By TwoCircles.net staff reporter
पणजी: गोवा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने हाल में ही जारी की गयी छुट्टियों की सूची में से गांधी जयन्ती यानी 2 अक्टूबर की तारीख हटा दी है.
इस खबर के आने के बाद भाजपा के प्रवक्ताओं से संपर्क करने की कोशिश की गयी लेकिन प्रवक्ताओं ने कोई भी वक्तव्य देने से इनकार कर दिया. भाजपा का यह कदम विवादित और अपाच्य साबित हो सकता है.
जिस तरह से पिछले साल भाजपा ने 2 अक्टूबर को स्वच्छता अभियान की शुरुआत कर गांधीवादी मूल्यों का दमन करने का संकेत दिया था, ज़ाहिरा तौर पर गांधी जयन्ती की छुट्टी का हटाया जाना किसी राष्ट्रीय अनुष्ठान सरीखा हो सकता है.
काँग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा है, ‘वे ऐसा नहीं कर सकते हैं. महात्मा गांधी हमारे राष्ट्रपिता थे. यहां तक कि पिछले साल भी इन लोगों ने बच्चों को स्कूल भेजने का निर्णय लिया था.’
कांग्रेस के अन्य नेताओं समेत वैचारिक तबके के कई लोगों ने भाजपा के इन कदमों का प्रतिवाद किया है. भाजपा का वैचारिक विंग कहे जाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने केन्द्र में सरकार के चुनाव के बाद से कई बार नाथूराम गोडसे जैसे हत्यारों को बढ़ा-चढ़ाकर नायक साबित करने की कोशिश भी की है. इसके बरअक्स गांधी और गांधीवादी विचारधारा के प्रति भाजपा की सोच का अंदाज़ लग सकता है.
उत्तरी गोवा के भाजपा अध्यक्ष माइकल लोबो ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें इस खबर से झटका लगा हैं, राष्ट्रपिता का अपमान कोई नहीं कर सकता है. उन्होंने मीडिया को आश्वासन दिलाया कि इस मुद्दे को वे मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री के सामने रखेंगे.