सिद्धांत मोहन, TwoCircles.net
गिर सोमनाथ: गौरक्षकों द्वारा देश भर में किया जा रहा बवाल अभी थमा नहीं है कि गौरक्षकों द्वारा की जा रही हिंसक घटनाएं सामने आती जा रही हैं. ताज़ा मामला गुजरात के गिर सोमनाथ का है. यहां के मोटा समाधियाली गाँव में मरी हुई गाय की खाल उतारने के चक्कर में चार दलितों को आधा दर्जन गौरक्षकों ने पीट दिया.
#WATCH Suspected cow leather smugglers thrashed by cow protection vigilantes in Somnath (Gujarat) (11.7.16)https://t.co/UTA4qmAPRm
— ANI (@ANI_news) July 12, 2016
घायल इसी गांव के रहने वाले हैं और दलित समुदाय से सम्बंधित हैं. दलितों ने दावा किया है कि वे पहले से मरी हुई गाय की खाल उतार रहे थे, जो कि बेहद आम बात है. लेकिन पुलिस ने दावा किया है कि इन्हें मारने वाले गौरक्षकों ने आरोप लगाया है कि इन लोगों ने खाल उतारने के लिए पहले गाय की ह्त्या की थी.
दरअसल सोमवार के दिन दलित समुदाय के यह लोग गाय की खाल उतार रहे थे. तभी किसी ने हल्ला मचा दिया कि ये लोग मिलकर गाय को मार रहे हैं. यह सुनकर छः लोग उस जगह पहुंच गए और दलितों को पकड़कर गांव ले आए. और वहीँ इनकी निर्दयतापूर्वक पिटाई की गयी.
इस मामले का ख़ुलासा तब हुआ जब समाचार संगठन ANI ने इन दलितों की पिटाई का वीडियो सार्वजनिक किया. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है.
इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे गौरक्षकों ने इन दलितों को अर्धनग्न करने के बाद पाइप और लोहे की छड़ से इनकी पिटाई की. इस घटना में गांव में बेहद तनाव व्याप्त है और दलितों में भयानक रोष भी पसरा हुआ है.
गिर सोमनाथ के डीएसपी केएम जोशी ने बताया, ‘हमने तीन लोगों को गिरफ़्तार किया है, जबकि तीन और लोग फरार हैं. हमने फॉरेंसिक टीम को भी सूचना दे दी है ताकि वह गाय की जांच कर सके कि वह पहले मर चुकी थी, या उसे मारने के बाद उसकी खाल उतारी गयी.’
उना पुलिस स्टेशन में दायर एफआईआर के मुताबिक़ कुल छः आरोपियों की शिनाख्त की गयी है. इनमें रमेश गिरी, बलवंत सिमर, रमेश भगवान्, राकेश जोशी, रसिक भाई और नागजी भाई वानिया के नाम शामिल हैं.
इनके खिलाफ़ आईपीसी की धारा 307(हत्या का प्रयास), 395(लूट), 324(हथियार से चोट पहुंचाने), 323(चोट पहुंचाने), 504(शान्ति भंग करने के प्रयास) और इसके अलावा एससी और एसटी एक्ट की धाराओं के तहत मुक़दमे धर्ज किए गए हैं.