तीन बेगुनाह मुसलमानों की हत्या कर दी गयी थी, जिसमें सीधे तौर पर भाजपा के टिकट पर शहर से चुनाव लड़ने की उम्मीद लगाये मौसम चौधरी की संलिपप्ता थी. उन्हें पुलिस ने विवेचना मे वीडियो के आधार पर दोषी माना और जेल भेज दिया. उन्होंने आगे कहा कि यह तो बिजनौर के मुसलमान थे, जिन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी वरना संघर्ष हो सकता था.
कांठ के विधायक और अब सपा प्रत्याशी अनीसुर्रहमान सैफी भी जस्टिस काटजू की बात से सहमत हैं. उनका कहना है कि मंदिर में लॉउडस्पीकर का मुद्दा बनाकर भाजपा ने इसी तरह की साजिश कांठ मे भी की थी मगर अमनपसंदो ने उन्हें कामयाब नही होने दिया.