ओरंगाबाद में सब्जी बेचने पर हिंदुत्ववादियों ने की मारपीट, जमानत मिलने पर आरोपी का फूल माला पहनाकर किया गया स्वागत

जिब्रानउद्दीन।Twocircles.net

देश में मुस्लिम समुदाय के प्रति बढ़ते नफरत का एक उदाहरण बीते दिनों महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले से सामने आया है। यहां गंगापुर तालुका के गावली धनोरा गांव में एक हिंदुत्व समर्थक ने छोटे मुस्लिम कारोबारी को उनके धर्म की वजह से व्यवसाय करने से रोका और उन्हें धमकी देकर इलाके से भी भगा भी दिया। इस दौरान उस नफरती व्यक्ति ने गरीब मुसलमानों को अपमानित करते हुए उनका वीडियो भी बनाया।


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इसके बाद, मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस में एक प्राथमिकी दर्ज हुई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन चौंकाने वाली बात तब सामने आई जब उसे जल्द ही ज़मानत मिल गई और बाहर आने पर कुछ लोगों द्वारा उसका फूल- माले से स्वागत किया गया। बीते 22 फरवरी को, 34 वर्षीय, ख्वाजा शब्बीर पठान, जब अपने खेतों में उगाए गए सब्जियों को मोटरसाइकिल पर लादकर, पास के ही, आपेगाव इलाके में मरौती मंदिर के समीप बेचने पहुंचे तो वहां योगेश जाधव नामक एक व्यक्ति ने उन्हें सब्ज़ी बेचने से रोका और डांटते हुए भगा दिया। जाधव ने उस समय अपने हाथ में डंडा ले रखा था।

शब्बीर पठान

शब्बीर पठान TwoCircles.Net को बताते हैं, “मुझे सब्जियां बेचते हुए 4 साल हो चूके हैं, लेकिन आज तक किसी को भी मेरे धर्म से फ़र्क नहीं पड़ा था।” शब्बीर को परेशान करने के दौरान जाधव ने एक वीडियो भी बनाया जिसमें वह शब्बीर को धमकी देते हुए नज़र आते हैं।”अब से तुम इस इलाके में नहीं आओगे,” वीडियो में, दूसरे आपत्तिजनक बातों के साथ, जाधव कहते हुए दिखते हैं। इस पर शब्बीर, नर्म लहज़े में, उनसे वजह जानने की कोशिश करते हैं, जिसपर जाधव और ज़्यादा गुस्से में आ जाता है।

वीडियो में आगे, जब शब्बीर के पास सब्जी खरीदने के लिए एक महिला ग्राहक आती है तो जाधव उन्हें सब्जी खरीदने से मना कर देता है। शब्बीर, वीडियो में लगातार एक मुस्कुराहट के साथ, जाधव से बात करने की कोशिश करते दिखते हैं।
“मेरा एक ही मानना है कि मुल्क में जितने भी लोग हैं, हम सब भाई हैं, चाहे वो किसी भी धर्म का हो।”

शब्बीर कहते हैं कि उन्हें धर्म के आधार पर अपमानित किया गया, इसके बावजूद, उन्होंने बात को आगे नही बढ़ाया और वापस घर को लौट गए। हालांकि जाधव की गुंडागर्दी यहीं नहीं रुकी और इसके बाद उस इलाके में आए, दूसरे मुस्लिम व्यवसायकों को भी, उसने डांटकर और धमकी देते हुए भगा दिया। शब्बीर के जाने के करीब 2 घंटे के अंदर ही, गंगापुर निवासी कोडाजी शेख और हनीफ शेख, बर्तन बेचने को आपेगाव पहुंचे तो उनके साथ भी जाधव ने बिल्कुल वैसा ही व्यवहार किया। इसके अलावा एक बकरी चराने वाले मुस्लिम युवक को भी इलाके से निकाला गया। इन सारी घटनाओं का वीडियो खुद योगेश यादव ने रिकॉर्ड कर, आसपास के इलाके वायरल करवाया।

वीडियो के वायरल होने के साथ ही इलाके के माहौल में हल्के तनाव की परिस्थिति नज़र आने लगी। इस बात को लेकर मुस्लिम समुदाय के जिम्मेदार लोग काफी परेशान हुए। इस दौरान वायरल वीडियो पुलिस महकमे के पास भी पहुंच चुका था। हालांकि इस समय तक भी शब्बीर को अंदाज़ा नही था की उनको अपमानित करने का एक वीडियो बनाकर इलाके में फैलाया जा रहा है। जब वो घर पहुंचे तो उन्हें इस बात की ख़बर लगी, लेकिन उसके बावजूद उन्होंने सब्र करने का रास्ता चुना। “मेरे साथ जो भी हुआ, मैने उसे खुदा पर छोड़ दिया।” शब्बीर कहते हैं।

रोज़ कमाकर खाने वाले, गरीब शब्बीर किसी तरह से चाहते थे कि इस बात को रफा-दफा किया जा सके और उनके रोजमर्रा के जीवन पर इसका कोई असर न पड़े। “मैं गरीब आदमी हूं सर, खुद से सब्जी उगाकर बेचा करता हूं, मैं नहीं चाहता कि इस घटना की वजह से इलाके की भाईचारगी पर कोई आंच आए, इसलिए मैंने खामोश रहना ही बेहतर समझा था।”हालांकि, जब दूसरे मामलों की खबर उनके पास आई, तो वो काफी परेशान हो गए, उन्हें ख्याल आया कि अगर इसकी शिकायत नहीं की जाती है तो आइंदा भी दूसरे लोगों को उस तरह अमानवीय बर्ताव का सामना करना पड़ेगा।

फिर, आस-पड़ोस के लोगों से सलाह लेकर, शब्बीर रिपोर्ट दर्ज करवाने को तैयार हो गए। इधर वीडियो को देखकर जुनैद नामक समाजसेवी और दूसरे ज़िम्मेदार लोग भी पीड़ितों की मदद को आगे आ चुके थें। हालांकि खुद को किसी तरह की परेशानी से बचाते हुए, बकरी चराने वाले गरीब मुस्लिम युवक ने शिकायत दर्ज करवाने को राज़ी नहीं हुएं। लेकिन ख्वाजा शब्बीर पठान और बर्तन बेचने वाले, कोडाजी शेख और हनीफ शेख ने मिलकर शिल्लेगाव पुलिस थाने में योगेश यादव के विरुद्ध, भारतीय दंड संहिता की धारा 295ए, 294, 506 के तहत प्राथमिकी दर्ज करवाई।

जानकारी के मुताबिक कुछ अन्य मुस्लिम व्यवसायकों को वहां पर परेशान किया गया था पर उनका कोई भी वीडियो रिकॉर्ड मौजूद नहीं है और न ही वो खुद सामने आएं।
जुनैद ने TwoCircles.Net को बताया, “पुलिस के पास यह वीडियो पहले ही पहुंच चुका था और वह खुद से भी इस मामले की छानबीन करने वाले थे।” शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने आनन-फानन में कार्यवाही करते हुए जाधव को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, गिरफ्तार योगेश जाधव को जल्द ही जमानत मिल गई और वो बाहर आ गया।

जुनेद के अनुसार, जाधव के जेल से निकलने पर कुछ लोगों ने, फूलों की माला और शॉल पहनाकर उनका स्वागत किया था। “उनके जेल से निकलने के बाद लोग ऐसे खुशियां मना रहे थें, जैसे वह कितना बड़ा काम करके आया हो।” जुनैद ने कहा। शिल्लेगाव थाने के पुलिस इंस्पेक्टर रवींद्र खांडेकर ने शब्बीर और बाकी लोगों को भरोसा दिलाया है कि वो उनके साथ है। शब्बीर का अब कहना है कि वह उस इलाके में फिर से सब्जी बेचने नहीं जाएंगे

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