TwoCircles.net News Desk
पटना : नवादा ज़िले के अकबरपुर प्रखंड अन्तर्गत कझिया गाँव में वर्षों से बसे लगभग एक सौ महादलितों के घर में सामंती गुण्डों द्वारा पिछले हफ्ते मंगलवार को आग लगाने एवं हमला करने का मामला सामने आया है. सामंतों के इस कुकृत का वाम दल भाकपा, माकपा एवं फारवर्ड ब्लॉक ने घोर निन्दा की है.
इस घटना के बाद वामदलों का एक जांच दल 14 मार्च को घटना स्थल पर गया. जांच दल में माकपा के राज्य सचिव अवधेश कुमार, राज्य कमिटी सदस्य उमेश प्रसाद, एवं उपेन्द्र चौरसिया भाकपा के राज्य कार्यकारिणी सदस्य अर्जुन प्रसाद सिंह, नवादा जिला सचिव रामकिशोर शर्मा तथा फारवर्ड ब्लॉक के नेता दिनेश कुमार शामिल थे.
घटना स्थल का निरीक्षण, पीडि़त महादलित परिवार से मिलने एवं स्थानीय लोगों से पूछ-ताछ के बाद जांच-दल इस निष्कर्ष पर पहुँचा है कि उक्त ज़मीन पर नवधनाढ़ वर्ग के लोगों की नज़र गड़ी हुयी है. वे वहां से ग़रीब भूमिहीन महादलित परिवार को उजाड़ कर उस कीमती सरकारी ज़मीन पर क़ब्जा कर लेना चाहते है.
जांच दल को यह भी जानकारी मिली कि सामाजिक समरसता और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाली ताक़त इस घटना के पीछे लगी हैं. पीडि़त लोगों ने यह भी बताया कि गत वर्ष भी दर्जनों घरों को जला दी गयी थी.
वामदलों के जांच दल ने इस गांव से लौटने के बाद नीतिश सरकार से अपनी मांग रखते हुए कहा है कि –‘वहां बसे सभी परिवारों को वासगीत का पर्चा दिया जाय तथा इंदिरा आवास के तहत पक्का मकान दिया जाय. साथ ही जले मकानों एवं समानों की क्षतिपूर्ति दी जाय, अग्नि पीडि़तों को मुफ्त में राशन-किरासन, पॉलीथिन एवं अन्य आवश्यक समानों को शीघ्र मुहैय्या किया जाय.
इस जांच दल ने यह भी मांग रखा कि –‘कम से कम इस गांव में पांच चापाकल लगवाया जाय.’
जांच दल में शामिल वामपंथी नेताओं ने दोषियों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर रोष प्रकट करते हुए अविलम्ब गिरफ्तार करने की मांग भी उठाई है.