शरजील उस्मानी पर यूपी में एक और मुक़दमा दर्ज

आकिल हुसैन। Twocircles.net 

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र शरजील उस्मानी के खिलाफ  उत्तर प्रदेश में एक और मामला दर्ज किया गया हैं। शरजील उस्मानी के खिलाफ यह आरोप लगाते हुए लखनऊ में केस दर्ज किया गया कि उन्होंने एल्गार परिषद के हाल के एक आयोजन में उन्होंने अपने भाषण के जरिए विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को कथित रूप से बढ़ावा दिया हैं। यह एफआईआर लखनऊ के हजरतगंज थाने में अनुराग सिंह नाम के व्यक्ति की  शिकायत पर दर्ज करी गई है। पुलिस ने  शिकायत के आधार पर शरजील के खिलाफ देशद्रोह सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया है । इससे पहले महाराष्ट्र में पुणे के स्वारगेट थाने में भी शरजील के खिलाफ केस दर्ज किया जा चुका है। महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर शरजील के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग भी की थी।


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30 जनवरी को पुणे में एल्गार परिषद की बैठक में बोलते हुए एएमयू के पूर्व छात्र शरजील उस्मानी ने बयान दिया था कि ‘आज का हिंदू समाज बुरी तरह सड़ चुका है’। आरोप है कि भाषण में उसने हिंदू समाज के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कहीं। यही नहीं उसने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। शरजील ने आरोप लगाया कि योगी सरकार की पुलिस रोजाना एनकाउंटर कर रही है और एनकाउंटर में मारे जाने वाले लोग या तो मुस्लिम हैं या दलित। शरजील उस्मानी के भाषण पर दो धर्मों के बीच घृणा फैलाने, धार्मिक भावनाओं को भड़काने और अपने वक्तव्यों के जरिए सरकार की छवि खराब करने के आरोप लगाए गए हैं।

लखनऊ के कृष्णा नगर के रहने वाले अनुराग सिंह ने पुलिस को दी गई तहरीर  में कहा है कि सोशल मीडिया पर शरजील उस्मानी का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में ऐसी भाषा का प्रयोग किया गया है जिससे उत्तर प्रदेश सरकार के प्रति घृणा व रोष पैदा हो। धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के साथ ही धर्म व जाति के बीच विद्वेष फैलाकर प्रदेश में अराजकता फ़ैलाने की कोशिश की गई है। शिकायतकर्ता ने यूट्यूब पर शरजील के अपलोडेड वीडियो के  आधार पर केस दर्ज कराया है।

पुलिस ने शिकायत के आधार पर 124 ए, 153 ए, 153 ए (2), 153 बी (1) (सी), 295 ए, 298, 504, 505 (1) (बी), 505 (2) और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया हैं। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

इससे पहले महाराष्ट्र के पुणे में भी शरजील उस्मानी के खिलाफ इसी मामले में केस दर्ज किया जा चुका है। भाजपा युवा मोर्चा के सचिव और अधिवक्ता प्रदीप गावड़े की शिकायत के आधार पर उस्मानी के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 (ए) के तहत स्वारगेट थाने में मामला दर्ज किया जा चुका हैं। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने शरजील उस्मानी के खिलाफ राज्य सरकार को पत्र लिखकर कड़ी कार्यवाही की मांग करी थी। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया था। महाराष्ट्र के बीजेपी नेताओं की ओर से शरजील की जल्द गिरफ्तारी की मांग की जा रही है। साथ ही उसके खिलाफ दर्ज मामले में आईपीसी की धारा 124-A यानी राजद्रोह का आरोप जोड़ने की मांग की गई है। बीजेपी ने चेतावनी भी दी थी कि अगर महाराष्ट्र सरकार शरजील पर कार्रवाई नहीं करती हैं तो वे राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे। फड़नवीस ने इस मामले में महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार पर आरोप लगाया कि वो शरजील के प्रति नरमी से पेश आ रही है जबकि उस्‍मानी के भाषण से हिंदुओं की भावना आहत हुई है।

इस साल एल्गार परिषद 2021 का आयोजन 30 जनवरी को पुणे में ‘भीमा कोरेगांव शौर्य दिवस प्रेरणा अभियान’ द्वारा आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में प्रख्यात लेखिका अरुंधति रॉय, पूर्व आईपीएस अधिकारी एस एम मुशरिफ, बॉम्बे हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी जी कोल्से पाटिल भी शामिल हुए थे।

शरजील उस्मानी सीएए के खिलाफ चले आंदोलन में बड़ा चेहरा था। यूपी एटीएस ने पिछले साल जुलाई में एएमयू बवाल से संबंधित मामले में शरजील को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। हालांकि सितंबर में कोर्ट ने जमानत पर रिहा कर दिया था। पिछले साल चार नंवबर को यूपी सरकार ने शरजील के खिलाफ गुंडा एक्ट में कार्रवाई की और उसे जिला बदर कर दिया था।

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