TwoCircles.net Staff Reporter
खलीलाबाद : उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी समाजवादी पार्टी जहां अपने घरेलू कलह से जूझ रही है, वहीं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (मजलिस) प्रमुख व सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सूबे में अपने धुंआधार प्रचार का आगाज़ कर दिया है.
आज पूर्वी उत्तर प्रदेश के ख़लीलाबाद के एक स्कूल में उन्हें सुनने के लिए हज़ारों लोग आएं. ओवैसी के निशाने पर ख़ासतौर पर अखिलेश व मुलायम यादव रहें, वहीं मायावती पर भी कई कटाक्ष किए. इसके अलावा भाजपा व कांग्रेस की भी क्लास लगाई.
इस जनसभा में ओवैसी ने बीते दिनों चचा-भतीजे के बीच चली जंग पर भी चुटकी ली. सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि –‘ सपा ड्रामा कम्पनी है. जो चाचा भतीजे का नहीं हुआ, जो भतीजा चाचा का नहीं हुआ और जो बेटा बाप का नहीं हुआ, वह प्रदेश का क्या होगा. चाचा की मिनिस्ट्री भतीजे ने छीनी, अब चाचा भतीजे की ताक़त छीनने के फ़िराक़ में है. बाप बेटे को धमकी देता है कि पद से हटा दूंगा. सरकार को यूपी को फिक्र कम अपने परिवार की फिक्र ज़्यादा है.’
इस भीड़ को सम्बोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि –‘समाजवादी पार्टी मुसलमानों के जान की क़ीमत लगाती है. सपा मुखिया मुलायम व प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मुसलमानों के दुश्मन हैं. कभी भी दोनों शीर्ष नेताओं ने मुसलमानों का भला नहीं चाहा है. वोट लेकर उनको धोखा देने का काम किया है. देश व प्रदेश में लगभग 17 करोड़ मुसलमानों की हालत दलितों से बदतर हो गई है और मुसलमानों के हित में कोई भी सरकार काम नहीं कर रही है.’
उन्होंने कहा कि –‘अब मुसलमानों के गर्दन की क़ीमत लगाई जा रही है. पिछले 70 वर्षो में मुसलमानों ने हर राजनैतिक दलों का साथ दिया है, लेकिन मुसलमानों को क्या मिला? आज तक तालीम से दूर रखा गया. प्रदेश में 41 प्रतिशत मुसलमान अशिक्षित हैं. सरकार ने कभी भी मुसलमानों को तालीम दिलाये जाने के लिए पहल नहीं किया. मुसलमानों ने वोट दिया, लेकिन उनके नाक के नीचे चिराग़ तक नहीं जलता है.’
ओवैसी ने कहा कि –‘17 करोड़ मुसलमानों को देश के नेता बांटना चाहते हैं, लेकिन मुसलमानों के हुकुमत से हिन्दुस्तान की पहचान बनी है. आज भी उत्तर प्रदेश में ताजमहल, दिल्ली में कुतुबमीनार, देश के वज़ीर-ए-आला जब 15 अगस्त को अपना भाषण लाल क़िला पर देते हैं. ये सभी मीनारे मुसलमानों द्वारा बनवाई गई हैं, जिसका देश में नाम लिया जाता है. मुसलमान देश की शान है, इसको ख़त्म करना नामुमकिन है.’
स्पष्ट रहे कि ख़लीलाबाद वही इलाक़ा है, जहां से फिलहाल पीस पार्टी के सरबराह डॉ. अय्यूब अंसारी विधायक हैं और इस बार फिर इसी सीट से अपनी क़िस्मत आज़मा रहे हैं. लेकिन मजलिस भी इस सीट पर अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर चुकी हैं. मुंबई में व्यवसायी रहे हाजी तफ़्सीर अहमद यहां से मजलिस के उम्मीदवार हैं.