स्टाफ़ रिपोर्टर। Twocircles.net
लुधियाना में आज किसानों के पक्ष में भारत बंद के दौरान लुधियाना की ऐतिहासिक जामा मस्जिद से शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी की अगुवाई में शहर की सभी मुस्लिम संस्थाओं के हजारों सदस्यों ने मोदी सरकार के खिलाफ जबरदस्त मार्च निकाला। इस मार्च में लोगों ने हाथों में केंद्र सरकार के विरोध में प्ले-कार्ड उठा रखे थे और काली झंडियां लहराई जा रही थीं। प्रदर्शनकारी मोदी सरकार मुर्दाबाद, किसान एकता जिंदाबाद, हिन्दू-मुस्लिम-सिख-ईसाई जिंदाबाद, गुंडागर्दी नहीं चलेगी, काले कानून वापिस लो, के नारे लगा रहे थे। यह रोष मार्च जामा मस्जिद के सामने से शुरू होकर जगराओं पुल, रेलवे स्टेशन रोड, ब्रॉउन रोड, सुभानी बिल्डिंग, शाहपुर रोड से होता हुआ फील्ड गंज चौक में समाप्त हुआ। इस मौके पर विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए स्वतंत्रता सेनानियों की पार्टी मजलिस अहरार इस्लाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पंजाब के शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने कहा कि किसान देश की आन-बान-शान हैं। खेती का काम करने वाले हर धर्म के लोग नफरत से कोसो दूर देश की सेवा कर रहे हैं। शाही इमाम ने कहा कि केंद्र सरकार देश के हर वर्ग की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही हैं जो कि लोकतंत्र के साथ सही नहीं है। शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान ने कहा कि हम अपने किसान भाइयों के हक पर किसी को डाका नहीं मारने देंगे, इसके लिए कितनी ही कुर्बानीयां क्यों ना देनी पड़े। शाही इमाम ने कहा कि किसान आंदोलन को बदनाम करना अफसोसनाक है। मोदी सरकार को चाहिएं कि पूंजी पतियों को छोड़ कर किसानों के मुताबिक कृषि कानून बनाया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक किसान आंदोलन की राह पर हैं पूरा देश उनके साथ खड़ा रहेगा। इस अवसर पर नायब शाही इमाम मौलाना मुहममद उस्मान लुधियानवी ने भी संबोधन किया। बता दें कि यह रोष मार्च कुछ समय के लिए जगराओं पुल पर चक्का जाम कर बैठी संगत के साथ भी शामिल हुआ।