धर्म संसद के ज़हरीले भाषण के खिलाफ बरेली में आक्रोश

स्टाफ रिपोर्टर।Twocircles.net

उत्तर प्रदेश के बरेली में हरिद्वार की हिंदू धर्म संसद में मुसलमानों को लेकर दिए गए भड़काऊ भाषणों के विरोध में प्रदर्शन आयोजित किया गया। यह विरोध प्रदर्शन इत्तेहाद ए मिल्लत कौंसिल के प्रमुख और इस्लामिक विद्वान मौलाना तौकीर रजा की अगुवाई में हुआ। शुक्रवार जुमे की नमाज़ के बाद बरेली के इस्लामियां मैदान में कई हज़ारों की संख्या में मुसलमान इकट्ठा हुए और हिन्दू धर्म संसद में दिए गए मुस्लिम विरोधी भाषाओं पर आक्रोश व्यक्त किया और धर्म संसद में विवादित बयान देने वालों पर कार्रवाई की मांग की गई।


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इस्लामियां मैदान में आयोजित करें गए प्रदर्शन को संबोधित करते हुए मौलाना तौकीर रज़ा ने कहा कि असल में हरिद्वार में हुई धर्म संसद, धर्म संसद नहीं थी। किसी धर्म में यह नहीं सिखाया जाता कि वह लोगों का कत्लेआम शुरू कर दे। उन्होंने कहा कि ऐसी धर्म संसद करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार उनका संरक्षण करती है, हिंदुओं को ऐसे लोगों का समर्थन नहीं करना चाहिए।

मौलाना तौकीर ने अपने संबोधन में कहा गया उलेमाओं ने दावत का सिलसिला बंद कर दिया है, इसलिए हिंदू और मुस्लिम भाइयों में फर्क आ गया है। आप दावत का सिलसिला शुरू कीजिए तभी देश में प्रेम भाव का सिलसिला शुरू होगा। उन्होंने कहा कि तमाम हिंदूवादी भाइयों से कहना चाहता हूं कि देश के लिए लड़ाई करो, देश की एकता के लिए लड़ाई लड़ो।

उन्होंने कहा कि देश को बर्बाद करने के लिए कभी लड़ाई नहीं लड़ी जानी चाहिए। मैं जो कुछ भी कर रहा हूं किसी सियासी फायदे के लिए नहीं है। हमने तकलीफ में जिंदगी गुजारी है और आने वाली नस्ल के लिए हम एक अच्छा हिंदुस्तान छोड़ना चाहते हैं। उन्होंने हिन्दुओं से अधर्म के खिलाफ जंग में मुसलमानों का साथ देने की अपील भी की।

मौलाना तौकीर ने प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि क्या रावण मुसलमान था। भगवान राम ने रावण का वध किया था। कृष्ण ने कंस का वध किया। क्या कंस मुसलमान था। पांडवों ने कौरवों का वध किया। क्या कौरव मुसलमान थे। तौकीर ने कहा कि किस किताब में लिखा है कि हिन्दू और मुसलमानों को लड़ना चाहिये। हर दौर में अच्छे और बुरे में लड़ाई हुई है। जब तक दुनिया है तब तक जंग होती रहेगी।

उन्होंने कहा कि दशहरा में बुराई पर अच्छाई की जीत होती है। रावण इसलिये मारा गया क्योंकि उसने सीता मैया का हरण किया था। रावण महिलाओं पर बुरी नीयत रखता था। उन्होंने कहा कि क्या आज राम के भक्तों और वंशजों की जिम्मेदारी नहीं है कि महिलाओं पर गलत निगाह रखने वाले ऐसे रावण और उनके वंशजों का वध करें।

मौलाना तौकीर ने कहा हम अपने मुल्क में अमन और चैन चाहते हैं लेकिन अब हमारे सब्र का पैमाना टूट चुका है। मैं अपने हिंदू भाईयों को बताना चाहता हूं कि रोज कुरान और पैगंबर मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी होती है। हम सब्र करते हैं, खून के आंसू रोते हैं, हम उनके घूंट पी रहे हैं, सब्र कर रहे हैं। हमारी बहन बेटियों की आबरू से खिलवाड़ किया जा रहा है। मुस्लिम महिलाओं के बारे में आज क्या-क्या कहा जा रहा है।

मौलाना तौकीर रज़ा ने प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि हरिद्वार की धर्म संसद में मुसलमानों के नरसंहार की बात कहीं जाती है लेकिन हम तो देश की एकता और अखंडता के लिए सिर पर कफन बांध कर आए हैं। उन्होंने कहा कि अगर लड़ने का इतना शौक है, तो चलो चीन के बॉर्डर पर चलते हैं, जहां चीन हमारी सीमाओं में घुस आया है और पाकिस्तान के बार्डर ले चलो, हमें ट्रेनिंग दो। उन्होंने कहा कि हमारे 20 हजार नौजवान पाकिस्तान को हिंदुस्तान में शामिल कर देंगे। हमारे लड़कों को सिर्फ ट्रेंड कर दीजिए। इसके बाद हम चीन के कब्जे से कैलाश मानसरोवर भी लाकर दे देंगे।

मौलाना तौकीर रज़ा ने कहा है कि जब तक धर्म संसद में भड़काऊ भाषण करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हो जाती, वे तब तक हर शुक्रवार को विरोध करते रहेंगे।

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