आकिल हुसैन। Two circles.net
पटना विश्वविद्यालय के छात्र जाबिर अंसारी ने इतिहास रचते हुए कराटे चैंपियनशिप में 75 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीता हैं। जाबिर ने यह गोल्ड मेडल ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी कराटे चैंपियनशिप में जीता है। पटना यूनिवर्सिटी की ओर से खेलते हुए जाबिर ने कराटे में 2500 खिलाड़ियों को पछाड़कर गोल्ड अपने नाम किया। ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी कराटे चैंपियनशिप का आयोजन छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय में किया गया था जिसमें लगभग देशभर के 200 प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के 2500 खिलाड़ियों ने भाग लिया था।
बिहार के जमुई जिले के रहने वाले मोहम्मद जाबिर ने इंटर यूनिवर्सिटी कराटे चैंपियनशिप में जैन यूनिवर्सिटी बेंगलुरू के खिलाड़ी को 8वें राउंड में 3-0 से हराते हुए जीत दर्ज करते गोल्ड मेडल को अपने नाम किया। पटना यूनिवर्सिटी के लिए यह पहला मौका है जब उसकी झोली में गोल्ड मेडल आया है। जाबिर ने पटना यूनिवर्सिटी को पहली बार गोल्ड मेडल दिलवाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
जाबिर कहते हैं कि,’वो बेहद खुश हैं क्योंकि पहली दफा उनकी यूनिवर्सिटी को गोल्ड मेडल मिला है। इस उपलब्धि के लिए ख़ुदा के साथ साथ अपने कोच पंकज कांबली का, अपने परिवार का और अपनी यूनिवर्सिटी का बहुत शुक्रगुजार हूं।’ जाबिर बताते हैं कि अब वो अगले महीने कनाडा में होने वाली अंतरराष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता में भाग लेने जाएंगे।
22 साल के मोहम्मद जाबिर अंसारी जमुई के झाझा प्रखंड के तुम्बा पहाड़ गांव का रहने वाले है। यह इलाका काफ़ी पिछड़ा और नक्सली प्रभावित हैं। जाबिर का ताल्लुक एक ग़रीब परिवार से हैं। जाबिर पटना यूनिवर्सिटी के उर्दू विभाग में स्नातक के तीसरे वर्ष में पढ़ाई कर रहे हैं। जाबिर बिहार के कराटे में काफी प्रतिभावान खिलाड़ी हैं। पिछले साल बिहार सरकार की ओर से उन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है।
जाबिर बताते हैं कि उनका कराटे से पहली बार सामना 2015 में हुआ था जब उन्होंने आत्मरक्षा के लिए कराटे की क्लास में भाग लिया था और इसमें मुझे काफी अच्छा लगा था। इसके बाद मैंने दिल लगाकर मेहनत और लगन से ट्रेनिंग लेना शुरू किया था। जाबिर ने ट्रेनिंग के पहले ही साल में कमाल करते हुए राज्य स्तर के कराटे चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर अपने कैरियर की शुरुआत की थी।
जाबिर स्टेट लेवल कराटे चैंपियनशिप में लगातार छह बार गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। 2015 में स्टेट चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता था। जाबिर ने 2017 में श्रीलंका में आयोजित दक्षिण एशिया कराटे चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर दूसरा स्थान प्राप्त किया था। इसके अलावा 2018 में थाईलैंड में ओपन कराटे चैंपियनशिप में शामिल हुए थे। 2019 में जाबिर चीन और टर्की में भी कराटे चैंपियनशिप में भाग ले चुके हैं। जहां उन्होंने ब्रॉन्ज़ मेडल जीता था।
पिछले साल ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी कराटे चैंपियनशिप में जाबिर अंसारी ने तीसरा स्थान प्राप्त कर ब्रॉन्ज़ मेडल जीता था। जाबिर ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम 2022 में भी चौथा स्थान प्राप्त किया था। हाल ही में पटना में आयोजित बिहार स्टेट कराटे चैंपियनशिप 2023 में जाबिर अंसारी ने लगातार सातवीं बार गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा था। इसके बाद जाबिर का चयन कराटे की राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिये हुआ है, जिसका आयोजन इसी साल फरवरी में देहरादून में होना है।
जाबिर बेहद साधारण परिवार से हैं। उनका चयन कई बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर की चैंपियनशिप के लिए भी हुआ है। साधारण परिवार से होने के चलते परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं रहीं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए जाने पर जाबिर को कई बार दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा था। 2018 में उनका चयन कराटे एसोसिएशन ऑफ इंडिया की तरफ से चीन के लिए हुआ था। चीन जाने के लिए जाबिर के पास पैसों की किल्लत थी। अगर कुछ समाजिक कार्यकर्ता जाबिर की मदद के लिए आगे न आते तो जाबिर चैंपियनशिप खेलने चीन ने जा पाते।
जाबिर अपने परिवार और गांव के पहले व्यक्ति हैं जो कराटे चैंपियनशिप में भाग ले चुके हैं। जाबिर को अब कनाडा में होने वाले अंतरराष्ट्रीय कराटे चैंपियनशिप में खेलना हैं। जाबिर कहते हैं कि वो अंतराष्ट्रीय यात्रा के लिए खर्चा उठाने में सक्षम नहीं है ऐसे में उन्हें मदद की दरकार है। कराटे के चैंपियन मोहम्मद जाबिर को बिहार सरकार दो बार सम्मानित भी कर चुकीं हैं।
ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी कराटे चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने के बाद जब जाबिर पटना पहुंचे तो उनका धूमधाम से स्वागत किया गया। इस दौरान राजद के एमएलसी कारी सुहैब ने जाबिर के घर पहुंचकर सम्मानित किया। कारी सुहैब ने कहा कि जाबिर ने गोल्ड मेडल जीतकर पूरे बिहार का सिर फख्र से ऊंचा किया है। खिलाड़ी हमारे प्रदेश व देश की शान हैं। हमारी कोशिश रहेंगी कि जाबिर जैसे खिलाड़ियों को हर सुविधा मुहैया कराएं।