नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी 14 दिन के लिए क्वारंटीन, मीडिया ने फैलाया झूठ, भाई ने बताई असलियत

यूसुफ़ अंसारी, TwoCircles.net

बॉलीवुड के जाने-माने स्टार नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी को उत्तर प्रदेश के मेरठ ज़िले के बुढ़ाना गांव में उनके पुशतैनी घर पर परिवार सहित 14 दिन के क्वारंटीन किया गया है। उनके घर के बाहर “COVID-19, Do not visit, Home Under Quarantine’ का पोस्टर लगाया गया है। इसका मतलब है, ‘यह घर क्वारंटीन किया गया है, यहां मिलने मत आईए।’ इस पोस्टर लिखा है कि इस घर को 11 से 25 मई 2020 तक क्वारंटीन किया गया है।


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सोमवार को एक न्यूज़ एजेंसी ने ख़बर दी कि नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी अपने परिवार संग ईद का त्यौहार मनाने मेरठ स्थित अपन गांव बुढ़ाना आएं हैं। उनकी कोरोना जांच कराके उन्हें परिवार संग 14 दिन के लिए क्वारंटीन कर दिया गया है। यह ख़बर आते ही मीडिया के एक तबक़े ने यह कहकर इस तूल देना शुरु किया कि कोरोना संकट काल में भी नवाज़ुद्दीन को पन परिवार के साथ ईद मनाने की पड़ी है। कई टीवी चैनलों और उनकी वेबसाइटों पर यही रंग देते हुए ख़बर चलाई गई।

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ख़बर ज़्याद तूल पकड़ती इससे पहले ही नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी के भाई शम्स एन सिद्दीक़ी ने अपने ट्वीटर हैंडल पर यह जानकारी देकर मीडिया के प्रोपेगंडा की हवा निकाल दी कि नवाज़ुद्दीन ईद मनाने नहीं बल्कि बीमार मां को लेकर मेरठ के अपने पुश्तैनी गांव बुढ़ाना गए हैं। शम्स ने मीडिया में चल रही ख़बरों खंडन करते हुए महाष्ट्र सरकार की तरफ़ से नवाज़ुद्दीन को बुढ़ाना जाने की दी गई इजाज़त की प्रति भी ट्वीटर पर साझा की। ने ट्वीटर पर लिखा, ‘हाल ही हमारी बहन का कैंसर से निधन होने के बाद, हमारी 71 वर्षीय मां की तबीयत काफ़ी ख़राब है। इसलिए नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी को मां के साथ बुढाना जाना पड़ा, ईद मनाने के लिए नहीं।’

शम्स की तरफ़ से यह सफ़ाई आने के बाद कई टीवी चैनलों और उनकी वेबसाइटों पर ख़बर की हेडलाइन बदलनी पड़ी।ग़ौरतलब है कि नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी को यात्रा करने की इजाज़त देने वाले महाराष्ट्र सरकार के दस्तावेज़ में मुंबई से चलने की तारीख़ 10 मई 2020 और वापसी की तारीख़ 18 अगस्त 2020 लिखी है। इसका मतलब है कि नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी तीन महीने के लिए बुढ़ाना आए हैं। इससे साफ़ है कि नवाज़ुद्दीन अपनी बीमार को लेकर उनकी सेवा के मकसद से अपने पुश्तैन गांव बुढ़ाना आएं हैं। इस लिए उन्होंने वापसी के लिए 18 अगस्त की मंजूरी ली है। अगर वो सिर्फ़ ईद मनाने आए होते तो 24/25 मई को ईद मनाकर मई के आख़िर तक को वापिस जा सकते थे।

इस घटना से एक बार फिर मीडिया का मुस्लिम विरोधी चेहरा बेनक़ाब हुआ है। मीडिए के एक तबके ने इस ख़बर को ऐसा रंग देने की केशिश की जिससे लगा कि कोरोना संकट के इस दौर में भी नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी जैसे मशहूर कलाकार को ईद का त्यौहार अपने परिवार संग मनाने की पड़ी है। लेकिन नवाज़ुदद्दीन के भाई ने असली वजह बता कर सही समय पर इस ग़ुब्बारे की हवा निकाल दी।

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स्थानीय स्तर से मिली जानकारी के मुताबिक़ नवाज़ुद्दीन 11 मई को बुढ़ाना पहुंचे थे। प्रशासन ने उनके यहां पहुंचते ही नवाज़ुद्दीन और उनके परिवार का कोरोना टेस्ट कराया। उनकी और उनको परिवार की कोरोना जांच निगेटिव आने पर पूरे परिवार को घर पर ही क्वारटींन कर दिया गया है। मुंबई से उत्तर प्रदेश तक का सफ़र करने के कारण नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी और उनके परिवार को 14 दिन के लिए क्वारंटीन किया गया है।

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