आकिल हुसैन। Twocircles.net
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बीते शुक्रवार को पैगंबर मोहम्मद पर निलंबित बीजेपी नेताओं की टिप्पणी को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन में हुई हिंसा के मामले में यूपी पुलिस ने अभी तक कुल 13 एफआईआर दर्ज करते हुए 337 लोगों को गिरफ्तार किया है। यूपी पुलिस ने गिरफ्तार करें हुए लोगों पर हिंसा करने का आरोप लगाया है। खास बात यह है कि पैगम्बर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाली नुपूर शर्मा को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
बीते शुक्रवार को नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल की गिरफ्तारी की मांग को लेकर यूपी के कई जिलों में विरोध प्रदर्शन हुए थे। विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ जिलों में हिंसा भी भड़क गईं थीं। सबसे अधिक हिंसा इलाहाबाद में देखने को मिलीं थीं। सोमवार तक इलाहाबाद में 92, सहारनपुर में 81, हाथरस में 51, मुरादाबाद में 40, अंबेडकरनगर में 41, फिरोजाबाद में 17, अलीगढ़ में छह और जालौन में 5 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। यूपी पुलिस ने अभी तक कुल 13 एफआइआर दर्ज की हैं, उनमें प्रयागराज व सहारनपुर में तीन-तीन तथा फिरोजाबाद, अंबेडकरनगर, मुरादाबाद, हाथरस, अलीगढ़, लखीमपुर खीरी व जालौन में एक-एक मुकदमा दर्ज किया गया है।
प्रयागराज
बीते शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा सबसे अधिक इलाहाबाद में देखने को मिलीं थीं। इलाहाबाद पुलिस ने बीते शुक्रवार को हुईं हिंसा के मामले में तीन एफआईआर दर्ज की है। इलाहाबाद पुलिस ने हिंसा के आरोप में अभी तक कुल 92 लोगों को गिरफ्तार किया है। दर्ज एफआईआर में कुल 36 लोगों को नामजद किया गया है और एक हज़ार अज्ञात लोगों को भी एफआईआर में शामिल किया गया है। इलाहाबाद पुलिस ने पहली गिरफ्तारी सोशल एक्टिविस्ट जावेद मोहम्मद को हिंसा का मास्टरमाइंड बताते हुए की। जावेद मोहम्मद की गिरफ्तारी के अगले दिन उनकी बीवी के नाम 20 साल पुराने मकान को अवैध बताते हुए ध्वस्त कर दिया गया। इलाहाबाद प्रशासन द्वारा की गई ध्वस्तीकरण कार्यवाही पर सवाल खड़े हो गए हैं। हाईकोर्ट के वकीलों ने ध्वस्तीकरण की कार्यवाही को अवैध बताते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की है। इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर ने भी ध्वस्तीकरण की कार्यवाही को अवैध बताया है। जावेद मोहम्मद के अलावा मस्जिद के पेश इमाम अहमद अली समेत 24 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें 21 बालिग अभियुक्तों को कोर्ट में पेश किया गया और फिर रिमांड लेकर 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में नैनी जेल भेजा गया है। जबकि तीन नाबालिग बच्चों को बाल सुधार गृह में भेजा गया।
सहारनपुर
निलंबित बीजेपी नेताओं द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी के विरोध में शुक्रवार को हुए विरोध प्रदर्शन में हुई हिंसा के मामले में सहारनपुर में कुल तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं। हिंसा के आरोप में अभी तक कुल 84 लोगों को सहारनपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन लोगों पर उपद्रव और घृणा फैलाने का आरोप लगाया है। सहारनपुर में रईस और मुजम्मिल नामक दो लोगों के मकानों को अवैध बताते हुए बुलडोजर से गिरवा दिया गया। पुलिस का कहना है कि प्रदर्शन के दौरान यह दोनों हेट स्पीच देकर लोगों को भड़का रहें थे। पुलिस के अनुसार दोनों के मकान अवैध रूप से बिना नक्शा पास कराए बने हुए थे।
हाथरस
हाथरस में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने एक एफआईआर दर्ज की है। दर्ज एफआइआर में 35 लोगों को नामजद किया गया है और 100 से अधिक अज्ञात लोगों को शामिल किया गया है। पुलिस द्वारा अभी तक हिंसा के आरोप में कुल 51 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मुरादाबाद
मुरादाबाद पुलिस ने बीते शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के मामले में मुगलपुरा थाने में एक एफआईआर दर्ज की है जिसमें 10 लोगों को नामजद और 80 लोगों को अज्ञात में रखा गया है। पुलिस ने अभी तक यहां 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिंसा के अगले दिन पुलिस ने 25 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जबकि 10 लोगों को रविवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
अंबेडकरनगर
अंबेडकरनगर में नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी को लेकर हुए प्रदर्शन में एक मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने फ़राज़ नामक युवक पर लोगों का भड़काने का आरोप लगाते हुए हिंसा का मुख्य साजिशकर्ता बताया है। पुलिस ने अभी तक हिंसा के आरोप में 41 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा वीडियो फुटेज के आधार पर हिंसा में शामिल लोगों को चिह्नित कर उनके पोस्टर टांडा में लगवा दिए गए हैं।
फ़िरोज़ाबाद
फ़िरोज़ाबाद पुलिस ने शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के मामले में एक एफआईआर रसूलपुर थाने में दर्ज की है। 8 नामजद लोगों और 90 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने अभी तक 17 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा हैं। फ़िरोज़ाबाद प्रशासन ने वीडियो फुटेज से चिह्नित कर हिंसा में शामिल लोगों के पोस्टर बनवाकर सार्वजनिक जगहों पर लगाए गए हैं।
अलीगढ़
अलीगढ़ पुलिस ने एक एफआईआर दर्ज करते हुए 6 लोगों को अफवाह फ़ैलाने और सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया हैं।
जालौन
जालौन पुलिस ने एक मामला दर्ज करते हुए पांच लोगों को माहौल बिगाड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
कानपुर में तीन जून को हुई संप्रदायिक हिंसा के मामले में लगभग 55 से ज़्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। कानपुर पुलिस ने हयात ज़फ़र नामक व्यक्ति को हिंसा का मुख्य साजिशकर्ता बताया है। हयात ज़फ़र फिलहाल पुलिस रिमांड में हैं। बीते दिनों कानपुर प्रशासन ने हयात ज़फ़र के एक करीबी मोहम्मद इश्तियाक की स्वरूप नगर स्थित एक बिल्डिंग को अवैध बताते हुए बुलडोजर से गिरवा दिया। इसके अलावा कानपुर विकास प्राधिकरण ने दो इमारतों में हयात ज़फ़र का संबंध होने की शंका के चलते अवैध निर्माण बताते हुए सीज कर दिया है।
पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाली बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा पर महाराष्ट्र, दिल्ली समेत कई अन्य राज्यों में मुकदमा दर्ज किया गया है। नुपुर शर्मा को गिरफ्तार करके सरकार इस मामले को शांत करा सकतीं थीं लेकिन अभी तक गिरफ्तार नहीं की गई है। रज़ा एकेडमी द्वारा नूपुर शर्मा के विरुद्ध 30 मई को दर्ज कराई गई शिकायत के बाद भिवंडी पुलिस ने नुपुर शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मुंब्रा पुलिस ने शर्मा को 22 जून को उनके समक्ष पेश होने और अपनी टिप्पणी पर बयान दर्ज कराने को कहा है। मुंबई पुलिस ने भी उन्हें 25 जून को बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया है। इसके अलावा कोलकाता पुलिस ने भी नुपुर शर्मा को 20 जून को पूछताछ के लिए तलब किया है।