By TCN News,
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्रय मोदी ने आज पंडित जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती मनाने के लिए गठित राष्ट्री य समिति की बैठक की अध्य्क्षता की. प्रधानमंत्री ने उम्मी द जतायी कि इस संबंध में तमाम कार्यक्रम कुछ इस तरह से तय किए जाएंगे कि आम आदमी भी खुद को इन समारोहों का हिस्साप मान सके. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस अवसर का उपयोग निश्चित तौर पर युवा पीढ़ी के बीच ‘चाचा नेहरू’ के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उनके जीवन तथा कार्यों से प्रेरणा लेने के लिए किया जाना चाहिए. उन्होंरने समिति के सदस्योंढ से विभिन्नध कार्यक्रमों का स्पनष्ट खाका तैयार करने के लिए कहा.
प्रधानमंत्री ने देश भर में फैले स्कू लों में 14 नवंबर से 19 नवंबर के बीच आयोजित किए जाने वाले प्रस्ता्वित ‘बाल स्वच्छता अभियान’ और जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती को ‘बाल स्वेच्छकता वर्ष’ के रूप में मनाने की संभावनाओं को ज़ाहिर किया. उन्होंकने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत होने वाले समारोहों का मुख्यि उद्देश्य् बच्चों में वैज्ञानिक मनोवृत्ति को बढ़ावा देना होगा.
पंडित जवाहरलाल नेहरू
विभिन्नि सदस्यों़ ने नरेन्द्र मोदी द्वारा ज़िक्र किए गए उद्देश्यों का स्वाेगत करते हुए उसकी सराहना की. उन्हों ने तरह-तरह के विचार व्यक्त किए और एजेंडे पर अपने रचनात्मेक सुझाव दिए. प्रधानमंत्री ने कहा कि श्री राजनाथ सिंह की अध्यतक्षता वाली कार्यकारी समिति इन सुझावों पर गौर करेगी और कार्यकारी समिति पूरे वर्ष के लिए कार्य योजना तैयार करेगी.
इन समारोहों के एक हिस्से के तहत पंडित नेहरू पर स्मा रक सिक्के् भी जारी किए जाएंगे. इस बैठक में राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, स्मृडति इरानी, श्रीपद नाइक और प्रकाश जावडेकर ने शिरकत की.
जिस समिति में इस कार्ययोजना को अंजाम दिया गया, उसे पिछली मनमोहन सिंह की सरकार ने गठित किया था और कांग्रेस अध्यक्षा इसकी सदस्या भी थीं. चुनावों के बाद इस मोदी सरकार ने इस समिति का पुनर्गठन किया और समिति में गांधी परिवार के किसी भी सदस्य की अनुपस्थिति के कारण इस मामले ने विवाद को जन्म दे दिया है.