TwoCircles.net News Desk
पटना : बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफ़ा के बाद यहां की सियासत में भूचाल आ गया है. सोशल मीडिया पर नीतिश कुमार इस समय ट्रेंड कर रहे हैं.
नीतीश कुमार के बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने के बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके कहा है कि, कल रात मेरी नीतीश से 40 मिनट बात हुई. इस्तीफ़ा देने की कहीं कोई बात नहीं आई थी. नीतीश जी ने कहा कहा कि पब्लिक डोमेन के लिए मीडिया में तेजस्वी का प्रकरण स्पष्ट कर दें. हमने कहा कि हम तेजस्वी के मामले में ऑथोरिटी को जवाब देंगे.
लालू यादव ने कहा कि, ‘नीतीश कुमार पर कई आरोप हैं. उन पर आर्म्स एक्ट के तहत भी एक मामला है. तेजस्वी से सफ़ाई मांगने वाले नीतीश कुमार पर 302 (हत्या) और 307 का मामला चल रहा है. यह मामला 1991 का है. 31 अगस्त 2009 को लोअर कोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लिया है. नीतीश कुमार ने अपने एमएलसी के शपथपत्र में भी इस मामले का जिक्र किया है. नीतीश किस आधार पर जीरो टॉलरेंस और ईमानदारी की बात करते हैं. हमलोग जानते थे पर कभी मुद्दा नहीं बनाया. भ्रष्टाचार से बड़ा है —अत्याचार. हत्या के मामले में नीतीश को फांसी की सज़ा भी हो सकती है.’
आगे लालू यादव ने आगे कहा कि, ‘सेक्लूयर लोगों ने मिलकर महागठबंधन बनाया था. नीतीश ने कहा था कि वह मिट्टी में मिल जाएंगे, लेकिन बीजेपी से हाथ नहीं मिलाएंगे. उन्होंने संघ मुक्त भारत की बात की थी.’
आगे लालू यादव ने कहा, ‘नीतीश ने तेजस्वी से बात की थी और इस्तीफा नहीं मांगा था. प्रेस के ज़रिए आरोपों पर सफ़ाई देने की बात कही थी. जिस मामले में जांच चल रही है, उसमें प्रेस से बात करने से बात बिगड़ सकती थी, इसलिए हमने खुलकर सफाई नहीं दी. मैं उचित फोरम पर सभी जवाब देता.’
लालू यादव ने कहा, ‘सारा मामला सेट था. जैसे ही नीतीश ने इस्तीफ़ा दिया, मोदी जी ने ट्वीट कर दिया. समर्थन के सवाल पर भी बोले कि आगे देखेंगे.’
लालू प्रसाद यादव कहा है कि, ‘भाजपा के साथ नीतीश का सौदा हो चुका है. अगर ऐसा नहीं है तो फिर जदयू–राजद व कांग्रेस के सभी विधायक मिलकर नया मुख्यमंत्री चुनें.’
स्पष्ट रहे कि जदयू विधायक दल की बैठक के बाद नीतीश कुमार ने बिहार के सीएम पद से आज शाम इस्तीफ़ा दे दिया है. बिहार के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने नीतीश कुमार का इस्तीफ़ा मंजूर भी कर लिया है.
इस्तीफ़ा देने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि हमने गठबंधन धर्म का पालन किया. इस माहौल में मेरे लिए काम करना मुश्किल हो गया था. मैंने कभी किसी का इस्तीफा नहीं मांगा. अंतरात्मा की आवाज के बाद इस्तीफा दिया. मैं अपना रुख नहीं बदल सकता. नीतीश के इस इस्तीफ़े पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है.