सिद्धांत मोहन, TwoCircles.net
दिल्ली: उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में बसे दादरी के बिसाहड़ा में पिछले साल मोहम्मद अखलाक़ की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. अखलाक़ पर आरोप था कि उसने घर में गोमांस काटा था और उसका सेवन किया था.
इस घटना के बाद कई दिनों तक केस ऊंचनीच का शिकार होता रहा. केस में गिरफ्तारियां कम और अखलाक के फ्रिज से मिले मांस की फॉरेंसिक जांच ज्यादा हुई. एक बार तो वह बकरे का मांस निकला, फिर बाद में एक दूसरे मांस के सैम्पल को गाय या उसके बछड़े का मांस कहा गया.
अब इस बिना पर इस मामले के एक आरोपी के परिजन और एक ग्रामीण की शिकायत पर बीस दिन पहले शिकायत दर्ज की गयी और इस शिकायत को न्यायालय ने स्वीकार भी कर लिया. दादरी के सर्किल अफसर ने इस मामले में जांच शुरू भी कर दी है.
बीते सोमवार को बिसाहड़ा स्थित शिव मंदिर में ग्रामीणों ने एफआईआर दर्ज करने का अल्टीमेटम दिया था. इस बैठक के छः दिनों पहले मथुरा की एक फोरेंसिक लैब ने यह कहा था कि दादरी से मिला मांस गाय या उसके बछड़े का था. इस रिपोर्ट में यह स्थिति स्पष्ट नहीं थी कि उक्त मांस अखलाक के घर से बरामद किया गया था. यह बात बाद में साफ़ हुई कि यह मांस गांव के उस ट्रांसफार्मर के नीचे से बरामद हुआ था, जहां अखलाक़ मारा गया था.
रोचक बात यह है कि शिव मंदिर पर हुई इस बैठक में भाजपा और शिवसेना के कुछ सदस्य भी शरीक हुए थे, जिससे यह मामला संदिग्ध और राजनीतिक लगने लगता है.
अब गांववालों की ओर से एक अर्जी दी गयी है, जिसमें यह कहा गया है कि गांव के दो बाशिंदों ने अखलाक को बछड़े की ह्त्या करते हुए देखा था. इस याचिका में कहा गया है कि पिछले साल 26 सितंबर को बिसाहड़ा गांव के रनवीर और जतन ने देखा कि मो. अखलाक और उसका बेटा दानिश एक बछड़े को मार रहे थे. अखलाक ने कथित तौर पर उन्हें बताया था कि बछड़े ने कई लोगों पर हमला किया और वह उसे अपने भाई मोहम्मद के घर पर बांधने के लिए जा रहा था.
उक्त याचिका के अनुसार, इसके कुछ देर बाद एक अन्य गांव वासी प्रेम सिंह, जो कि अखलाक के घर के पास से गुजर रहा था, ने देखा कि अखलाक बछड़े के गले को काट रहा था.
इसके दो दिन बाद अखलाक को कथित तौर पर पशु के अवशेषों को कूड़ेदान में फेंकते देखा गया था. बाद में अखलाक ने ग्रामीणों के समक्ष कथित तौर पर बछड़े की हत्या की बात स्वीकार की थी.
इस मामले में न्यायिक जांच की जा रही है और संभव है कि मामला आगे भी कोई मोड़ ले ले. इस घटना में मुख्य आरोपी में स्थानीय भाजपा नेता संजय राणा का बेटा भी शामिल है, ऐसे में लोगों का कहना है कि मामले को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है.