भीम आर्मी भी आई किसानों के साथ, राकेश टिकैत से मिले चंद्रशेखर

स्टाफ़ रिपोर्टर। Twocircles.net

चंद्रशेखर आजाद शुक्रवार को भीम आर्मी के सदस्यों सदस्यों के साथ यूपी गेट स्थित गाज़ीपुर बार्डर पहुंचे और उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘राकेश टिकैत पश्चिमी उत्तर प्रदेश की शान हैं , वो उनके साथ कंधा से कंधा मिलाकर खड़े हैं और लड़ाई भी लड़ेंगे’। आज़ाद ने कहा ,’दलित संगठन द्वारा कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे इस आंदोलन में वो भी अपना समर्थन दे रहे और बढ़चढ़ हिस्सा लेंगे क्योंकि किसान मजदूर का सदियों का साथ है।


Support TwoCircles

दिल्ली के बार्डरो पर चल रहा किसान आंदोलन अपना पूर्ण रूप ले चुका है। बीते गुरुवार को ऐसा लग रहा था कि किसान आंदोलन को सरकार खत्म करा देगी लेकिन दूसरे दिन शुक्रवार को किसानों ने देशभर में फिर से अपनी एकता दिखाते हुए सरकार को चुनौती दे दी है। किसान नेता राकेश टिकैत ने आंदोलन खत्म करने से सीधे तौर पर मना कर दिया और भावुक होकर यहां तक कह दिया था कि अगर बिल वापस नहीं होता तो वो आत्महत्या कर लेंगे। किसान नेता राकेश टिकैत के भावुक होने के बाद विपक्षी दलों ने उनके समर्थन की घोषणा कर दी है।  कई विपक्षी दल के नेता अगले दिन शनिवार को उनसे मिलने पहुंचे। इसी कड़ी में भीम आर्मी चीफ और आज़ाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आज़ाद शुक्रवार को गाज़ीपुर बार्डर पहुंचे और राकेश टिकैत से मुलाकात की। चंद्रशेखर आज़ाद ने किसान नेताओं से मिलकर कहा कि वो किसान नेताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं और आंदोलन की मजबूती के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करेंगें।

चंद्रशेखर आज़ाद ने यहाँ सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार किसान आंदोलन को समाप्त करने पर तुली हैं और किसानों को हिंसा के लिए उकसाने की कोशिश कर रही है और इसी तरह से किसान आंदोलन को समाप्त करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए साजिश रच रही है। वह इस आंदोलन को खत्म करने के लिए किसानों को हिंसा के लिए भी उकसाने का काम कर सकती है। इसलिए उन्होंने किसानों से अहिंसा के मार्ग पर चलने की अपील की।

चंद्रशेखर आज़ाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि,’यह किसान आंदोलन तमाम राजनीति और राजनैतिक दलों से ऊपर हैं’। आज़ाद ने मीडिया से कहा कि वो किसी पर भी  अन्याय होता नहीं देख सकते हैं इसलिए वे किसानों के साथ खड़े हैं। आज़ाद ने कहा कि लाल किले पर हुई हिंसा सरकार द्वारा प्रायोजित थी, जिसका मकसद सिर्फ किसान आंदोलन को बदनाम करना था।

आज़ाद ने मीडिया से 2013 मुजफ्फरनगर दंगे का जिक्र करते हुए ,’भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि अगर भाजपा ने साजिश करके मुस्लिम जाट एकता को न तोड़ा होता तो आज भाजपा सत्ता में नहीं होती’। उन्होंने  कहा कि जिन लोगों ने भाजपा की सरकार बनवाईं थी, अब वहीं लोग उसी सरकार को गिराने का काम करेंगे।

इससे पहले उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने भी गाजीपुर बार्डर पहुंचकर राकेश टिकैत से मुलाकात की थी। दिल्ली के उप-मुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया शुक्रवार को गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे थे। बीते गुरुवार को राकेश टिकैत के भावुक होने के बाद मेरठ, बागपत, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मुराबादाबाद और बुलंदशहर जैसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों से भारी संख्‍या में किसान यहां पहुंचे हैं।

SUPPORT TWOCIRCLES HELP SUPPORT INDEPENDENT AND NON-PROFIT MEDIA. DONATE HERE