आस मुहम्मद कैफ़, TwoCircles.net
बिजनौर : नोएडा, मुज़फ्फ़रनगर के बाद अब बिजनौर में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. ये घटना लखनऊ से लौट रही एक रोज़ेदार मुस्लिम महिला के साथ चलती ट्रेन में रेलवे के सिपाही के ज़रिए बलात्कार की है.
लोगों ने सिपाही को ज़बरदस्ती करते हुए पकड़ा. लड़की बेहोश है. सिपाही कोमल शुक्ला को अब गिरफ्तार कर लिया गया है. भीड़ ने उसके साथ मारपीट की, जिसे कड़ी मशक्क़त के बाद पुलिस ने बचा लिया. लड़की मेरठ के लिसाड़ी गेट थाने क्षेत्र की है और रोज़ेदार बताई जा रही है.
सुरेंद्र कुमार केन ट्रेन के गार्ड का कहना है कि उन्हें एक यात्री ने आकर बताया कि जीआरपी का सिपाही उनके साथ मारपीट कर रहा है. उसने उसे ट्रेन के डब्बे से बाहर निकाल दिया है और डब्बा बंद कर लिया है. जब वह यात्रियों के साथ विकलांग डब्बे में पहुंचे और जबरन उन्होंने सिपाही से डब्बे का दरवाज़ा खुलवाया तो वह सिपाही और युवती दोनों अर्धनग्न हालत में थे. इस हालत में देखते ही लोगों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी. उन्होंने इसकी सूचना जीआरपी पुलिस को दी लड़की कौन है वो नहीं जानते.
इस ट्रेन में सफ़र कर रहे एक यात्री मोहम्मद शब्बीर का कहना है कि, वह जब डब्बे के अंदर गार्ड के साथ पहुंचे तो यह उसके साथ नग्न हालत में ज़बरदस्ती कर रहा था. इसके यात्रियों ने ही इसको पीटना शुरू कर दिया. हमने यूपी पुलिस को बुलाया लेकिन पुलिस भी इसे ही बचाने में लगी रही. बल्कि पुलिस ने हमें ही भगाना शुरू कर दिया. बेहोशी की हालत में महिला इसको फांसी देने की बात कर रही थी. हम भी उस पुलिस वाले के खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई चाहते हैं. अगर रक्षक ही भक्षक बन जाएंगे तो फिर कौन लोगों की सुरक्षा करेगा.
इस घटना का प्रतिरोध करने वाले युवक उमेश कुमार ने बताया कि, स्टेशन पर सिपाही ने मुझसे 2200 रूपये की रसीद काटने की बात करते हुए मुझे हाथ पकड़ कर बोगी से नीचे उतार दिया. मैंने जब हल्दौर स्टेशन पर खिड़की से बोगी के अंदर देखा तो सिपाही अर्धनग्न हालत में आपत्तिजनक स्तिथि में था. मैंने यह बात गाड़ी के गार्ड को बताई और उसके बाद इसे रंगे हाथ पकड़ा गया.
बिजनौर के डीएम जगतराज का कहना है कि, यह महिला लखनऊ से यात्रा कर रही थी. चांदुपर तक यह स्लीपर क्लास में बैठी थी और इसे चांदपुर में विकलांग बोगी में शिफ्ट कराया गया. इसे शिफ्ट कराने में जीआरपी के सिपाही की भूमिका है. गार्ड ने यह कहा कि सिपाही अकेला महिला के साथ बोगी में है और उसने संदेह किया कि महिला के साथ रेप किया गया है. उसने यह सूचना सभी को दे दी गई जिसके बाद हमारे अधिकारी और महिला कर्मी ट्रेन पर पहुंचे और इस महिला को अस्पताल पहुंचाया. यह महिला अभी सदमे और बेहोशी की हालत में है. हम उससे बात करने आये थे, लेकिन अभी वो कुछ बताने की हालत में नहीं है.
वहीं बिजनौर एसपी अतुल शर्मा का कहना है कि, अभी तक की जांच से पता चला है यह महिला लखनऊ से ट्रेन में चढ़ी थी और ट्रेन जब चांद पर पहुंची उनकी कुछ तबीयत ख़राब होने लगी. इसकी जानकारी महिला ने सिपाही को दी. सिपाही उसे विकलांग डिब्बे में आराम के लिए ले गया. इसके बाद ट्रेन के बिजनौर पहुंचने पर कुछ यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया. फिलहाल महिला अभी बेहोशी की हालत में इसलिए कुछ बताने की स्थिति नहीं है. एसपी रेलवे को घटना से अवगत करा दिया गया है. वह भी मौक़े पर पहुंच रहे हैं. बाक़ी महिला के होश में आने पर ही कुछ बताया जा सकता है. अभी कोई तहरीर भी नहीं मिली है.
बताते चलें कि लखनऊ से चलकर चंडीगढ़ जाने वाली 15011 इंटरसिटी एक्सप्रेस जब चांदपुर पहुंची तो ट्रेन में सफ़र कर रही उस युवती की तबीयत अचानक ख़राब होने लगी. सूचना मिलने पर उसी ट्रेन में ड्यूटी पर चल रहा है जीआरपी का सिपाही कमल शुक्ला महिला को यह कहकर विकलांग डिब्बे में ले गया कि वो वहां आराम से बैठ सकती है. इस दौरान सिपाही ने विकलांग डिब्बे में बैठे अकेले यात्रा कर रहे यात्री सन्दीप को ज़बरदस्ती धमकाते हुऐ डिब्बे से बाहर निकाल दिया और डब्बे का दरवाज़ा अंदर से बंद कर लिया. हल्दौर पहुंचने पर ट्रेन में सवार यात्रियों को जब कुछ शक हुआ तो उन्होंने इसकी सूचना ट्रेन के गार्ड को दी, जिस पर गार्ड ने विकलांग डिब्बे के पास जाकर सिपाही से डिब्बा खोलने के लिए कहा. काफ़ी मशक्क़त के बाद जब सिपाही ने बोगी का अंदर से बंद दरवाज़ा खोला तो गार्ड के अनुसार उस समय सिपाही अर्धनग्न हालत में था और महिला बेहोशी की हालत में थी, जिसे देखकर यात्रियों ने सिपाही की पिटाई शुरू कर दी और उसे डब्बे में ही बंद कर लिया.
ट्रेन के बिजनौर स्टेशन पहुंचते ही यात्रियों ने हंगामा करते हुए सिपाही को जीआरपी पुलिस चौकी को सौंप दिया और बेहोशी की हालत में महिला को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया. इस दौरान यात्रियों ने चौकी के बाहर जमकर हंगामा किया. इस हंगामे के दौरान ट्रेन काफी देर तक बिजनौर स्टेशन पर खड़ी रही. हंगामे की सूचना मिलने पर थाने की पुलिस स्टेशन पर पहुंची और हंगामा कर रहे लोगों को तितर-बितर करते हुए लोगों को किसी तरह समझा कर शांत किया और आरोपी सिपाही को हवालात में डाल दिया. फिलहाल महिला का ज़िला अस्पताल में उपचार चल रहा है.