अफ़रोज़ आलम साहिल, TwoCircles.net
पटना: दादरी मसले पर प्रधानमंत्री मोदी के बयान की लगातार ज़ोर पकड़ती मांग के बीच भाजपा के प्रवक्ता एमजे अकबर का नया और विवादित बयान सामने आया है.
TwoCircles.net से विशेष बातचीत में भाजपा प्रवक्ता एम.जे. अकबर ने कहा है कि पीएम किसी भी इश्यू पर जल्दी बयान नहीं देते.
TwoCircles.net के साथ एमजे अकबर की बातचीत
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा, ‘चाहे चर्च का मामला हो, पटेल का मामला हो, नहीं देते बयान… लेकिन इसे वन प्वाइंट डिमांड बना लिया गया है. आप ये क्यों नहीं कहते कि अरूण जेटली ने क्या कहा? उसके उपर क्यों नहीं सवाल उठाया? मैं आपसे पूछना चाहता हूं. अरूण जेटली क्या इस सरकार में नहीं हैं? मैं फिर आपसे पूछना चाहता हूं कि आप क्यों नहीं उठाते सवाल? आप नहीं उठाएंगे, क्योंकि वो नैरेटिव के बाहर है.’
खैर, एम.जे. अकबर चाहे जो कहें, विरोधियों की भाषा आख़िरकार बीजेपी प्रवक्ता एम.जे. अकबर के होंठो पर भी आ ही गई. ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी का न बोलना और भाजपा के आधिकारिक प्रवक्ता का इस पर मुहर लगाना एक हद तक दलितों व अल्पसंख्यकों के प्रति केंद्र सरकार के रवैये को और पुष्ट करता है.
हालांकि यहां स्पष्ट कर देना ज़रूरी है कि वित्त मंत्री अरूण जेटली ने दादरी की घटना की निंदा करते हुए कहा है कि ऐसी घटनाएं देश की छवि को नुक़सान पहुंचाती हैं. उन्होंने अपना यह बयान कोलंबिया विश्वविद्यालय में एक व्याख्यान के बाद एक संवाददाता द्वारा पूछे गए सवाल में दिया था.
एमजे अकबर ने बातचीत में कहा, ‘हमारे देश में हिंसा की कोई जगह नहीं है. किसी के खिलाफ़ किसी की जान लेना. किसी भी सिविलाइज्ड देश में इसकी कोई जगह नहीं होनी चाहिए. मुलायम को जवाब देना होगा कि आखिर क्यों बार-बार उत्तर प्रदेश को हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘किसी भी समस्या का समाधान हिंसा नहीं है. समझौता है. हमें मिलकर लड़ना है. हमें यह भी समझना पड़ेगा कि इंसानियत भी एक चीज़ होती है. हिन्दुओं को तय कर लेना पड़ेगा कि वो गरीबी से लड़ेगा या मुसलमान से लड़ेगा? मुसलमानों को भी तय करना पड़ेगा कि वो हिन्दू से लड़ेगा या गरीबी से… हमारे पास कॉमन चैलेंज गरीबी का है.’