आकिल हुसैन। Twocircles.net
केरल के पत्रकार सिद्दीक कप्पन मथुरा जेल में कोविड पाज़िटिव पाए गए हैं। कोविड पाज़िटिव पाए जाने के बाद जेल प्रशासन द्वारा उन्हें इलाज़ के लिए मथुरा मेडिकल कॉलेज भेजा गया था जहां उनके साथ अमानवीय व्यवहार का मामला सामने आया है। सिद्दीक कप्पन की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर कप्पन को तत्काल रिहा करे जाने की मांग करी हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि वो पत्रकार कप्पन के परिवार के साथ है और उनकी सभी मांगो का समर्थन करते हैं। साथ ही केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कप्पन के लिए बेहतर इलाज़ मुहैया कराने के लिए पत्र लिखा हैं। इसके अलावा केरल के 11 से सांसदों ने भी पत्रकार सिद्दीक कप्पन के मामले में तत्काल सुनवाई के लिए पत्र लिखा है।
हाथरस रेप कांड में यूएपीए के तहत मथुरा जेल में बंद केरल के पत्रकार सिद्दीक कप्पन 20 अप्रैल को मथुरा जेल के बाथरूम में गिरने के बाद चोटिल हो गए थे, जिसके बाद वे अगले दिन कोरोना पाज़िटिव पाए गए थे। फिर उन्हें मथुरा के मेडिकल कॉलेज इलाज़ के लिए भेजा गया था। लेकिन मेडिकल कॉलेज में उनके साथ अमानवीय व्यवहार होने का मामला सामने आया है।
सिद्दीक कप्पन की पत्नी रेहंथ कप्पन ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को लिखे पत्र में दावा किया है मथुरा मेडिकल कॉलेज में सिद्दीक कप्पन के अमानवीय सुलूक किया जा रहा है। रेहंथ कप्पन के अनुसार चार दिनों से सिद्दीक को जानवर की तरह खाट से बांध कर रखा गया है , सिद्दीक को अस्पताल में उसके बेड से जंजीर से बांधकर रखा गया। जिससे वो ना खाना खा पा रहा है और न ही वो बाथरूम जा पा रहा है। जिसके चलते उसकी हालत बिगड़ रहीं हैं,अगर सही इलाज़ जल्दी मुहैया न कराया गया तो उसकी मृत्यु भी हो सकती है।
रेहंथ कप्पन ने मुख्य न्यायाधीश को लिखे पत्र में सिद्दीक कप्पन को जल्द रिहा करने की मांग भी की हैं। पत्र में कहा है कि सिद्दीक कप्पन का जीवन गंभीर ख़तरे में हैं। अगर उन्हें तत्काल राहत नहीं दी गई तो उनकी मृत्यु भी हो सकती है। रेहंथ कप्पन ने मुख्य न्यायाधीश से सिद्दीक कप्पन की अस्पताल से तत्काल रिहाई की मांग की हैं जिससे उन्हें राहत मिल सके।
इसके अलावा केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सिद्दीक कप्पन के साथ मानवीय सुलूक करने की अपील करी हैं। पिनराई विजयन ने पत्र में कहा हैं कि सिद्दीक कप्पन की हालत खराब है। कोविड के साथ-साथ उन्हें हृदय और शुगर की भी बीमारी है लिहाज़ा उन्हें अच्छा और बेहतर इलाज़ मुहैया कराया जाए और उन्हें किसी स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती करवाया जाए। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पत्र में मथुरा मेडिकल कॉलेज में हुए सिद्दीक कप्पन के साथ अमानवीय व्यवहार का भी जिक्र किया है।
केरल के 11 सांसदों ने भी सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर सिद्दीक कप्पन के मामले की तत्काल सुनवाई की मांग की हैं। साथ ही सिद्दीक कप्पन को अच्छे इलाज़ के लिए एम्स दिल्ली भेजे जाने की भी मांग करी हैं। पत्र में उनकी गंभीर बीमारी का भी जिक्र किया गया है।
आज़ाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने भी सिद्दीक कप्पन की रिहाई की मांग करी हैं। चंद्रशेखर आज़ाद ने सरकार से अपील की हैं कि सरकार नफ़रत की भावना त्याग कर कप्पन को रिहा करे। आज़ाद ने यह भी कहा हैं का कप्पन जेल में सुरक्षित नहीं है।
गौरतलब हैं कि सिद्दीक कप्पन को पिछले साल पांच अक्टूबर को हाथरस जाते समय गिरफ्तार किया गया था। हाथरस मामले की रिपोर्टिंग के लिए जा रहे पत्रकार सिद्दीक कप्पन और तीन अन्य को मथुरा पुलिस ने उस वक्त गिरफ्तार कर लिया था, जब वे दलित लड़की के परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए हाथरस जिले में स्थित उसके गांव जा रहे थे। हाथरस में एक दलित युवती से चार लोगों ने कथित तौर पर बलात्कार किया था और उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
पुलिस ने कप्पन समेत तीन अन्य के खिलाफ मांट थाने में आईपीसी की धारा 124ए (राजद्रोह), 153ए (दो समूहों के बीच वैमनस्य बढ़ाने), 295ए (धार्मिक भावनाएं आहत करने), यूएपीए की धारा 65, 72 और आईटी एक्ट की धारा 76 के तहत मामला दर्ज कराया था। फिलहाल तबसे कप्पन मथुरा जेल में बंद हैं।