अदुभुत बॉल ट्रिकशॉट से दिलों को जीतने वाला नौजवान शाह हुज़ैब का जलवा

जिब्रानउद्दीन।Twocircles.net

कश्मीर के एक छोटे से इलाके में रहने वाले शाह हुज़ैब ने सोशल मीडिया पर अपनी एक अलग पहचान बना रखी है। अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलर टोनी क्रूस हो या पूर्व भारतीय फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया, हर कोई उनकी प्रतिभा का दीवाना है। आए दिन हुज़ैब के ट्रिकशॉट के विडियोज सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं। उनके सोशल मीडिया सेंसेशन बनने के बाद उन्हें कश्मीर यंग अचीवर्स अवार्ड 2022 भी मिल चुका है। अभी कुछ दिनों पहले इंडिया गॉट टैलेंट 9 के मंच पर भी उन्हें खूब सराहा गया था।


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20 वर्षीय, शाह हुज़ैब जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में चरारी शरीफ नामक गांव में रहा करते हैं। 12वीं की परीक्षा के बाद वो नीट की तैयारी किया करते हैं और खाली समय में फुटबाल खेलते हैं। फुटबॉल को वो अपना जुनून बताते हैं।

वर्ष 2016 में जब कश्मीर में एक लंबे अवधि के लिए इंटरनेट और स्कूल इत्यादि बंद हुए थें तब हुज़ैब ने फुटबॉल को अपना सहारा बनाया था। मुहल्ले के बच्चों के साथ उन्होंने लगभग 2 सालों तक सामान्य फुटबॉल खेला। इस दौरान उन्होंने यूट्यूब पर ट्रिकशॉट के कई विडियोज देखें जिनसे वो बहुत प्रेरित हुएं। हुज़ैब को ये करतब इतने अच्छे लगे की उन्होंने खुद भी इस तरह की चीजों को करने का फैसला किया। जिसके बाद निरंतर अभ्यास से जल्द ही उन्होंने ट्रिकशॉट में महारत हासिल कर ली।

पहले हुज़ैब ये सारे करतब सिर्फ मज़े के लिए किया करते थें, लेकिन बाद में उन्होंने इनको रिकॉर्ड करके यूट्यूब और दूसरे सोशल मीडिया पर अपलोड करना शुरू किया। शुरुआत के वीडियो में इतनी खास प्रतिक्रिया देखने को नही मिली लेकिन समय के साथ लोग इनके प्रतिभा को पहचानने लग गए। लोगों से मिले प्यार के बाद कि आज वो सफलता की इतनी ऊंचाई पर हैं।

TwoCircles.Net से एक खास बातचीत में शाह हुज़ैब ने अपने जीवन से जुड़ी कई रोचक बातों को हमारे समक्ष रखा है । वो कश्मीर के मौजूदा माहौल में अपने भविष्य को कैसे देखा करते हैं, इस पर भी बात करते हुए कहते हैं “मैने जब पहली बार ट्रिकशॉट के विडियोज देखे थें तो मुझे वो काफी दिलचस्प लगें फिर मैंने खुद भी इसका अभ्यास शुरू कर दिया, चूंकि मैं फुटबॉल खेलता रहा हूं इसलिए उन्हें सीखने में मुझे ज्यादा समय नहीं लगा।” शाह हुज़ैब अपने पहले ट्रिकशॉट को याद करते हुए बताते हैं, “मैं तब 16 साल का था, मैंने गेंद को दीवार पर मारी और वो उससे टकराकर टोकरी के अंदर चली गई। वो पल मेरे लिए आज भी यादगार है।”

शाह हुज़ैब अब तक 400 से ज्यादा ट्रिकशॉट को अंजाम दे चुके हैं। “शुरुआत में इन ट्रिक्सशॉट को करने में काफी समय लगा करता था। कई बार तो दो-दो दिनों तक का भी समय लग चुका है। हालांकि समय और अभ्यास के साथ ये आसान होता चला गया।” शाह हुज़ैब ने बताया कि वो 4 सालों से लगातार अभ्यास कर रहे है, उसके बावजूद उन्हें एक ट्रिकशॉट को पूरा करने में बहुत तरकीबें लगानी पड़ जाती हैं।

“इन ट्रिक्सशॉट के लिए विज्ञान और भौतिकी का भी खास ध्यान रखना पड़ता है, अगर गणना में थोड़ी सी भी चूक हो जाए तो सारी मेहनत बेकार चली जाती है।” शाह हुज़ैब ने बताया।

हुज़ैब कश्मीर के लोगों की भलाई के लिए बहुत कुछ करना चाहते है, उनका मानना है कि यहां के बच्चों को उचित अवसर नहीं मिल पाता है। “अगर सरकारें चाहें तो एथलीट अथवा दूसरे खेलों में यहां के बच्चों के लिए अनेक अवसर प्रदान करवा सकती है, लेकिन ऐसा नहीं होता।” उन्होंने आगे बताया कि कश्मीर में संसाधनों की भी काफी कमी है और दूसरे राज्यों के मुकाबले इतना अनावरण भी नही है।

पिछले साल जब शाह हुज़ैब दिल्ली गए थें, तो उन्हें वहां एक बढ़िया माहौल देखने को मिला। उन्होंने बताया कि वहां अवसरों का तांता लगा हुआ। “अगर इतने सालों से मैं दिल्ली अथवा दूसरे राज्यों में ये ट्रिकशॉट करता होता तो शायद आज मैं कहीं और ही होता।” उन्होंने बताया कि कश्मीर में भी अगर ऐसे ही अवसर होते हैं तो यहां से भी कई प्रतिभाशाली बच्चे निकलेंगे।

हालांकि उन्होंने ये भी बताया कि अवसर को खुद से भी बनाया जा सकता है, “अगर पूरी मेहनत और लगन के साथ काम किया जाए तो कामयाबी कदम चूमेगी।” उन्होंने इसके अलावा अपने सपनों से समझौता करने से भी साफ मना किया, वो कहते हैं, “अगर सपना देखा है तो उन्हें पूरा करने के लिए संघर्ष भी करना चाहिए, वरना एक ही तो जीवन है अगर उसमे भी सपनों से भागेंगे तो उन्हें पूरा कब करेंगे।”

उनके वीडियो को पूर्व भारतीय फुटबॉलर; बाईचुंग भूटिया, अभिनेता; सुशांत सिंह, अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉलर; टोनी क्रूस, और कई बड़े राजनेता और अभिनेताओं ने साझा कर रखा है। “जितना प्यार मुझे लोगों से मिला है, मैं उनका बहुत धन्यवाद करता हूं, आगे भी इस तरह से ही आप लोग अपना प्यार बनाए रखें।” हुज़ैब कहते हैं।

उनके विडियोज को अब तक लाखों लोग देख चुके हैं, जिनमे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय, दोनो दर्शक शामिल हैं। शाह हुज़ैब की इस सफलता में उनके घरवालों का भी खासा सहयोग रहा है। “मुझे कई रिश्तेदार और आसपास के लोग कहते हैं कि इन चीजों में कोई करियर नही, लेकिन मेरे घरवालों को इससे कभी कोई एतराज़ नहीं रहा है। उन्होंने कह रखा है कि पढ़ाई के साथ साथ इस पर भी मन लगाकर पूरा ध्यान ध्यान दिया करो।”

हुज़ैब फिलहाल नीट की तैयारी कर रहे हैं और खाली समय में फुटबॉल खेलते हैं। “अब जो किस्मत में होगा आगे उस रास्ते पर ही चले चलेंगे, अभी तो दोनो के ऊपर ही पूरी मेहनत रहती है।” हुज़ैब ने आगे ये भी बताया कि उनके पसंदीदा फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो हैं।

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