Home India News मतगणना में गड़बड़ी की आशंका के बीच उत्तर प्रदेश में गरमाई सियासत

मतगणना में गड़बड़ी की आशंका के बीच उत्तर प्रदेश में गरमाई सियासत

स्टाफ रिपोर्टर।Twocircles.net

न्यूज़ चैनलों पर एग्जिट पॉल के नतीज़े आने के बाद उत्तर प्रदेश अलग तरह की हलचल देखी जा रही है। लखनऊ में समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीधे तौर पर अपने समर्थकों से आह्वान किया है कि वो लोकतंत्र बचाने के लिए आगे आएं। एग्जिट पोल से परसेप्शन बनाया जा रहा है। अखिलेश यादव यह कहक़र चौंका दिया है कि भाजपा सरकार अफसरों की मदद से 5 हजार के हार -जीत के अंतर वाली सीटों पर समाजवादी पार्टी गठबंधन को हराने का षड्यंत्र कर रही है। अखिलेश यादव ने दावा किया है कि उन्हें इसकी सूचना सरकार में मौजूद उनके करीबी अधिकारियों ने दी है जिनका नाम वो सार्वजनिक नही कर रहे हैं। अखिलेश यादव ने इस दौरान ओमप्रकाश राजभर की विधानसभा में एक मिनी ट्रक से सपा गठबंधन कार्यकर्ताओ द्वारा पकड़ी गई ईवीएम मशीन का भी उदाहरण दिया है। उन्होंने वाराणसी ,बरेली और सोनभद्र में ईवीएम को इधर उधर किए जाने की बात कही है। अखिलेश यादव ने प्रमुख सचिव पर भी धीमे मतदान कराने के आरोप लगाए हैं।

देर शाम 7 बजे आयोजित की गई इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव के साथ शुभासपा पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर भी थे, उन्होंने कहा कि उनके पास जानकारी है कि गठबंधन के सभी नेताओं को हरा दिया जाए। इन बेहद गंभीर आरोपों के बीच अखिलेश यादव ने अपने तमाम समर्थकों से सचेत रहने और लोकतंत्र बचाने के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया है। अखिलेश यादव ने कहा कि उनके तमाम कार्यकर्ता कैमरा तैयार रखें और खासकर नज़दीकी मुक़ाबलों वाली सीटों पर मतगणना के दौरान पैनी नज़र बनाए रखें। अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से विभिन्न प्रकार की मांग की है उन्होंने कहा है कि एग्जिट पोल फ़र्ज़ी है और ये माहौल बनाने का काम कर रहे हैं। उनका गठबंधन 300 सीटें जीतने जा रहा है। उन्होंने चुनाव आयोग से निष्पक्ष मतगणना कराएं जाने की मांग की है। अखिलेश यादव ने ईवीएम बदले जाने की भी आशंका जताई है। अखिलेश यादव ने कहा है कि वो लोकतंत्र बचाने के लिए हर संभव तरीका आजमाएंगे।

इसके अलावा समाजवादी पार्टी ने खासकर पोस्टल बैलेट की मतगणना में गड़बड़ी की आशंका जताई गई हैं। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद और प्रमुख महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने अखिलेश यादव और प्रदेश के सभी प्रत्याशियों को लिखें पत्र में मतगणना में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि मतगणना के दिन सबसे पहले पोस्टल बैलट की मतगणना होगी। 500 मतों पर एक टेबल, एक हजार मतों पर दो टेबल व 1500 मतों पर तीन टेबल लगाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि पोस्टल बैलट सुबह साढ़े आठ बजे तक गिने जाएंगे। यदि गिनती पूरी नहीं होती है तो शेष पोस्टल बैलट 20वें चक्र की गिनती के बाद गिने जाएंगे। गिने हुए पोस्टल बैलट एक बाक्स में रखे जाएंगे।

प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने निर्वाचन अभिकर्ताओ और मतगणना एजेंटों को निर्देश देते हुए कहा हैं कि पोस्टल बाक्स के पास कोई चपरासी या बाबू को न आने दें और पोस्टल बाक्स पर्यवेक्षक और निर्वाचन अधिकारी की आंख के सामने ही रहे। उन्होंने कहा कि पार्टी का एक आदमी हर समय पोस्टल बैलट पर नजर रखे क्योंकि कोई भी व्यक्ति मौका पाते ही इन मतपत्रों में दूसरा टिक का निशान लगा सकता है। ऐसे में पुनर्मतगणना में हमारे प्रत्याशी के मत निरस्त हो सकते हैं।

सपा महासचिव ने आशंका जताई है कि अगर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी कम वोटों के अंतर से जीत रहें होंगे तो पोस्टल बैलेट में गड़बड़ी करके उन्हें हरा दिया जाएगा। उन्होंने कहा हैं कि पोस्टल बैलेट की सबसे पहले गिनती होने के बाद भी पोस्टल बैलेट के वोटों को प्रत्याशियों के मतों में सबसे बाद में जोड़ा जाता है। इसलिए जब सबका ध्यान ईवीएम मशीन पर होता है तो कोई भी व्यक्ति पोस्टल बैलेट में गड़बड़ी कर सकता हैं। समाजवादी पार्टी ने अपने नेताओं व कार्यकर्ताओं को मतगणना के दिन विशेष सतर्कता बरतने के लिए दिशा-निर्देश भेज दिए हैं।

इससे पहले मुजफ्फरनगर की प्रेस कांफ्रेंस में जयंत चौधरी ने पोस्टल बैलट में गड़बड़ी की आशंका की बात कह चुके हैं। राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा था कि 2019 के चुनाव में उनकी पार्टी जीत रही थी, लेकिन भाजपा के कहने पर पोस्टल बैलट की गिनती दुबारा की गयी और उन्हें हरा दिया गया।

इससे पहले बिहार विधानसभा चुनाव में करीबी अंतर से हारने के बाद तेजस्वी यादव ने प्रशासन पर भाजपा के दवाब में पोस्टल बैलट में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। अखिलेश यादव भी कई बार चुनावों में पोस्टल बैलेट को लेकर फर्जीवाड़े की आशंका जता चुके हैं। हाल ही में किसान नेता राकेश टिकैत भी मतगणना में गड़बड़ी को लेकर आशंका जता चुके हैं। ईवीएम मशीन से छेड़छाड़ न होने पाएं इसको लेकर भी सपा समेत विपक्षी दल के प्रत्याशी और कार्यकर्ता मतगणना स्थलों पर नज़र रखे हुए हैं।