फहमिना हुसैन, TwoCircles.net,
सवाई माधोपुर(राजस्थान): आज जब पूरा देश डिजिटलीकरण की ओर बढ़ रहा है और लगभग सभी क्षेत्र डिजिटल होते जा रहे हैं, ऐसे समय में सवाई माधोपुर के ज़ियाउल इस्लाम ने सवाई माधोपुर की मोबाइल ऐप सेवा शुरू कर कर दी है.
यह राजस्थान के सवाई माधोपुर की पहली मोबाइल एप्लिकेशन सेवा है. बकौल डेवलपर इंजीनियर ज़ियाउल इस्लाम, ये मोबाइल एप्लिकेशन हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों ही भाषाओं में है. इसमें सवाई माधोपुर के निवासियों और पर्यटकों के लिए लगभग सभी जानकारियां मौजूद हैं.
एप्लिकेशन की खासियत के बारे में पूछने पर ज़ियाउल बताते हैं, ‘इसकी साइज़ बेहद छोटी है. इसके लिए इन्होने कोई इंस्टॉलेशन चार्ज नहीं रखा है न ही कोई सालाना चार्ज. ये पूरी तरह से नि:शुल्क सेवा है. इसे एक बार डाउनलोड करने के बाद बिना किसी इंटरनेट के भी इस्तेमाल किया जा सकता है. यही नहीं इस एप्लिकेशन में कोई भी विज्ञापन नहीं है और इसे निःशुल्क बनाए रखने का पूरा प्रबंध है.’
इस एप्लीकेशन में पर्यटकों के लिए प्रमुख पर्यटन स्थलों की सूची व जानकारी,प्रमुख होटलों व भोजनालयो के पते बताए गए है. इसमें छात्रों के लिए स्कूल, कॉलेज, कोचिंग क्लासेज की सूची, परीक्षाओ के टाइम टेबल और परीक्षा परिणाम देखने हेतु सूचनाएं उपलब्ध हैं. इसके अलावा आमजन के लिए गैस एजेंसियों, बैंक, ई-मित्र, सरकारी कार्यालय, डांकघर, बीमा कार्यालय, एटीएम, चिकित्सालय, पेट्रोल पम्प, पुलिस थाना और तहसील जैसी कई महत्त्वपूर्ण जगहों के पते और संपर्क सूत्र दिए गए है. यही नहीं, सवाई माधोपुर स्टेशन पर आने वाली ट्रेनों की समय सारणी, बस स्टैंड की जानकारी आदि जानकारियां भी इस एप्लीकेशन के ज़रिए मिल सकती हैं.
इस एप्लीकेशन के बारे में वे बताते हैं, ‘कॉलेज के दिनों में ही मैं आईटी सेक्टर से जुड़ा रहा. तभी मुझे ये ख्याल आया कि सवाई माधोपुर के नागरिकों और युवाओं के लिए एक ऐसा मोबाइल एप्लिकेशन तैयार किया जाए, जिसमें अपने शहर की सारी जानकारियां आसानी से मिल सकें.’
वे आगे बताते हैं कि अभी पानी की समस्या चल रही है. पानी की बहुत कमी है और इसके लिए एप्लिकेशन में सरकारी और गैरसरकारी दोनों ही किस्म के जलआपूर्ति सुविधाओं के नंबर मौजूद हैं. इसके अलावा सभी जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों की फोटो, पद, टेलीफोन नंबर इस ऐप में उपलब्ध हैं.
आमतौर पर मोबाइल ऐप के बारे में यह अवधारणा है कि इसके अंदर स्टोर किया डेटा का कहीं गलत इस्तेमाल तो नहीं हो रहा? इस सिलसिले में जब ज़ियाउल इस्लाम से बताते हैं, ‘ये एप्लिकेशन पूरी तरह से सुरक्षित है. इसमें इस्तेमाल की गई सारी जानकारियां सरकारी और व्यावसायिक हैं. प्राइवेट और सरकारी दोनों ही किस्म की संस्थाओं के ऑफिशियल नंबर इसमें मुहैया कराए गए हैं.’
इस्लाम अपने बारे में बताते हैं कि उनका जन्म सवाई माधोपुर के बैतल गांव में हुआ है. प्राइमरी तक पढाई उन्होंने मदरसे से की, आगे बारहवी तक की पढ़ाई उन्होंने सवाई माधोपुर से ही की. उन्होंने आगे चलकर बीसीए और एमसीए किया. इतनी उपलब्धियों के बाद भी अभी वे कम्प्यूटर साइंस से पीएचडी करने का इरादा रखते हैं.
ज़िया का कहना है कि वे आने वाले वर्षों में वे अपने गांव से लेकर पूरे भारत में डिजिटल क्रान्ति में पूरा योगदान देने का प्रयास करेंगे.