Home Crime एक्सीडेंट नही राहुल खान की हुई थी लिंचिंग, 2 गिरफ़्तार

एक्सीडेंट नही राहुल खान की हुई थी लिंचिंग, 2 गिरफ़्तार

हरियाणा के पलवल में एक दर्दनाक लिंचिंग बहुत चर्चा में हैं। राहुल खान नाम के युवक को बेदर्दी से पीट-पीटकर मार दिया गया है। इस शर्मनाक और दर्दनाक घटनाक्रम की Twocircles.net के संवाददाता आकिल हुसैन पूरी पड़ताल कर रहे हैं।

दिल्ली से सटे हरियाणा में एक और लिंचिंग की घटना सामने आई हैं। मामला पलवल ज़िले का हैं जहां एक मुस्लिम युवक राहुल ख़ान की उसके तीन दोस्त कलुआ, आकाश और विशाल द्वारा बेरहमी से पीटकर हत्या कर दी गई। बेरहमी से मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है जिसमें आरोपी यह कहते हुए दिखाईं दे रहे हैं कि ‘तू मरेगा! हम हिन्दू हैं, तू मुल्ला है’। पुलिस ने तीनों आरोपियों को विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया हैं। फिलहाल आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं।

मामला पलवल के रसूलपुर गांव का हैं जहां राहुल ख़ान की उसके दोस्तों द्वारा बेरहमी से पीटकर हत्या कर दी गई। मृतक राहुल ख़ान के साले अकरम ख़ान ने Two Circles.net से बताया कि राहुल खान ने सराय खटेला में नया मकान बनवाया था और 13 दिसंबर को रसूलपुर वाले मकान से सराय खटेला में सामान पहुंचवा रहा था। 13 दिसंबर को शाम में राहुल के दोस्त कलुआ और आकाश, राहुल के रसूलपुर वाले घर पहुंचे और राहुल को अपने साथ आने के लिए बोलने लगे। अकरम ने बताया कि राहुल की पत्नी यानी उसकी बहन ने कलुआ से बोला भी कि अभी मत ले जाओ बहुत काम है। कलुआ काफ़ी ज़िद के बाद बस थोड़ी देर का बोलकर राहुल को अपने साथ ले गया।

अकरम ने Two Circles.net को बताया कि उसी दिन रात लगभग 11 बजें कलुआ का फोन आया कि राहुल का एक्सीडेंट हो गया हैं और वो उसके घर पर हैं। अकरम बताते हैं कि कलुआ का फोन आते ही परिवार के लोग कलुआ के घर पहुंच गए और देखा कि कि राहुल जिस चारपाई पर लेटा हुआ उस चारपाई का बिस्तर खून से लथपथ था और राहुल का सिर कुचला हुआ था और उसके हाथ और पैरों पर गंभीर चोटे थी। अकरम बताते हैं कि उस वक्त राहुल होश में भी था।

अकरम ने बताया कि पहले राहुल को पलवल के सरकारी अस्पताल ले गए जहां गंभीर हालत बता कर दूसरी जगह ले जाने के लिए बोला, फिर सरकारी अस्पताल के पास में ही एक प्राइवेट अस्पताल में ले गए जहां इलाज़ के दौरान राहुल की मृत्यु हो गई। अकरम बताते हैं कि राहुल के पिता और बाकि परिजनों ने कलुआ पर विश्वास कर लिया जो बातें उसने बताई, हमने उस पर यकीन कर लिया।

अकरम के अनुसार जब राहुल के पिता ने कलुआ से पूछा तो कलुआ ने बताया कि नाले के पास एक्सीडेंट हो गया था। कलुआ की इस बात पर परिजनों ने यक़ीन कर लिया कि राहुल का दोस्त था क्यों झूठ बोलेगा। इसके बाद राहुल के पिता ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ नांगल रोड में राहुल का एक्सीडेंट करने के मामले में चांदहट थाने में मामला दर्ज कराया और एक्सीडेंट वालीं बात को सच मान लिया।‌ अकरम बताते हैं कि जब उन्होंने राहुल की बाइक देखी तो बाइक एकदम ठीक थी और बाइक में ख़रोंच तक का निशान नहीं था। अकरम कहते हैं कि उस वक्त इस बात पर उन्होंने इतना ख़ास ध्यान भी नहीं दिया और तब तक किसी को कलुआ पर शक भी नहीं था।

मृतक राहुल ख़ान के साले अकरम Two Circles.net से बताते हैं कि 15 दिसंबर को सोशल मीडिया पर राहुल के साथ हुई मारपीट का वीडियो वायरल हुआ हालांकि परिजनों को इस वीडियो के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। अकरम बताते हैं कि राहुल के मामा ने उन्हें वीडियो भेजकर बताया कि राहुल के साथ मारपीट का वीडियो वायरल हुआ हैं।

अकरम कहते हैं कि वीडियो में देखा कि राहुल खान को कलुआ, आकाश और विशाल बेरहमी से कुल्हाड़ी और सरियों से पीटा रहे है, उसका मुंह, हाथ और पांव खून से लथपथ है और उसको मां-बहन की गाली गलौच के साथ लोग उसे लात मार रहे हैं। वीडियो में राहुल ख़ान आरोपियों के हमले से बेसुध ज़मीन पर पड़ा दिखाई दे रहा है। वीडियो में आरोपी यह भी बोल रहे थे कि हम हिंदू हैं और तू मुल्ला हैं। अकरम कहते हैं कि वीडियो देखने के बाद हमे सच्चाई पता चली कि राहुल का एक्सीडेंट नहीं हुआ बल्कि उसे मारा गया है।

अकरम Two Circles.net को बताते हैं कि कलुआ और राहुल बहुत अच्छे दोस्त थे। अकरम के अनुसार राहुल और कलुआ में कोई बात या दुश्मनी नहीं थी। वे बताते हैं कि राहुल की पत्नी यानी उनकी बहन ने उसे बताया था कि कलुआ अक्सर राहुल से पैसे मांगा करता था और राहुल ने कई बार कलुआ को पैसे दिए भी थे। अकरम कहते हैं कि राहुल की हत्या पैसे के ही कारण कलुआ ने की है।

इस मामले में पुलिस का कहना है कि चारों युवक कलुआ, आकाश, विशाल और मृतक राहुल ख़ान शराब के नशे में थे। तभी कलुआ का मोबाइल को लेकर राहुल के साथ झगड़ा हो गया और नशे की हालत में ही तीनों ने राहुल के साथ मारपीट की जिससे उसकी मृत्यु हो गई।

वहीं अकरम Two circles.net से कहते हैं कि पुलिस की शराब के नशे वालीं बात ग़लत है, जब वो लोग राहुल से कलुआ के घर पर मिले थे तो राहुल के मुंह से शराब की बदबू नहीं आ रहीं थीं। अकरम के अनुसार पुलिस इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। अकरम कहते हैं कि राहुल को मुस्लिम होने के कारण मारा गया हैं, उनकी मांग है कि हमे न्याय मिले।

राहुल के साथ मारपीट का वीडियो सामने आने के बाद चांदहट थाना पुलिस ने एफआईआर में तीनों आरोपियों कलुआ, विशाल, आकाश के विरुद्ध आईपीसी की धारा 302 बढ़ा दी है। फिलहाल तीनों आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं। पलवल के डीएसपी यशपाल खटाना ने मीडिया को बताया कि तीनों आरोपियों ने अपना जुर्म छिपाने के लिए राहुल के परिवार को फोन किया और उसके एक्सीडेंट में घायल होने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक मृतक राहुल के शरीर पर चोटों के 18 निशान पाए गए। पुलिस का कहना है कि बाकि अभी मामले की जांच चल रही है। पुलिस ने मामले मे संप्रदायिक एंगल के आरोपों भी नाकार दिया है।

23 वर्षीय राहुल ख़ान अपने माता-पिता छिद्दी ख़ान और रज्जो का इकलौता पुत्र था। राहुल पलवल में बाइक मैकेनिक के तौर पर 300 रुपए दिहाड़ी पर काम करता था। मृतका राहुल की पत्नी शाहीना का रो रोकर बुरा हाल है। राहुल की मां रज्जो रोते हुए कह रहीं हैं कि इस नये घर में राहुल एक भी दिन नहीं रह पाया।